गुणानुवाद करने देश के विभिन्न क्षेत्रों से गुरूभक्त पहुंचे अंबाजी
अम्बाजी(अमर छत्तीसगढ) ,15 अगस्त। मरूधर केसरी मिश्रीमलजी म.सा. की 134वीं जयंति एवं एवं लोकमान्य संत शेरे राजस्थान रूपचंदजी म.सा. की 97वीं जयंति के उपलक्ष्य में सप्त दिवसीय गुरू द्वय पावन जन्मोत्सव कार्यक्रम का मुख्य आयोजन गुरूवार को श्रद्धा एवं भक्तिभावना के साथ हुआ।
श्री अरिहन्त जैन श्रावक संघ एवं श्री आदिनाथ चेरिटेबल ट्रस्ट अम्बाजी के तत्वावधान में आयोजन अंबाजी में दांता रोड स्थित भगवती वाटिका में पूज्य दादा गुरूदेव मरूधर केसरी मिश्रीमलजी म.सा., लोकमान्य संत, शेरे राजस्थान, वरिष्ठ प्रवर्तक पूज्य गुरूदेव श्रीरूपचंदजी म.सा. के शिष्य, मरूधरा भूषण, शासन गौरव, प्रवर्तक पूज्य गुरूदेव श्री सुकन मुनिजी म.सा. के आज्ञानुवर्ती युवा तपस्वी श्री मुकेश मुनिजी म.सा आदि ठाणा के सानिध्य में हुआ। इस समारोह में देश के विभिन्न क्षेत्रों से गुरू भक्त भी शामिल हुए।
समारोह की अध्यक्षता मदन पथिक विहार धाम घोड़ाघाटी के अध्यक्ष लक्ष्मीलाल वड़ाला नाथद्वारा ने की। मुख्य अतिथि वरिष्ठ सुश्रावक जैन कॉन्फ्रेंस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष नेमीचंदजी चौपड़ा पाली, श्री मरूधर केसरी पावन धाम जैतारण के अध्यक्ष केसी बोकाड़िया मुंबई, योगेशकुमारजी जैन दिल्ली, अतिरिक्त कलक्टर एवं अंबे माताजी मंदिर के ववड़दार श्री कौशिकजी मोदी, अंबाजी के पुलिस निरीक्षक जीआर गोहिल, भाजपा जिला उपाध्यक्ष प्रवीणसिंहजी राणा, सुरेशजी गुन्देचा, दिनेशजी भलघट, नवरतनमलजी गुन्देचा,पारसमलजी बोहरा, कांतिलाल जैन उदयपुर, जवरीलाल कांकरिया पाली, राजेन्द्र कुमार ओस्तवाल ब्यावर, जैन कॉन्फ्रेंस महिला शाखा की राष्ट्रीय अध्यक्ष पुष्पा राजेन्द्रजी गोखरू भीलवाड़ा थे। ध्वजारोहणकर्ता दिनेश कुमार, मनोज कुमार ,हार्दिक कुमार, झीरव कुमार मादरेचा परिवार हिम्मतनगर ने किया। गुरू मरूधर केसरी रूप रजत दरबार अनावरणकर्ता सुरेशचन्द्र, मनोज कुमार, मुकेश कुमार, महेश कुमार गुन्देचा परिवार सवराड़-रत्नागिरी-उदयपुर रहे।
समारोह में पूज्य मुकेशमुनिजी म.सा. ने कहा कि मरूधर केसरी पूज्य मिश्रीमलजी म.सा. एवं लोकमान्य संत शेरे राजस्थान रूपचंदजी म.सा. ऐसे महान संत थे जिनकी सेवा व भक्ति भावना की मिसाल सदा दी जाती रहेगी। गरीबों के मसीहा ओर मानवता को समर्पित ऐसे महापुरूषों का जितना गुणगान करें कम होगा। उन्होंने पीड़ित मानवता की ही सेवा नहीं की बल्कि मूक प्राणियों की रक्षा के लिए भी बेमिसाल कार्य किया। उनकी जीव दया के लिए अनूठे जज्बे के कारण लाखों पशुओं को अभयदान मिला।
सेवारत्न हरीशमुनिजी म.सा. ने कहा कि मरूधर केसरी पूज्य मिश्रीमलजी म.सा. एवं लोकमान्य संत शेरे राजस्थान रूपचंदजी म.सा. का जीवन हम सभी के लिए प्रेरणादायी व अनुकरणीय है।उन्होंने परोपकार की भावना से जीवन मानस सेवा व जीवदया के लिए समर्पित कर दिया। उनके जैसे महान संतों का आशीर्वाद जिनको मिला वह भी सौभाग्यशाली है। धर्मसभा में युवा रत्न श्री नानेश मुनिजी म.सा. ने कहा कि गुरूदेवों के प्रति मन की भावनाओं को व्यक्त करने के लिए शब्द नहीं मिलते है।
उन्होंने अपने कार्यो से जिनशासन की महिमा बढ़ाई ओर वह ऐसे संत थे जिनका सम्मान जैन ही नहीं 36 ही कौम के लोग करते थे। ़धर्मसभा में मधुर व्याख्यानी श्री हितेश मुनिजी म.सा. ने कहा कि मरूधर केसरी व रूपमुनिजी म.सा. की जोड़ी ने मानव सेवा के लिए प्रेरणादायी मिसाल कायम की। मरूधर केसरी की प्रेरणा व प्रयासों से ही श्रमण संघ की नींव रखी गई थी। प्रार्थनार्थी सचिन मुनिजी म.सा. ने कहा कि गुरू शिष्य को अंधकार से प्रकाश की ओर ले जाते है। वह मोक्ष का पवित्र मार्ग दिखाते है।
गुरू ही होता है जो मोक्ष मार्ग को दिव्य नेत्रों से देखने की शक्ति प्रदान करता है। वरिष्ठ सुश्रावक नेमीचंदजी चौपड़ा ने गुरू गुणानुवाद करते हुए कहा कि पूज्य गुरूदेव मिश्रीमलजी म.सा. व रूपचंदजी म.सा. ने पूरा संयम जीवन संघ-समाज की मजबूती के लिए समर्पित कर दिया। उनके प्रयासों से ही संघ-समाज को मजबूती प्राप्त हुई ओर समाजहित में कई प्रेरणादायी कार्य हो पाए। ऐसे महान संतो ंके गुणों को हम अपने जीवन में आत्मसात कर सके इसका प्रयास सदा करना चाहिए।
समारोह में विशिष्ट अतिथि सूरत के राजेन्द्रकुमारजी ओरड़िया, भगवतीलालजी परमार, महेन्द्रकुमारजी रांका, राजेन्द्रकुमारजी बोल्या, निलेशकुमारजी कोठारी, दिनेशकुमारजी संचेती, रतनलालजी चपलोत, बारड़ोली के अशोककुमारजी सिसोदिया, विजयकुमारजी रांका, विनिता ओरड़िया सूरत, बसन्तादेवी चौरड़िया गांधीनगर, संगीता बापना आबूरोड आदि थे। अजमेर व किशनगढ़ से मरूधर केसरी महिला मण्डल की सदस्य भी समारोह में शामिल हुई।
अंबाजी श्रीसंघ ने किया अतिथियों का स्वागत
समारोह में हैदराबाद से पहुंचा 130 श्रावकों का संघ भी मौजूद रहा। ये संघ ज्ञानचंदजी, कमलचंदजी, प्रवीणकुमारजी, चन्द्रप्रकाशजी लोढ़ा परिवार(सोजत सिटी वाले) लेकर पहुंचे थे। समारोह में पहुंचे सभी अतिथियों का स्वागत अरिहन्त जैन श्रावक संघ अम्बाजी के अध्यक्ष अभिषेक सियाल, मंत्री अनिल मादरेचा, कोषाध्यक्ष दिनेश लोढ़ा के साथ संघ के पदाधिकारियों ने किया। धर्मसभा में कई श्रावक-श्राविकाओं ने आयम्बिल, एकासन, उपवास तप के प्रत्याख्यान भी लिए। धर्मसभा में अतिथियों का स्वागत श्रीसंघ के द्वारा किया गया। धर्मसभा का संचालन गौतमकुमार बाफना ने किया।
समारोह में जोधपुर, उदयपुर, किशनगढ़, पाली, ब्यावर, अजमेर, भीलवाड़ा, चैन्नई, हैदराबाद,बेंगलूरू,सूरत, गांधीनगर,नाड़ोल,रानी आदि स्थानों से बड़ी संख्या में श्रावक-श्राविकाएं शामिल हुए। समारोह के बाद गौतमप्रसादी का आयोजन किया गया। गौतमप्रसादी के लाभार्थी लीलादेवी सोहनलालजी, दिनेशजी, विनोदजी, आशीषजी लोढ़ा परिवार एवं शंकरलालजी, राजेन्द्रकुमारजी, कमलकुमारजी, संजयकुमारजी सियाल परिवार रहा।
द्वय गुरूदेव जयंति समारोह के तहत कल पैसठियां छंद का जाप
द्वय गुरूदेव जयंति महोत्सव के सप्त दिवसीय आयोजन के तहत चौथे दिन शुक्रवार 16 अगस्त को प्रवचन से पूर्व पैसठिया छंद का जाप कर तीर्थंकरों की स्तुति की जाएगी। इसी तरह 17 अगस्त को णमोत्थुण जाप, 18 को गुरू मिश्री जाप एवं 19 अगस्त को पूज्य बुधमलजी म.सा. की जयंती पर नवकार मंत्र का जाप होगा।
प्रस्तुतिः निलेश कांठेड़
अरिहन्त मीडिया एंड कम्युनिकेशन, भीलवाड़ा, मो.9829537627