नियम बना लेंने से भगवान भोले भंडारी भक्तों का भंडार‌ भर‌ देते है…. शिव जी का मंदिर जाने का नियम तोड़ना नहीं चाहिए- पं. प्रदीप मिश्रा जी

नियम बना लेंने से भगवान भोले भंडारी भक्तों का भंडार‌ भर‌ देते है…. शिव जी का मंदिर जाने का नियम तोड़ना नहीं चाहिए- पं. प्रदीप मिश्रा जी

राजनांदगांव(अमर छत्तीसगढ) 3 अगस्त/ शहर के गौरव पथ स्थित पद्मश्री आडिटोरियम में 2 अगस्त शुक्रवार से प्रारंभ अंतरराष्ट्रीय कथावाचक पं० प्रदीप मिश्रा जी के श्री महाशिवपुराण कथा आयोजन में बरसते पानी में भी भक्तों की भारी भीड़ उमड़ी रही। कथा श्रवण के लिए भक्तों के उमड़ी भीड़ को देखते हुए पुलिस प्रशासन द्वारा चाक- चौबंद व्यवस्था की गई थी।
शनिवार के श्री महाशिवपुराण कथा आयोजन में भगवान भोलेनाथ की कृपा किस तरह बरसती है इस संदर्भ में महराज जी ने कहानी सुनाई। उन्होंने कहा कि हर व्यक्ति को एक नियम बना लेना चाहिए। किसी भी मंदिर देवालय जाने का भी ‌एक नियम होना चाहिए। नियम टूटना नहीं चाहिए। नियम बना लेने से मेरे भगवान भोले भंडारी को भक्तों का भंडार भरने ‌आना ही पड़ता है। उन्होंने बताया कि एक व्यक्ति ने अपने गांव के कुम्हार के रोजाना मुख देखने का नियम बना लिया। वह रोजाना सुबह उसके घर जाकर उसके मुख देखकर ही अन्य काम करता था।एक दिन उक्त कुम्हार के दिखाई नहीं देने पर उसकी ‌पत्नी‌ से जानकारी ली।

उन्होंने बताया कि वह मिट्टी खत्म हो गई अतः मिट्टी लाने दूसरे गांव गया हुआ है। उक्त व्यक्ति गांव का पता पुछ कर उसे देखने चला गया। इस समय कुम्हार मिट्टी खोदने में लगा हुआ था। ऐसे में ही अचानक कुम्हार केहाथ मू सोने का हंडा लग गया। जिसे उक्त व्यक्ति ने भी देख लिया। गरीबी परिस्थिति में गुजर‌-बसर करने वाला कुम्हार से हंडा मिलने की बात किसी को नहीं बताने‌ की याचना की, पर उस व्यक्ति ने हंडा देखकर भी अनदेखी कर दिया। इधर कुम्हार भी उक्त सोने‌ के हंडे को अकेले नहीं हड़पना चाहता था अतः दोनों में उसे बांट लेने‌ को‌ राजी हो गए।

महराज जी ने बताया कि यदि उक्त व्यक्ति अपना नियम तोड़ देता तो न कुम्हार को कुछ‌ मिल पाता और न उस व्यक्ति को कुछ मिलता। नियम की रक्षा करने से कुम्हार को भी उक्त व्यक्ति का फल मिल‌ गया।
महराज जी ने कहा कि जिस तरह किसान को अपने खेत‌ मे भेंड़ बिठा देने से पांच साल तक खेत की उर्वरता बनी रहती है उसी तरह अपने मन मंदिर में मेरे भोलेनाथ ‌को बिठा लेने‌ से युगों तक भगवान भोले भंडारी आपके हृदय स्थल में जगह बनाएं हुए रहते हैं।


शनिवार दोपहर 2 बजे से 4 बजे तक सुमधुर भजन-कीर्तन, गीत‌- संगीत के साथ अनवरत रूप से चले इस श्री महाशिवपुराण कथा श्रवण के लिए पूर्व सांसद प्रदीप गांधी, उद्योगपति दामोदरदास मूंदड़ा, सत्यनारायण, पुरुषोत्तम ‌गांधी व माहेश्वरी समाज के बड़ी संख्या में नर – नारियों ‌सहित श्रीमती आशा गुप्ता, अमित खंडेलवाल,सुरेन्द्र गुप्ता, कमल सोनी, वरिष्ठ पत्रकार अशोक पांडे, राजेश‌ पांडेय, पार्षद भागचंद ‌साहू‌,सुंनील साहू , महेश‌ साहू, पार्षद श्रीमती खेमिन बाई दुलारी बाई सहित अनेकों भाजपा और‌ कांग्रेस के पार्षदों के अलावा बड़ी संख्या में भगवान भोले भंडारी के भक्त जनों की उपस्थिति रही।

वहीं यजमान के रूप में संतोष पिल्ले, चंद्रशेखर पिल्ले, श्रीमती पूर्णिमा पिल्ले, परमेश्वर सिन्हा श्रीमती आशा सिन्हा, श्रीमती सुंदरी बाई की उपस्थिति बनी रही।महराज जी की कथा में रायपुर दुर्ग- भिलाई, बेमेतरा कवर्धा गंडई आदि दूर- दूर से पधारे शिव‌ भक्तो ने श्री महाशिवपुराण कथा श्रवण का लाभ लिया। महराज जी ने बताया कि 72 सालो बाद आए ऐसे पावन श्रावण मास का हर भक्त जन शिव पूजन कर अपनी बेहतरी का लाभ उठाए। इस दौरान कथावाचक पं० मिश्रा जी ने भगवान शिव की पूजा भक्ति से लाभान्वित हुए अनेक लोगों के पत्रों का वाचन किया।

पत्र में लोगों ने अपने पूर्व में उठाए दुख- तकलीफों का वर्णन कर भगवान शिव के शरण में जाने से हुए लाभ का पुरे भक्ति-भाव के साथ जिक्र किया था। श्री महाशिवपुराण कथा में उमड़ी भीड़ को व्यवस्थित बनाए रखने के लिए पूरा पुलिस प्रशासन जुटा रहा। वहीं एसडीएम अतुल विश्वकर्मा सहित अन्य शासकीय अधिकारियों की भी व्यवस्था पर नजर बनाए रखते देखा गया। आयोजन समिति द्वारा कहा गया है कि महराज जी के श्री मुख से श्री महाशिवपुराण कथा आगामी दिनों भी इसी श्रद्धा व भक्ति -भाव से जारी रहेगी। समिति द्वारा अनुरोध किया गया है कि भक्त जन व्यवस्था,व अनुशासन का पालन करते हुए कथा में भाग लेवें।

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