क्या खुज्जी में होगा दो ओबीसी महिलाओ के बीच महासंग्राम ?

क्या खुज्जी में होगा दो ओबीसी महिलाओ के बीच महासंग्राम ?

गीता/घासी और सीमा यादव में हो सकता है जंगी मुकाबला
दो पिछड़ा वर्ग महिला उम्मीदवारों के बीच हो सकता है द्वंद
क्या गीता/घासी के विरुद्ध सीमा यादव होंगी कांग्रेस पार्टी की प्रत्यासी..????
एक पार्टी से बगावत करके लड़ी है चुनाव तो दूसरा स्वतंत्रता संग्राम सेनानी परिवार की है वारिस
क्या इस बार छन्नी साहू का कटेगा टिकिट
अपने ही सरकार का खिलाफत करना क्या छन्नी को पड़ेगा महंगा..????

छुरिया(अमर छत्तीसगढ) 31 अगस्त ।
विधानसभा चुनाव नजदीक आते देख दावेदारों की धड़कने बढ़नी लगी है। भाजपा ने प्रत्यासी उतारने के काम मे पहले बाजी मारते हुए जहां खुज्जी से गीता/घासी साहू को मैदान में उतारा है। वहीं दूसरी ओर कांग्रेस ने अब तक अपने पत्ते नहीं खोले है। लोगो के जेहन में यह सवाल उठ रहा है कि क्या खुज्जी में इस बार दो ओबीसी महिला चेहरों के बीच मुकाबला होगा। क्या गीता/घासी के विरुद्ध सीमा यादव होगी कांगेस की प्रत्यासी…? चूंकि खुज्जी विधानसभा में अभी छन्नी साहू विधायक है जो कि ओबीसी महिला वर्ग से आती है। इसी को ध्यान में रखकर भारतीय जनता पार्टी ने ओबीसी महिला गीता/घासी साहू को प्रत्यासी बनाया है।
चूंकि कांग्रेस पार्टी सहित तमाम सर्वे में छन्नी साहू की स्थिति क्षेत्र में काफी खराब दिखाई गई है। सर्वे में बताया गया है कि यदि उन्हें टिकिट मिली तो वे बुरी तरह हार जाएंगी। इसलिए कांग्रेस पार्टी खुज्जी विधानसभा में इस बार कोई रिश्क लेना नहीं चाहता। बल्कि कोई नया चेहरा चुनाव में उतारना चाहती है जिससे कि पार्टी की जीत बरकरार रह सके।
अब जबकि भाजपा ने ओबीसी महिला उम्मीदवार गीता/घासी साहू को अपना प्रत्यासी बनाया है ऐसे में कांग्रेस पार्टी के सामने ओबीसी महिला चेहरा ही विकल्प है और वह है पार्टी की जिला सचिव तथा ओबीसी महिला चेहरा श्रीमती सीमा यादव।
कांग्रेस नेत्री सीमा यादव का सम्बंध घोघरे के स्वतंत्रता संग्राम सेनानी एवं पूर्व विधायक प्रकास यादव परिवार से है। सीमा यादव कांग्रेस पार्टी में अन्य पिछड़ा वर्ग महिला उम्मीदवारों में से एक मात्र चेहरा है जो खुज्जी विधानसभा के ग्रामीण क्षेत्रो का लगातार दौरा करके भूपेश सरकार की योजनाओं को गांव गांव तक पहुंचा रही है।
किसान नेता सुदेश टीकम ने दबावपूर्वक छन्नी को दिलवाया था टिकिट –
यह बात उल्लेखनीय है कि विगत 2018 विधानसभा चुनाव के पूर्व छन्नी साहू कांग्रेस का कोई बड़ा चेहरा नहीं रही है और न हीं पार्टी में उनका कोई विशेष योगदान रहा। यहां तक कि पिछली बार उनका नाम टिकिट पाने वाले कांग्रेस नेताओं की लिस्ट में था ही नहीं बल्कि राजनांदगांव जिले के किसान नेता सुदेश टीकम ने कांग्रेस पार्टी में यह दबाव डालकर छन्नी के लिए टिकिट लाया था कि यदि किसान संघ समर्थित छन्नी साहू को खुज्जी विधानसभा से टिकिट नहीं दी जाएगी तो किसान संघ पूरे राजनांदगांव जिले के छह विधानसभा सीटों में अपना अलग प्रत्यासी चुनाव में उतार देगा।

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