राजनांदगांव( अमर छत्तीसगढ) 2 मई। राजधानी रायपुर से आज सुबह पुरातत्व विभाग की टीम ने सुप्रसिद शक्तिपीठ मां शीतला मंदिर का जायजा लिया। टीम क़ो माँ शीतला मन्दिर की स्थापना, इतिहास, प्राचीन कुआ और स्थापित मूर्तियां सहित राजा के मठ और अन्य ऐतिहासिक मूर्तियां आदि की विस्तार से जानकारी मन्दिर के बड़े महाराज पंडित सुरेश कुमार दुबे ने दी। पुरातत्व विभाग की टीम ने मन्दिर का जायजा लेते हुए फोटो , वीडियो लेकर नापजोख किया ।
पुरातत्व की टीम के प्रमुख पुरातववेता प्रभात सिंह ने बताया कि हम पुरातत्व विभाग के संचालक के निर्देश पर राजनांदगाव के माता शीतला मंदिर सिद्ध पीठ का इतिहास एवं पुरातात्विक मूर्तियां के ऐतिहासिकता का पता लगाने आये है और हमने यहां पर देखा है यह मंदिर चारों तरफ से तालाब से घिरा हुआ है। जल की उपस्थिति संकेत देती है कि यह प्राचीन ए तिहासिक गड़ी हैl

मंदिर के गर्भ ग्रह, बाहर में प्रस्तर मूर्तियां का अपना एक ऐतिहासिक महत्व है lकुएं का निर्माण प्राचीन पत्थर और तकनीक से बना हैl मंदिर के दक्षिण पूर्व दिशा में राज परिवार के 16 समाधि विद्यमान हैl
इसमे उल्लेखकित शिलालेख में राजा बलराम दास, राजा दिग्विजय दास,आदि राज परिवार के समाधि स्थल यह अपने आप में इस मंदिर से जुड़ा इतिहास प्रदर्शित करता हैl हम यहाँ की सारी ऐतिहासिक जानकारी लेकर फोटो नाम जोख कर प्रतिवेदन बनाकर संचालक पर्यटन को अपनी रिपोर्ट प्रस्तुत करेंगे l
हमारा विभाग का उद्देश्य किसी भी ऐतिहासिक प्राचीन स्थल के विकास के साथ पुरातत्व से जुडी ऐतिहासिकता से छेड़छाड़ ना हो, इसके लिए भी हमारा विभाग हमेशा प्रयासरत रहता हैl इसी को देखते हुए हमको हमारी टीम को यहां भेजा गया है।
इस अवसर पर पंडित राज दुबे,पंडित चंद्रकांत दुबे,पंडित मंगल दुबे,पंडित पीयूष दुबे,पंडित रवि प्रकाश दुबे,पंडित अंकित दुबे,पंडित सुभाष दुबे, देवेंद्र सोनी, संजय शिवलिंकार, आदि उपस्थित थेl उक्त जानकारी माँ शीतला मन्दिर परिवार के अमन दुबे ने दी है।