आरोग्यम नगपुरा में आरोग्यम उत्सव एवं अलंकरण समारोह
नगपुरा दुर्ग(अमर छत्तीसगढ) 22 जून। – श्री उवसग्गहरं पार्श्व तीर्थ नगपुरा परिसर में संचालित प्राकृतिक एवं योगोपचार संस्थान आरोग्यम् में अन्तर्राष्ट्रीय योग दिवस पर योग पखवाड़ा तथा निःशुल्क प्राकृतिक चिकित्सा परामर्श शिविर के साथ “आरोग्यम् उत्सव” का आयोजन हुआ। आरोग्यम् नगपुरा में सैंकड़ों पूनम तीर्थ यात्रीयो- देशभर के प्राकृतिक चिकित्सकों की उपस्थिति में आरोग्यम् के पूर्व विद्यार्थी डॉ. संतोष बर्मन दंतेवाड़ा, डॉ. प्रेमलाल पटेल मिलाई, डॉ प्रवेश जैन राजनांदगाव, डॉ. चंदन शुक्ला रायपुर, डॉ आस्था सिंह बिलासपुर, डॉ पूनम हरितवाल रायपुर, डॉ नीलम नागवानी रायपुर, डॉ. सुनीता जैन रायपुर को प्राकृतिक चिकित्सा विधा के क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्यों के लिए आरोग्यम् संस्थान नगपुरा की ओर से संस्थान अध्यक्ष गजराज पगारिया, मैनेजिंग ट्रस्टी पुखराज दुगड, ट्रस्टी भीखमचंद कोठारी, विजय चोपड़ा, तीर्थभक्त राजेन्द्रसिंह ठाकुर, महिपत भाई अमरचंद शाह चेन्नई, डॉ श्रीनारायण पाण्डे साजा, डॉ नेहा सिधें नागपुर ,महाविद्यालय प्राचार्या पूनम दुबे की आतिथ्य में “आरोग्यम् रत्न” अलंकरण से सम्मानित किया गया।
अतिथियों का स्वागत आरोग्यम् संचालक सदस्य जितेन्द्र दुगड, डॉ दानेश्वर टंडन, डा. आदित्य उपाध्याय, डॉ. रमाकांत कुर्रे, डॉ. शालिनी सिंह, डॉ. महेन्द्र साहू ने किया। इस अवसर पर अध्यक्षीय उद्बोधन में गजराज पगारिया ने कहा कि आरोग्यम् उत्सव में इस संस्थान से जुड़े देशभर के चिकित्सकगण आये हुए है. ये सभी विभिन्न स्थानों पर प्रतिष्ठित पदो पर सेवारत है. इस विधा में आर्थिक स्रोत अन्य विधाओं से अल्प है इसके बावजूद समर्पण भाव से, सेवा भाव से अपनी योग्यता से लाखों जनमानस को स्वास्थ्य के प्रति जागरूक बनाते हुए स्वस्थ जीवन जीने प्रेरित कर रहे है. इनकी सेवाओ का अभिनंदन कर यह संस्थान गौरवान्चित है।सभा में डॉ. प्रेमलाल पटेल, डा पूनम हरितवाल ने अपने नगपूरा विद्यार्थी जीवन के संस्मरण से अवगत कराते हुए कहा कि नगपुरा का वातावरण शैक्षणिक एवं शारीरिक स्वस्थ्यता के लिए अनुकूल एवं प्रभावी है। कार्यक्रम का संचालन त्रेता चंद्रकार ने किया तथा जितेन्द्र दुगड़ बंटी ने आभार प्रदर्शन किया। इस अवसर पर वर्धमान गुरुकूल एवं श्री महावीर प्राकृतिक योग विज्ञान महाविद्यालय नगपुरा के विद्यार्थीयो ने स्वागत गीत एवं विभिन्न योगासनों का संगीतमय प्रदर्शन किया।