सूरत(अमर छत्तीसगढ), 15 जुलाई। धर्मनगरी सूरत की पावनधरा पर सोमवार सुबह श्री वर्धमान स्थानकवासी जैन श्रावक संघ गोड़ादरा के तत्वावधान में भगवान महावीर व जिनशासन के जयकारों की गूंज के बीच मरूधरा मणि महासाध्वी जैनमतिजी म.सा. की सुशिष्या सरलमना जिनशासन प्रभाविका वात्सल्यमूर्ति इन्दुप्रभाजी म.सा., आगम मर्मज्ञा डॉ. चेतनाश्रीजी म.सा., रोचक व्याख्यानी प्रबुद्ध चिन्तिका डॉ. दर्शनप्रभाजी म.सा., तत्वचिन्तिका आगम रसिका डॉ. समीक्षाप्रभाजी म.सा., सेवाभावी दीप्तिप्रभाजी म.सा., विद्याभिलाषी हिरलप्रभाजी म.सा. आदि ठाणा ने भव्य चातुर्मासिक मंगलप्रवेश किया।
भीलवाड़ा के चन्द्रशेखर आजादनगर स्थित रूप रजत विहार में वर्ष 2023 का एतिहासिक चातुर्मास सम्पन्न करने के बाद पहली बार गुजरात की पावनधरा पर चातुर्मास करने जा रहे महासाध्वी इन्दुप्रभाजी म.सा. आदि ठाणा 6 सुबह सिद्ध साधना भवन माधव पार्क से शोभायात्रा के साथ रवाना होकर चातुर्मास स्थल महावीर भवन गोड़ादरा पहुंचे। चातुर्मासिक मंगल प्रवेश कार्यक्रम पर्वत कम्युनिटी हॉल में आयोजित हुआ। धर्मसभा में महासाध्वी इन्दुप्रभाजी ने कहा कि चातुर्मासकाल में आसमान से पानी ओर साध्वीवृन्द के मुखारबिंद से जिनवाणी बरसेगी। हमे इन दोनों का लाभ लेना है। जिनवाणी श्रवण करने के साथ सभी को धर्म साधना के प्रति समर्पित होकर इस चातुर्मास को सफल बनाना है।
सभी श्रावक-श्राविकाएं चातुर्मास में अधिकाधिक त्याग,तपस्या व धर्म आराधना का लक्ष्य रखे एवं केवल चातुर्मासिक प्रवेश तक सीमित नहीं रहकर प्रतिदिन धर्म लाभ प्राप्त करने का प्रयास करें। उन्होंने कहा कि चातुर्मास के लिए धन्यवाद तभी देंगे जब विदाई के पल आएंगे उससे पूर्व इतना धर्म ध्यान करना है कि यह एक यादगार वर्षावास बन जाएं आगम मर्मज्ञ डॉ. श्रीचेतनाजी म.सा. ने कहा कि मंगल प्रवेश से ज्यादा हमे खुशी तभी मिलेगी जब धर्म साधना व तप-त्याग का ठाठ चातुर्मास में लगेगा। बच्चों से लेकर बुर्जुगों तक सभी को चातुर्मास में अधिकाधिक स्वाध्याय व साधना से जुड़ कर्मो की निर्जरा करनी है। रोचक व्याख्यानी प्रबुद्ध चिन्तिका डॉ. दर्शनप्रभाजी म.सा., ने कहा कि मारवाड़-मेवाड़ को छोड़ पहली बार गुजरात की धरा पर चातुर्मास कर रहे है। चातुर्मास का फल प्राप्त करने के लिए धर्म साधना की तरफ अग्रसर होना होगा।
उन्होंने चातुर्मास का आगाज होने पर 20-21 जुलाई को 24 घंटे का नवकार महामंत्र जाप ओर चतुर्दशी पर 108 आयम्बिल की साधना करने की प्रेरणा भी प्रदान की। तत्वचिन्तिका आगम रसिका डॉ. समीक्षाप्रभाजी म.सा. ने जितना अधिक तप त्याग व धर्म आराधना होगी चातुर्मास उतना ही अधिक सफल कहलाएंगा। उन्होंने युवक मण्डल एवं बालिका मण्डल द्वारा दी जा रही सेवाओं की भी सराहना करते हुए कहा कि युवाओं ओर महिलाओं के लिए चातुर्मास में हर रविवार विशेष कक्षा में सभी को उपस्थित रहकर धर्म ज्ञान प्राप्त करना है। सेवाभावी दीप्तिप्रभाजी म.सा. एवं विद्याभिलाषी हिरलप्रभाजी म.सा. ने भजन के माध्यम से चातुर्मास में प्रार्थना से लेकर प्रतिक्रमण तक से जुड़ने की प्रेरणा प्रदान की। धर्मसभा में मंगलाचरण श्री महावीर जैन कन्या मण्डल की सदस्यों ने किया। स्वागत गीत की प्रस्तुति श्री चंदनबाला महिला मण्डल गोड़ादरा एवं सुन्दरी जैन बहु मण्डल ने दी। तेरापंथ महिला मण्डल लिम्बायत की सदस्यों ने भी भजन की प्रस्तुति दी। अतिथियों का स्वागत करते हुए श्रीसंघ गोड़ादरा के अध्यक्ष शांतिलाल नाहर ने सभी का इस चातुर्मास को सफल बनाने में मिल रहे सहयोग के लिए आभार भी जताया।
समारोह की अध्यक्षता शांतिलाल, पंकजकुमार,हितेशकुमार एवं रांका परिवार किम ने की। मुख्य अतिथि प्यारचंद, हितेशकुमार, धर्मेशकुमार, आनंदकुमार कोठारी(फतेहपुर) रहे। ध्वजारोहणकर्ता कैलाशचन्द्र, अंकितकुमार, अंकुशकुमार,ऋषभकुमार सुराणा (कोसंबा) परिवार रहा। समारोह में श्री नवकार विहार सेवा के प्रभारी पीयूष डांगी ने विहार सेवा के बारे में जानकारी दी।
चिखली संघ के वीरेन्द्रकुमार जैन ने संघ के तत्वावधान में 17 जुलाई को होने जा रहे महासाध्वी सयंमप्रभाजी म.सा. आदि ठाणा के चातुर्मासिक मंगल प्रवेश में पधारने की विनती की। राजकीय अतिथि डिप्टी मेयर नगर सेवक डॉ.नरेन्द्रभाई पाटिल ने भी चातुर्मासिक सफलता की मंगलकामना करते हुए हर संभव सहयोग उपलब्ध कराने का भरोसा दिलाया। राकेश चपलोत, राजकुमारी खाब्या आदि ने भी विचार व्यक्त किए। अतिथियों का स्वागत श्रीसंघ द्वारा किया गया। समारोह का कुशल संचालन श्री वर्धमान नवयुवक मण्डल के पूर्व मंत्री विजय नाहर ने किया। सम्पूर्ण चातुर्मास में स्वधर्मी स्वामीवात्सल्य के लाभार्थी लुणकरण,सुनीलकुमार,कमलकुमार,नितेशकुमार एवं कोठारी परिवार सूरत-वापी, चातुर्मास मंगल प्रवेश पर गौतम प्रसादी के लाभार्थी मदनलाल,शांतिलाल,विजयकुमार,दिलीपकुमार,राजेशकुमार एवं सहलोत परिवार लिम्बायत, सम्पूर्ण चातुर्मास के स्वागतकर्ता लाभार्थी परिवार शांतिलाल,मुकेशकुमार,दीपककुमार एवं नाहर परिवार लिम्बायत रहे। समारोह को सफल बनाने में श्रीसंघ के अध्यक्ष शांतिलाल नाहर, उपाध्यक्ष राकेश गन्ना, मंत्री महावीर नानेचा, कोषाध्यक्ष प्रकाश सिंघवी आदि पदाधिकारियों के साथ युवा मण्डल, महिला मण्डल, बहु मण्डल आदि ने भी पूर्ण सहयोग किया। समारोह में सूरत के उधना, वेसू, चलथान, कोड़ादरा, चिखली, भटारारोड़, परदपाटिया, व्यारा, अक्षरधाम,माण्डवी,कीम, पाडेसरा आदि संघों/उपसंघों के प्रतिनिधि भी मौजूद रहे ओर गोड़ादरा संघ को चातुर्मासिक सफलता की शुभकामनाएं दी। समारोह में भीलवाड़ा, अहमदाबाद, बारड़ोली, थामला, चैन्नई, अंटाली, ब्यावर, नंदूरबार, पुष्कर, अजमेर,पाली, बिखरनिया, फतहगढ़ आदि स्थानों से पधारे श्रावक-श्राविकाएं भी शामिल हुए।
छाई रही पिछले वर्ष के एतिहासिक भीलवाड़ा चातुर्मास की चर्चा
चातुर्मासिक प्रवेश कार्यक्रम में महासाध्वी मण्डल के पिछले वर्ष भीलवाड़ा के चन्द्रशेखर आजादनगर स्थित रूप रजत विहार में हुए एतिहासिक सफल चातुर्मास की चर्चा भी छाई रही। महासाध्वी मण्डल हो या पिछले चातुर्मास आयोजक अरिहन्त विकास समिति भीलवाड़ा के पदाधिकारी हो सभी ने रूप रजत विहार में पहली बार हुए उस चातुर्मास को यादगार व अविस्मरणीय बताया। समिति के अध्यक्ष राजेन्द्र सुकलेचा एवं श्राविका रत्न सुनीता सुकलेचा ने पिछले भीलवाड़ा चातुर्मास में गुरूणी मैया की सेवा के मिले अवसरों को जीवन के यादगार पल बताते हुए गोड़ादरा संघ के तत्वावधान में होने जा रहे चातुर्मास की सफलता की मंगलकामना की। भीलवाड़ा से आए श्रावक-श्राविकाओं ने पूज्य इन्दुप्रभाजी म.सा. आदि ठाणा के दर्शन वंदन करने के साथ आशीर्वाद प्राप्त किया ओर भविष्य में अनुकूलता के अनुसार पुनः जल्द भीलवाड़ा पधारने की विनती भी की।
माधव पार्क से महावीर भवन पहुंचने तक गूंजते रहे जयकारे
सरलमना जिनशासन प्रभाविका वात्सल्यमूर्ति इन्दुप्रभाजी म.सा. आदि ठाणा ने सोमवार सुबह सुबह सिद्ध साधना भवन माधव पार्क से भ्व्य शोभायात्रा के साथ रवाना होकर भगवान महावीर के साथ जिनशासन एवं जैन धर्म के जयकारों की गूंज के बीच चातुर्मास स्थल महावीर भवन गोड़ादरा पहुंच मंगल प्रवेश किया। मंगल प्रवेश शोभायात्रा में सबसे आगे चुंदड़ी पहने श्राविकाएं सिर पर मंगल कलश धारण किए हुए चल रही थी। जैन धर्म की ध्वजा हाथ में लिए हुए सैकड़ो श्रावक-श्राविकाएं शोभायात्रा में चल रहे थे। युवक मण्डल,महिला मण्डल एवं बहु मण्डल के सदस्य भी उत्साह के साथ शोभायात्रा में सहभागिता निभा रहे थे।
साध्वी इन्दुप्रभाजी का पहली बार गुजरात में चातुर्मास
संयम साधना जीवन के 43 वर्ष पूर्ण कर चुके महासाध्वी इन्दुप्रभाजी म.सा. का यह गुजरात क्षेत्र में पहला चातुर्मास हो रहा है। वर्ष 1981 में पाली में पहला चातुर्मास करने वाली महासाध्वी इन्दुप्रभाजी म.सा. ने अब तक राजस्थान से बाहर मात्र एक चातुर्मास हरियाणा में किया है। गुजरात क्षेत्र विशेषकर सूरत के श्रावक-श्राविकाएं लंबे समय से महासाध्वी इन्दुप्रभाजी म.सा. आदि ठाणा की सेवा में चातुर्मास की विनती लेकर प्रस्तुत हो रहे थे। पिछले वर्ष भीलवाड़ा चातुर्मास के दौरान सूरत गोड़ादरा संघ उपस्थित हुआ तो भीलवाड़ा संघ ने भी विनती की भावना में सहयोग दिया। इसके बाद वर्ष 2024 का चातुर्मास मिलने से सूरत के श्रावक-श्राविकाओं की भावना फलीभूत हुई है।
नियमित चातुर्मासिक प्रवचन 20 जुलाई से
महासाध्वी इन्दुप्रभाजी म.सा. आदि ठाणा 6 के चातुर्मास काल में तप त्याग, स्वाध्याय व साधना की अविरल धारा प्रवाहित होगी। चातुर्मास अवधि में तप-त्याग की प्रेरणा देने वाले विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन होगा। सूर्योदय से पूर्व नियमित प्रार्थना मंगलवार से शुरू होगी। चातुर्मासकाल में 20 जुलाई से प्रतिदिन सुबह 8.45 से 10 बजे तक प्रवचन होंगे। प्रतिदिन दोपहर 2 से 3 बजे तक नवकार महामंत्र का जाप होने के साथ हर रविवार सुबह 7 से 8 बजे तक युवाओं को धर्म संस्कार प्रदान करने के लिए क्लास होगी। इसी तरह हर शनिवार रात 8 से 9 बजे तक बालिकाओं के लिए क्लास होगी। प्रत्येक रविवार को बाल संस्कार शिविर व दोपहर में प्रश्न मंच का आयोजन भी होगा।
सम्पर्क –
सुनीता डांगी, मो.7405231817
राकेश गन्ना मो. 9898393336
चातुर्मास प्रचार-प्रसार समिति,गोड़ादरा,सूरत
प्रस्तुतिः निलेश कांठेड़
अरिहन्त मीडिया एंड कम्युनिकेशन,भीलवाड़ा
मो.9829537627