राज्य गौ सेवा आयोग के अध्यक्ष महामंडलेश्वर राजेश्री डॉ. महंत रामसुंदर दास ने घटना स्थल का किया निरीक्षण, घटनाक्रम की ली जानकारी
पशु चिकित्सालय में गौमाता की स्वास्थ्य का अवलोकन कर, बेहतर ईलाज के दिए निर्देश
कवर्धा(अमर छत्तीसगढ़), 07 दिसम्बर 2022। विगत दिनों ग्राम कांपा में गौमाता के साथ आरोपितों द्वारा किए गए क्रुरता को लेकर जानकारी मिलते ही दूसरे दिन छत्तीसगढ़ राज्य गौ सेवा आयोग के अध्यक्ष महामंडलेश्वर राजेश्री डॉ. महंत रामसुंदर दास कवर्धा पहुंचकर घटना स्थल का निरीक्षण किया और उन्होंने घटना क्रम की अधिकारियों से जानकारी ली। इस दौरान उन्होंने ग्रामीणों से इस संबंध में चर्चा कर जानकारी ली। राज्य गौ सेवा आयोग के अध्यक्ष ने घटना स्थल के निरीक्षण के बाद पशु चिकित्सालय कवर्धा में गौमाता का चल रहे उपचार का अवलोकन किया। उन्होंने पशु चिकित्सा विभाग के डॉक्टरों को गौमाता के बेहतर उपचार करने के निर्देश दिए। उन्होंने घटना स्थल में सरपंच और ग्रामीणों की उपस्थिति में पशुओं के प्रति क्रूरता रोकने के लिए अपील की।
निरीक्षण के बाद उन्होंने न्यू सर्किट हाउस में प्रेसवार्ता ली। उन्होंने पत्रकारों से रूबरू होते हुए कहा कि गौमाता विश्व की माता है और सबकी माता गौमाता है। गाय को माता मानते है तो हमारा व्यवहार भी गौमाता के प्रति वैसा होना चाहिए। हमे इसकी सुरक्षा करना चाहिए। उन्होंने कहा छत्तीसगढ़ सरकार गौ माता के प्रति संवेदनशील है और गौमाता की सुरक्षा देखभाल के लिए गौठान बनाए गए है। उन्होंने कहा कि ग्राम कांपा में गौमाता के साथ हुई घटना बहुत ही अमानवीय है। ऐसी घटना कहीं भी नहीं होनी चाहिए। ऐसे घटना की पुर्नवित्ति दुबारा न हो इसके लिए समाज को आगे आकार जनजागरूकता लाना चाहिए। उन्होनें कहा कि गौमाता के साथ क्रुरता करने वाले आरोपियों के खिलाफ विधि संगत कड़ी से कड़ी कार्यवाही की जाएगी।
छत्तीसगढ़ राज्य गौ सेवा आयोग के अध्यक्ष महामंडलेश्वर राजेश्री डॉ. महंत रामसुंदर दास ने की अपील
छत्तीसगढ़ राज्य गौ सेवा आयोग के अध्यक्ष महामंडलेश्वर राजेश्री डॉ. महंत रामसुंदर दास ने पशुओं के प्रति क्रूरता रोकने के लिए अपील की। जिले में पशु क्रूरता रोकने के लिए एवं गौ माता के सम्मान के लिए जन सामान्य को आगे आने का आह्वान किया गया साथ ही जन सामान्य को पशु क्रूरता क्या है के विषय पर संक्षेप में बताते हुए जागरूक रहने, अन्य लोगों को पशु क्रूरता करने से रोकने में सजग रहने एवं गौमाता से प्रेम रखने की अपील की। उन्होंने शास्त्रों में लिखी हुई बातों को याद दिलाते हुए कहा कि यद्यपि एक समय बाद पशु (गौमाता) अनुत्पादक हो जाते है तब भी उनसे गोबर प्राप्त होता है वे उपयोगी होते है, इसलिए उन्हें यूंही बाहर घूमने न छोड़ने एवं उनको अपने घर में रखकर देखरेख करने की अपील की, ऐसा करने से सड़क दुर्घटना में भी कमी आएगी।
राज्य गौ सेवा आयोग के अध्यक्ष ने किसानों से पैरादान करने की अपील की
राज्य गौ सेवा आयोग के अध्यक्ष ने कहा कि छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा गौमाता की रक्षा के लिए गौठान बनाए है। जहां गोबर और गौमूत्र की खरीदी की जा रही है। उन्होंने किसानों से अपील करते हुए कहा कि खेतों में धान के पैरा को न जलाएं, किसान पैरा को गौठान में दान करें। जिससे गौ माता को खाने के लिए चारा उपलब्ध हो सकेगा इसके साथ ही पैरा नहीं जलने से पर्यावारण प्रदूषण नहीं होगा।