बिलासपुर(अमर छत्तीसगढ़)। श्री जैन श्वेतांबर श्री संघ समाज के द्वारा परम पर्वाधिराज पर्युषण महापर्व 2023 का शुभारंभ रविवार को हुवा। पूरे विधि विधान से भगवान जी को आठ दिनों के लिए भवन में विराजमान किया गया। जहां विशेष पूजा अर्चना की गई । पर्व 13 अगस्त से 20 अगस्त तक तारबाहर स्थित चोपड़ा भवन में संपन्न होगा । सुबह कल्पसूत्र का वाचन विशेष पूजा, सामायिक, प्रतिक्रमण, आरती एवं रात्रि में भक्ति संपन्न हुवा ।
जैन समाज के प्रचार प्रसार प्रभारी अमरेश जैन ने बताया कि पर्युषण महापर्व के पहले दिन सुबह नेहरू नगर विमल चोपड़ा के निवास से भगवान जी को लेकर चोपड़ा भवन पहुंचें । जहां पर पूजन वेशभूषा धारण कर कई तरह के पाठ से शुद्धि का कार्य कर भगवानों को विराजमान किया गया । विधि विधान से पूजा अर्चना कर भगवान जी को स्थापित की गई । पश्चात समाज के श्रावक श्राविकाओ द्वारा पक्षाल पूजा, प्रार्थना की गई। सामूहिक जाप, दादा गुरुदेव इकतीसा का पाठ एवं अंत में विशेष आरती की गई। इसके पश्चात समाज की श्रीमती शोभा मेहता एवं श्रीमती पुष्पा श्रीश्रीमाल द्वारा कल्प सूत्र का वाचन किया गया ।
रात्रि में धार्मिक संगीत संध्या संपन्न हुवे । जिसमें समाज के छोटे बच्चों से लेकर सभी भक्ति में शामिल होकर एक से बढ़कर एक भक्ति प्रस्तुत करेंगे। चातुर्मास लगते ही जैन समाज के घरों में बड़ी संख्या में तपस्या करने के साथ साथ आज से हरी सब्जी, जमीकंद का त्याग, सूर्यास्त पूर्व भोजन का त्याग करने लगे है। इस अवसर पर छोटे बच्चे से लेकर बुजुर्ग तक तप, तपस्या, आराधना में लीन होने लगे। पहले दिन कई तरह के उपवास एवं त्याग का पालन घर घर किया जा रहा ।
इस अवसर पर समाज के संरक्षक विमल चोपड़ा, नरेंद्र मेहता, इन्दरचंद बैद, जितेंद्र बोथरा, सुभाष श्रीश्रीमाल, संतोष चोपड़ा, अमित मेहता, प्रवीण कोचर, मलय मुनोत, प्रवीण गोलछा, अभिनव डाकलिया, नितेश बोथरा, संजय छाजेड़, अमरेश जैन, संगीता भयानी, कविता मुनोत, शोभा मेहता, राजेश पारसमनी, अपेक्षा चोपड़ा, ज्योति भयानी, रुचिता भयानी, संगीता बोथरा, अंजली मेहता, मीनू मेहता, भावना चोपड़ा, तुषार मेहता, भव्या, मौली एवं जैन श्वेतांबर श्री संघ द्वारा समाज के वरिष्ठ जनों के उपस्थिति में उक्त आयोजन को बड़ी ही धूमधाम से मनाया जा रहा ।
बोली का लाभ
शांति कलश की बोली जितेंद्र बोथरा एवं परिवार, पांच ज्ञान की बोली सुभाष श्रीश्रीमाल एवं पोथा जी को बैठाने की बोली रविन्द्र जंदानी परिवार को लाभ लिया ।