समस्या का समाधान जहां पर होता है वहीं समस्या का जन्म भी हो सकता है- प्रवीण ऋषि

समस्या का समाधान जहां पर होता है वहीं समस्या का जन्म भी हो सकता है- प्रवीण ऋषि

टैगोर नगर के श्री लालगंगा पटवा भवन में चातुर्मासिक प्रवचन
रायपुर(अमर छत्तीसगढ़) 9 अगस्त। . एक जगह पर कोई फैमिली है तो दूसरी फैमिली वहां नहीं जाएगी, यह प्रोटोकॉल है। कोप भवन में कोई जाकर बैठा है तो उसका ट्रीटमेंट करना है, यह दूसरा प्रोटोकॉल है। इसी प्रोटोकॉल ने कैसे प्रॉब्लर्म खड़े किए, उस पड़ाव पर हम पहुंच रहे हैं। टैगोर नगर के श्री लालगंगा पटवा भवन में चल रहे चातुर्मासिक प्रवचन में उपाध्याय प्रवर प्रवीण ऋषि ने ये बातें कही।
उन्होंने कहा कि जिससे समाधान हो सकता है उससे समस्या का जन्म भी हो सकता है। जिससे समस्या का जन्म हो सकता है, उससे समाधान भी हो सकता है। जिस व्यवस्था से समाधान हो सकता है, उससे समस्या का जन्म भी हो सकता है। व्यवस्था न समाधान को जन्म देती है, न समस्या को। व्यवस्था का उपयोग आप कैसे करते हैं और उसका मिसयूज किसी को कैसे करने देते हैं, इस पर निर्भर करता है। भगवान महावीर जहां नहीं पहुंच पाते थे, वहां वे इंद्रभूमि गौतम को दूत बनाकर भिजवा देते थे। जिन शासन के किसी भी मंदिर में जाओ, गौतम स्वामी का ही प्रसाद मिलता है, गौतम प्रसादी ही मिलती है। हमारी एक ही जिम्मेदारी है और दायित्व है, सधर्मी को समस्या हो हमारी नींद हराम हो जानी चाहिए। अगर वह वेदना में है तो हमें चैन से सोने का हक नहीं है। जिस भी समय कोई यदि समस्या लेकर पहुंचे तो हमें भामाशाह की तरह उसकी मदद करनी है।

आनंद गाथा का भव्य आगाज, आज सामायिक दिवस

10-11 अगस्त को सुमित बिजनेस पार्क में जुटेगा सकल जैन समाज
रायपुर श्रमण संघ के अध्यक्ष ललित पटवा ने बताया कि राष्ट्र संत आचार्य आनंद ऋषि जी महाराज साहब के 124वें मंगल जन्मोत्सव के अवसर पर 8 दिवसीय समारोह का आयोजन किया गया है। इसके तहत गुरुवार को सुमित बिजनेस पार्क में सुबह 8 बजे से सामायिक दिवस मनाया जाएगा। 11 अगस्त को सुबह 8 बजे से 36 लाख नवकार जाप होगा। इसके लाभार्थी सुमित ग्रुप, कांकरिया परिवार हैं। टैगोर नगर स्थित श्री लालगंगा पटवा भवन में 12 अगस्त को णमोत्थुणं जाप, 13 अगस्त को उवसग्गहरं जाप, 14 अगस्त को पैसठिया जाप एवं एकासना दिवस, 15 अगस्त को लोगस जाप होगा। वहीं सेरीखेड़ी स्थित हुकम्स ललित महल में 16 अगस्त को आनंद चालीसा- प्रवचन एवं भक्ति, 17 अगस्त को आयंबिल दिवस, गुणानुवाद सभा एवं 1008 अट्ठाई पचक्खाण होगा। 18 अगस्त को पारणा महोत्सव मनाया जाएगा।

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