सफेद कोट को लाल करना पूरी चिकित्सा बिरादरी पर एक बड़ा हमला है – मेडिकल टीचर्स एसोसिएशन

सफेद कोट को लाल करना पूरी चिकित्सा बिरादरी पर एक बड़ा हमला है – मेडिकल टीचर्स एसोसिएशन

रायपुर (अमर छत्तीसगढ) 18 अगस्त।

छत्तीसगढ़ मेडिकल टीचर्स एसोसिएशन के सदस्य प.ज.ने.स्मृति चिकित्सा महाविद्यालय परिसर में “शांतिपूर्ण कैंडल मार्च” के लिए एकत्र हुए। आर.जी. कर मेडिकल कॉलेज, कोलकाता के रेजिडेंट डॉक्टर (पी.जी.) के खिलाफ घृणित, भयानक और क्रूर कृत्य के लिए न्याय की मांग करने एवं गंभीर चिंता और एकजुटता प्रदर्शित के लिए आयोजित किया गया था। यह युवा प्रशिक्षु डॉक्टर के साथ कथित बलात्कार और हत्या और उसके बाद सुविधा में हुई बर्बरता के खिलाफ एक विरोध प्रदर्शन था।

मेडिकल टीचर्स एसोसिएशन ने देश भर में चिकित्सा पेशेवर सहयोगियों के साथ एकजुटता दिखाते हुए गहरा दुःख और आक्रोश व्यक्त किया है। एसोसिएशन ने संबंधित अधिकारियों से न्याय सुनिश्चित करने और अस्पताल परिसर में पर्याप्त सुरक्षात्मक उपाय लागू करने का आग्रह किया, ताकि चिकित्सा सलाहकार, जूनियर डॉक्टर्स, इन्टर्नस, नर्स, तकनीशियन और अन्य सभी चिकित्सा कर्मचारी अपने मरीजों की देखभाल और सेवाएं निर्भय और सौहार्दपूर्ण कामकाजी माहौल में प्रदान कर सकें। सफेद कोट को लाल करना अस्पताल के सुरक्षा उपायों पर एक बड़ा काला धब्बा है।

कैंडल मार्च में मेडिकल टीचर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष डॉ. अरविन्द नेरल और डीन, डॉ. तृप्ति नागरिया सहित अन्य वरिष्ठ प्रोफेसर और विभागाध्यक्ष मौजूद रहे। वे हैं – डॉ. देवप्रिया लाकड़ा, डॉ. विवेक पात्रे, डॉ. निकिता शेरवानी, डॉ. हंसा बंजारा, डॉ. स्निग्धा बंसल, डॉ. संतोष सोनकर, डॉ. बसंत माहेश्वरी, डॉ. एस.एन. गोले, डॉ. अमित अग्रवाल, डॉ. प्रशांत जयसवाल और अन्य। इसी तरह का विरोध प्रदर्शन छत्तीसगढ़ राज्य के अन्य सरकारी मेडिकल कॉलेजों के मेडिकल टीचर्स एसोसिएशन द्वारा भी आयोजित किया गया है। एसोसिएशन के सदस्यों ने संबंधित युवा प्रशिक्षु रेजिडेंट डॉक्टर की दिवंगत आत्मा के प्रति हार्दिक संवेदना व्यक्त करने के लिए दो मिनट की मौन प्रार्थना की।

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