रायपुर(अमर छत्तीसगढ), 04 जुलाई 2024/ मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने आज रायपुर स्थित निवास कार्यालय में आयोजित सप्ताहिक जनदर्शन कार्यक्रम में बागबाहरा वन क्षेत्र के कमार जनजाति परिवारों के आवेदन की सुनवाई की। उन्होंने वन विभाग के अधिकारियों को वर्षाें से बागबाहरा वन क्षेत्र क्रमांक 88 निवासरत कमार परिवारों को वहां से बेदखल किए जाने के लिए सहायक वन परिक्षेत्र अधिकारी द्वारा जारी नोटिस की जांच कर उचित कार्यवाही के निर्देश दिए।
जनदर्शन कार्यक्रम में बागबाहरा वन क्षेत्र क्रमांक 88 में निवासरत कमार जनजाति के परिवार के लोग मुख्यमंत्री से बेदखली की कार्यवाही रोकने की फरियाद लेकर पहुंचे थे। अलख राम कमार ने बताया कि उसके सहित 20 कमार परिवारों को उक्त वन क्षेत्र में निवास कर रहे हैं। कमार परिवारों को वहां से बेदखल किए जाने के लिए नोटिस जारी की गई है। उन्होंने बताया कि विशेष पिछड़ी जनजाति परिवार वन अधिकार अधिनियम 2006 के पूर्व से 20 कमार परिवार के लोग उक्त वन क्षेत्र में निवास कर अपना जीवनयापन कर रहे हैं। वर्ष 2008 में ग्राम पंचायत तमोरा द्वारा पेयजल व्यवस्था के लिए वहां बोर खनन कराया गया है। वन अधिकार समिति द्वारा 10 मई 2008 को काबिज परिवारों को पट्टा दिए जाने की भी अनुशंसा की गई है। पट्टा के नाम पर अधिकारियों द्वारा राशि की मांग किए जाने का विरोध करने पर आज पर्यन्त तक उन्हें वन अधिकार पट्टा नहीं दिया गया। कमार परिवारों को प्रताड़ित करने के लिए समय-समय पर बेदखल किए जाने की धमकी और नोटिस दी जाती है, जिससे कमार परिवार के लोग भयभीत है। मुख्यमंत्री ने इसे गंभीरता से लेते हुए वन विभाग के अधिकारियों को पूरे मामले की जांच कर उचित कार्यवाही के निर्देश दिए।
*ओलावृष्टि से धान की फसल को हुए नुकसान की क्षतिपूर्ति दिलाने का आग्रह लेकर किसान पहुंचे जनदर्शन में
मुख्यमंत्री ने कलेक्टर को प्रकरण की जांच कर कार्रवाई के दिए निर्देश
ग्राम सुखरी, कुशभाठा नगेडा, छतवन के किसान धान की फसल को धान की फसल ओलावृष्टि से हुए नुकसान की क्षतिपूर्ति दिलाने की गुहार लेकर मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय से मिलने जनदर्शन पहुंचे। मुख्यमंत्री ने किसानों की समस्या गंभीरतापूर्वक सुनीं और कलेक्टर बलौदाबाजार को इस प्रकरण की जांच कर उचित कार्रवाई के निर्देश दिए। मुख्यमंत्री को बलौदाबाजार जिले के सोनाखान तहसील के इन किसानों ने बताया कि हमारे गांवों में 2023 में ग्रीष्मकालीन धान की फसल लगी थी, धान पक चुकी थी कि मई माह में जोरदार ओलावृष्टि हुई जिससे धान की फसल पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गई। ओलावृष्टि से नुकसान हुए फसल की क्षतिपूर्ति हेतु कलेक्टर को आवेदन दिया गया था। पटवारी द्वारा फसल का निरीक्षण कर प्रकरण बनाकर तहसील में जमा कर दिया गया है। लेकिन हमें अब तक मुआवजा नहीं मिला है। जबकि उसी समय ओलावृष्टि हुए आस-पास के गावों कलमीदादर बानीखार, देवरी, नगेड़ी, सहित कुल 33 गांवों को मुआवजा मिल चुका है।
जनदर्शन में आज नवागढ़ ब्लाक के ग्राम पौंसरी के किसान अशोक रजक आए। उन्होंने कहा कि मेरे गांव के पटवारी के पास एक काम के लिए आवेदन दिया। कई दिनों तक संपर्क के बावजूद काम नहीं हो पा रहा इससे मैं हलाकान हो गया हूं। मुख्यमंत्री ने मौके पर ही बेमेतरा कलेक्टर को किसान के आवेदन की प्रगति के संबंध में जांच कर राहत देने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि यह भी देखें कि मामले में विलंब क्यों हुआ, यदि लापरवाही हुई है तो संबंधित पटवारी पर कार्रवाई की जाए। उल्लेखनीय है कि जनदर्शन में जो भी राजस्व संबंधी प्रकरण आ रहे हैं। उनके निराकरण के लिए मौके पर ही संबंधित कलेक्टर को आवेदन फॉरवर्ड किया जा रहा है ताकि आवेदनों पर अविलंब कार्रवाई की जा सके।