रायपुर/अमर छत्तीसगढ़। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक प्रशांत अग्रवाल के अनुसार प्रार्थी अशोक शर्मा ने थाना खमतराई में रिपोर्ट दर्ज कराया कि वह उरकुरा हर्षित विहार कालोनी में रहता है तथा ट्रांसपोर्ट नगर रावांभाठा स्थित जय दुर्गा एक्सप्रेस ट्रांसपोर्ट फर्म का संचालक है। प्रार्थी को 15 फरवरी 2021 को अज्ञात मोबाईल नंबर धारक द्वारा उसके मोबाईल फोन पर सम्पर्क कर 15 लाख रूपये लोन देने का आश्वासन दिया जिस हेतु प्रार्थी से उसका आधार कार्ड, पेन कार्ड एवं फोटो व्हॉटसएप में भेजने हेतु कहा साथ ही मोबाईल नम्बर के अज्ञात धारक द्वारा लोन प्राप्त करने हेतु 10 अलग- अलग बैंकों के खाते दिये गये एवं उसमें रकम डालने को कहा।
जिस पर प्रार्थी द्वारा अलग-अलग तिथियों में अलग-अलग किश्तों में कुल 15 लाख रूपये मोबाईल नम्बर के अज्ञात धारक द्वारा बताये बैंक खातों में डाले गये, जिसके बाद अज्ञात मोबाईल नम्बर के धारक द्वारा प्रार्थी को व्हॉटसएप में 25 लाख एवं 42 लाख रूपये के डिमाण्ड ड्राफ्ट के फोटो भेजकर लोन स्वीकृत हो गया है प्राप्त करने हेतु और रकम डालने को कहा जिस पर प्रार्थी को धोखाधड़ी का संदेह होने पर प्रार्थी द्वारा रकम नही डाला गया।
इस प्रकार अज्ञात मोबाईल नम्बर के धारक द्वारा प्रार्थि को लोन दिलाने का झांसा देकर उससे 15 लाख रूपये की ठगी किया गया था। जिस पर अज्ञात आरोपी के विरूद्ध थाना खमतराई में अपराध क्रमांक 18/2023 धारा 420, 34 भादवि. का अपराध पंजीबद्ध किया गया।
वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देशन में एण्टी क्राईम एण्ड साईबर यूनिट तथा थाना खमतराई पुलिस की संयुक्त टीम द्वारा घटना के संबंध में प्रार्थी से विस्तृत पूछताछ कर अज्ञात आरोपी की पतासाजी करना प्रारंभ किया गया। टीम के सदस्यों द्वारा मोबाईल नम्बर एवं बैंक से प्राप्त दस्तावेजों का लगातार विश्लेषण करते हुए अज्ञात आरोपियों को लोकेट करने के प्रयास किये जा रहे थे। इसी दौरान टीम के सदस्यों द्वारा घटना में संलिप्त 01 आरोपी की पहचान दिल्ली निवासी अंशुल के रूप में करने के साथ ही अंशूल को दिल्ली के पालमगांव में लोकेेट किया गया। एण्टी क्राईम एण्ड साईबर यूनिट तथा थाना खमतराई पुलिस की 05 सदस्यीय टीम को दिल्ली रवाना किया गया। टीम के सदस्यों द्वारा पालमगांव दिल्ली पहुंच कर अंशुल को राजनगर पार्ट 02 पालम से पकड़ा गया।
घटना के संबंध में कड़ाई से पूछताछ करने पर अंशुल द्वारा अपने अन्य साथी नीरज सिंह उर्फ नीर सिंह, विकास कुमार एवं बंटी कश्यप के साथ मिलकर ठगी की उक्त घटना को अंजाम देने के साथ ही देश भर के अलग-अगल राज्यों में लोगों को लोन दिलाने के नाम पर अपने झांसे में लेकर उनसे लाखो रूपये की ठगी करना बताया गया है। जिस पर टीम के सदस्यों द्वारा घटना में संलिप्त अन्य आरोपी नीरज सिंह उर्फ नीर सिंह, विकास कुमार एवं बंटी कश्यप को भी पालमगांव दिल्ली से पकड़ा गया। सभी चारों आरोपियों को गिरफ्तार कर उनके कब्जे से घटना से संबंधित 2 नग ए.टी.एम. कार्ड एवं 0 नग बैंक पासबुक जप्त कर आरोपियों के विरूद्ध कार्यवाही की गई। उक्त जानकारी आज वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक प्रशांत अग्रवाल ने पत्रकारों को दी।
कार्यवाही में निरीक्षक सोनल ग्वाला थाना प्रभारी खमतराई, एण्टी क्राईम एण्ड साईबर यूनिट से निरीक्षक गौरव तिवारी, सउनि संतोष सिंह, प्र.आर. महेन्द्र राजपूत, म. प्र. आर. बसंती मौर्य, आर. सुरेश देशमुख, जसवंत सोनी, प्रमोद बेहरा, राकेश पाण्डेय, मोह. राजिक, नितेश राजपूत, रवि प्रभाकर म.आर. बबीता देवांगन, गणेश मरावी, टेकसिंह मोहले, थाना सिविल लाईन से उपनिरीक्षक वासुदेव परघनिया तथा थाना खमतराई से सउनि रामनाथ चंद्रवंशी की महत्वपूर्ण भूमिंका रही।