माउंट एवरेस्ट फतह कर पर्वतारोही याशी ने तिरंगा संग बेटी बचाओ – बेटी पढ़ाओं का फहराया परचम, छत्तीसगढ़ जैन समाज ने दी बधाई

माउंट एवरेस्ट फतह कर पर्वतारोही याशी ने तिरंगा संग बेटी बचाओ – बेटी पढ़ाओं का फहराया परचम, छत्तीसगढ़ जैन समाज ने दी बधाई


रायपुर(अमर छत्तीसगढ़) 19 मई। रायगढ़ जिले की रहने वाली पर्वतारोही याशी जैन ने माउंट एवरेस्ट फतह कर इतिहास रच दिया है। तीन महाद्वीपों की सबसे ऊंची चोटी को फतह करके वहां भारतीय तिरंगा संग बेटी बचाओ – बेटी पढ़ाओं का परचम फहराया जिसमें लिखा था कि लक्ष्मी का वरदान है बेटी, धरती पर भगवान हैं बेटी। जिला रायगढ़। माउंट एवरेस्ट फतह करने का उनका अभियान एक अप्रैल से शुरू हुआ था और 45 दिनों तक चला। 15 सदस्यीय टीम में याशी छत्तीसगढ़ से एकमात्र पर्वतारोही थी। माउंट एवरेस्ट फतह करने पर छत्तीसगढ़ जैन समाज ने उन्हें बधाई दी है। उल्लेखनीय है कि इससे पहले याशी एक बार और माउंट एवरेस्ट फतह करने निकली थी लेकिन खराब मौसम के कारण वे सफल नहीं हो सकी। मलाल दूर करने उन्होंने दोबारा चढ़ाई करने की सोची।
याशी जैन छत्तीसगढ़ की पहली बिटियां है जिन्होंने याशी जैन ने 14 फरवरी 2023 दक्षिण अमेरिका की सबसे ऊंची चोटी पर माउंट अकंकागुआ 6961 मीटर पर फतह किया। दो अक्टूबर 2022 को माउंट किलिमंजारो 5896 मीटर पर सफलतापूर्वक चढ़ाई की यह अफ्रीका की सबसे ऊंची चोटी है। माउंट एवरेस्ट के दौरान अभियान 2021 मे कैंप 8000 मीटर तक पहुंची। जनवरी 2021 में लोबुचे ईस्ट पीक 6119 मीटर पर सफलतापूर्वक चढ़ाई की। जनवरी 2020 में आईलैंड पीक नेपाल 6189 मीटर पर सफलतापूर्वक चढ़ाई की। 2019 में माउंट एल्ब्रस 5642 मीटर यूरोप की सबसे ऊंची चोटी, साल 2018 में हिमालयी क्षेत्र में 6116 मीटर ऊंची माऊंट जोगिन 3 चोटी पर चढ़ाई कर सफलता हासिल कर चुकी है। साहस भरे कारनामों के चलते उन्हे राज्यपाल द्वारा वीरांगना पुरस्कार, शहीद इंदिरा गांधी खेल पुरस्कार, तान्या पुरस्कार समेत कई बड़े पुरस्कार से सम्मानित हो चुकी है।

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