काठमाण्डौ नेपाल (अमर छत्तीसगढ) 4 अगस्त ।
युगप्रधान महातपस्वी आचार्य श्री महाश्रमण जी के विद्वान सुशिष्य मुनि श्री रमेश कुमार जी सहवर्ती मुनि रत्न कुमार जी की सतत प्रेरणा से काठमाण्डौ में अविरल रुप से तपस्या का क्रम प्रवर्धमान है। मुनिश्री के सान्निध्य में आज तपस्विनी श्रीमती नीतु दूगड धर्मपत्नी राजू जी दूगङ ने नो दिन की तपस्या और ज्ञानशाला प्रशिक्षिका तपस्विनी श्रीमती कविता नाहटा ने आठ दिन की तपस्या का प्रत्याख्यान किये।
तेरापंथ सभा काठमाण्डौ के तत्वावधान में तप अनुमोदना का कार्यक्रम आयोजित हुआ। तेरापंथ सभा के अध्यक्ष महावीर संचेती ने समाज की सभी संस्थाओं की ओर से तप अनुमोदना करते हुए अपने विचारों की प्रस्तुति दी । उपाध्यक्ष कालूराम जी दूगङ ने दोनों तपस्वियों का परिचय दिया। नगीना जैन ने तपस्या पर कविता प्रस्तुत की। दूगड परिवार की बहिनों और नाहटा परिवार की बहिनों ने सामूहिक तप गीत प्रस्तुत किया। ज्ञानार्थी आराध्या गोलछा ने सुमधुर गीत प्रस्तुत किया।
संप्रसारक
श्री जैन श्वेताम्बर तेरापंथी सभा काठमाण्डौ नेपाल