रायपुर(अमर छत्तीसगढ) 26 जुलाई। भाजपा के दिग्गज नेता, प्रखर वक्ता ,कुशल संगठनकर्ता प्रभात झा का आज सुबह गुडगांव के मेदांता अस्पताल में निधन हो गया। स्वर्गीय झा पिछले एक माह से ज्यादा समय से जीवन के लिए संघर्ष कर रहे थे औऱ अंतत आज सुबह 4 बजे उन्होने अंतिम सांस ली।
कुछ दिनों पहले मध्यप्रदेश के पूर्व मंत्री अजय विश्नोई ने उनकी बीमारी का जिक्र करते हुए फेसबुक पर मार्मिक पोस्ट की थी। अभी यह तय नहीं कि ग्वालियर, भोपाल या बिहार में उनके पैतृक गांव में से कहां उनका अंतिम संस्कार होगा। प्रभात जी की कर्मभूमि पहले ग्वालियर फिर भोपाल रही है। हालांकि वर्तमान में अपने दोनों बेटों और पूरे परिवार के साथ भोपाल में ही स्थायी रुप से रह रहे थे लेकिन ग्वालियर और पैतृक स्थान से भी उनका सतत सम्पर्क बना हुआ था।
प्रभात जी लम्बे समय से मधुमेह औऱ उच्च रक्तचाप से पीड़ित थे । करीब एक माह पहले हालात बिगड़ने पर उन्हे भोपाल के निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया था ,लेकिन बाद में उन्हें गुरुग्राम के मेदांता अस्पताल में दाखिल कराया गया था ,जहां चिकित्सकों ने उन्हे ब्रेन डेड घोषित कर दिया था।
प्रभात झा का जन्म 5 जून 1957 को बिहार के दरभंगा जिले के हरिहरपुर गांव में हुआ था, बाद में वे परिवार सहित ग्वालियर आ गए थे । संघ की विचारधारा से गहरे जुड़े होने के कारण शुरुआती दौर में ही ग्वालियर के स्वदेश अखबार से जुड़कर अपने पत्रकारिता जीवन की शुरुआत की। उसके बाद राजनीति की शुरुआत भाजपा में कुशाभाऊ ठाकरे के सानिध्य में की।
उल्लेखनीय है कि प्रभात झा राष्ट्रीय उपाध्यक्ष रहने के अलावा मध्यप्रदेश भाजपा के अध्यक्ष और तीन बार राज्यसभा के सदस्य रहे। राजनाथ सिंह के अध्यक्षीय कार्यकाल में राष्ट्रीय सचिव रहे। राष्ट्रीय उपाध्यक्ष के रुप में पंजाब और चंडीगढ़ के प्रभारी रहे ।छत्तीसगढ़ में पहली बार भाजपा सरकार बनाने में उनकी अहम भूमिका रही। इसके अलावा कुशाभाऊ ठाकरे पत्रकारिता एवं जनसंचार विश्वविद्यालय रायपुर की संकल्पना से लेकर उसे मूर्त रुप देने में उनका सर्वाधिक योगदान रहा।
अविभाजित मध्यप्रदेश में भाजपा की मीडिया विंग की परिकल्पना और उसे मजबूत रुप से स्थापित करने में उनका खासा योगदान रहा है। उन्हे अविभाजित मध्यप्रदेश का पहला संवाद एवं सम्पर्क प्रमुख बनाया गया था , इस पद को बाद में प्रदेश मीडिया प्रभारी के नाम से जाना गया। पार्टी ने उन्हे कई राज्यों जैसे गुजरात, झारखण्ड ,उत्तरप्रदेश और बिहार के विधानसभा चुनावों में मीडिया मैनेजमेन्ट की जिम्मेदारी सौंपी ,जिसका उन्होने बखूबी निर्वहन किया।
प्रभात झा के निकट सहयोगी रहे भाजपा के पूर्व संभागीय मीडिया प्रभारी और जबलपुर के अधिवक्ता मनीष मिश्रा के अनुसार पार्टी में जनाधार वाले कई नेता हुए हैं लेकिन कुशाभाऊ ठाकरे के बाद श्री झा भाजपा के ऐसे दूसरे नेता थे जिन्होने कार्यकर्ताओं के मर्म को समझा। प्रदेश अध्यक्ष के रुप में अपने कार्यकाल के दौरान मध्यप्रदेश के लगभग हर मंडल तक पहुंचकर कार्यकर्ताओं की बैठक लेने वाले शायद वे इकलौते नेता रहे हैं। पार्टी से मिली जिम्मेदारियों के कारण मध्यप्रदेश के अंदर औऱ अन्य राज्यों में दायित्व के दौरान लगातार दौरों के कारण ही मधुमेह औऱ उच्च रक्तचाप की बीमारी की चपेट में आए।
प्रभात झा के निधन पर छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने एक्स पर अपने शोक संदेश में लिखा कि भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता श्री प्रभात झा जी का निधन अत्यंत दुखद है। उन्होने भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष,मध्यप्रदेश के भाजपा अध्यक्ष,राज्यसभा सांसद के रुप में अपना जीवन व्यतीत किया। वे वरिष्ठ पत्रकार एवं लेखक रहे। छत्तीसगढ़ से भी उनका विशेष जुड़ाव रहा । उनका निधन भाजपा परिवार के लिए अपूरणीय क्षति है। ईश्वर से उनकी आत्मा की शांति एवं परिजनों ,शुभचिंतकों को संबल प्रदान करने की प्रार्थना करता हूं।
पूर्व मुख्यमंत्री और छत्तीसगढ़ विधानसभा के अध्यक्ष डॉ.रमन सिंह ने एक्स पर लिखा कि मध्यप्रदेश बीजेपी के पूर्व अध्यक्ष श्री प्रभात झा जी के निधन के समाचार से मन को अत्यंत पीड़ा पहुंची है।संगठन की राष्ट्रवादी विचारधारा को जन-जन तक पहुंचाने के लिए आजीवन समर्पित रहे श्री प्रभात झा जी का जाना हम सभी के लिए अपूरणीय क्षति है, मैं ईश्वर से प्रार्थना करता हूं कि दिवंगत आत्मा को अपने श्रीचरणों में स्थान और शोकाकुल परिजनों व समर्थकों को इस कठिन समय में धैर्य और संबल प्रदान करें।
रायपुर से भाजपा सांसद और वरिष्ठ नेता बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि पूर्व राज्यसभा सांसद श्रद्धेय प्रभात झा के निधन के समाचार से मन अत्यंत दुखी है । श्रद्धेय प्रभात जी का सम्पूर्ण जीवन संगठन के कार्यों एवं समाज सेवा हेतु समर्पित रहा ,उनका निधन भाजपा परिवार के लिए अपूरणीय क्षति है।
पूर्व मंत्री और रायपुर पश्चिम के विधायक राजेश मूणत ने कहा कि आदरणीय प्रभात झा जी राष्ट्रसेवा में आजीवन समर्पित रहे, मुझे भी उनके नेतृत्व में काम करने का, सीखने का अवसर मिला ,ऐसे कर्मठ व्यक्तित्व को विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं। परम पिता परेश्वर दिवंगत आत्मा को अपने श्रीचरणों में स्थान दें एवं शोकाकुल परिजनों को दुख की इस घड़ी में सम्बल प्रदान करें।