राजनांदगांव। (अमर छत्तीसगढ़) जिले के खैरागढ़ राजपरिवार के वारिस रहे विधायक स्व. देवव्रत सिंह की मृत्यु पूर्व छुईखदान पुलिस को की गई मार्मिक शिकायत एवं द्वितीय पत्नी विभा सिंह की प्रताडऩा से तंग आने की जानकारी सामने आने के साथ ही आज स्थानीय प्रेस क्लब में बुलाई गई पत्रकारवार्ता को संबोधित करते हुए स्व. देवव्रत सिंह के पुत्र आर्यर्वत सिंह, पुत्री शताक्षी सिंह ने कहा कि उनके पिता के निधन के साथ ही श्रीमती विभा सिंह द्वारा दोनों को ही लगातार प्रताडि़त कर रही है।
कार्यालय में ताला लगा दिया गया है। वाहन की चाबी भी छीन ली है। आर्यर्वत एवं शताक्षी सिंह ने प्रेस के समक्ष मार्मिक अपील करते हुए कहा कि श्रीमती विभा सिंह द्वारा उनके पापा के निधन के साथ ही लगातार प्रताडि़त, परेशान किया जा रहा है। इसके पूर्व हमारे पापा ने छुईखदान पुलिस को जिस ढंग से शिकायत की थी, जिसका आडियो, वीडियो भी सोशल मीडिया में जारी हुआ है। इससे स्पष्ट होता है कि मेरे पापा की पत्नी विभा सिंह उन्हें भी वर्षों से लगातार मानसिक व शारीरिक रूप से प्रताडि़त करने के साथ ही पैतृक जेवर इत्यादि को हथियाने के प्रयास में रही है।
खैरागढ़ राजपरिवार का कमल विलास पैलेश जहां विभा सिंह ने दो अज्ञात लोगों को शस्त्र के साथ तैनात किया है। ये कौन है ? तथा शस्त्र रखने का लायसेंस है या नहीं पता नहीं ? उन्होंने पत्रकारो से निवेदन करते हुए कहा कि हमें शासन, प्रशासन सहयोग करें, न्याय दिलाया जावे, हमारे पिता नहीं है। अत: आप सभी का सहयोग अपेक्षित है। हमें रोज धमकी दी जा रही है। हमारे जान को भी खतरा है। इस मामले में हम शासन प्रशासन, पुलिस व जिला प्रशासन सभी से अपेक्षा करते हैं कि हमारे मार्मिक पुकार को सुनते है। हमे न्याय दिलाया जावे।
खैरागढ़ राज परिवार के प्रमुख रहे स्व. विधायक युवराज देवव्रत सिंह के सुपुत्र आर्यर्वत, सुुपुत्री शताक्षी सिंह ने प्रेस क्लब में अपने साथ हो रही घटनाएं, दुव्र्यवहार, प्रताडऩा इत्यादि को लेकर पत्रकारों के समक्ष मार्मिक अपील करते हुए कहा कि हमारे पिता देवव्रत सिंह को उनकी पत्नी विभा सिंह ने लगातार शारीरिक मानसिक प्रताडऩा देती रही है। गंभीर रोग ग्रस्त हो गये थे। अब हमे रोज धमकी दी जा रही है। शरीरिक मानसिक रूप से परेशान किया जा रहा है।
हमारी पढ़ाई भी प्रभावित हो रही है। हमें धमकी भी दी जा रही है कि जो मैं चाहूंगी वही होगा। आर्यर्वत एवं शताक्षी ने पत्रकारों के पश्नों के जवाब देते हुए कहा कि कुछ अनजान व अज्ञात शस्त्र धारी, संदिग्ध लोग कमल विलास पैलेस में तैनात किये गये हैं। पता नहीं ये कौन है। हमने पुलिस को भी सूचना दी है। पैतृक संपत्ति जेवर इत्यादि के अफरा तफरी भी होने की जानकारी थाने में दी गई है। हमने जिला प्रशासन व पुलिस से भी सहयोग की मांग की है।
उन्होंने फिर कहा कि कमल विलास पैलेस में दो निजी शस्त्र गार्डों की नियुक्ति की गई है, जिससे हमें खतरा है। ये दोनों उत्तर प्रदेश से आये बताये गये हैं।
पिता स्व. देवव्रत सिंह के निधन के पश्चात चिकित्सा व पोस्ट मार्टम को लेकर उठे सवालों का जवाब देते हुए दोनों भाई, बहनों ने कहा लगभग पौने 3 व 3 के मध्य उनका निधन हुआ। पोस्टमार्टम कराने के लिए स्वयं विभा सिंह को तत्पर होना था। उन्होंने कुछ नहीं किया। हमें लगातार धमकीयां मिल रही है। हमारे साथ गलत व्यवहार किया जा रहा है।
आर्यर्वत एवं शताक्षी सिंह ने कहा कि हमें नियम कानून की जानकारी भी नहीं है। है। खैरागढ़ राजपरिवार, शुभचिंतक, क्षेत्रवासी व जुड़े लोगों का सहयोग हमें मिल रहा है। आज हम पिता विहीन है। मानसिक व शरीरिक तनाव से गुजर रहे हैं। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल व संबंधित शासन प्रशासन, पुलिस से भी अपेक्षा है कि हमें सहयोग करें। न्याया दिलाये उन्होंने कहा कि 30 दिसंबर को घटनाक्रम पर एसडीएम, तहसीलदार व अन्य जिम्मेदार अधिकारियों के समक्ष चर्चा होनी है। ताला भी खुलना है। बच्चों ने कहा कि हम किसी भी स्थिति में 30 दिसंबर तक विभा सिंह के साथ विवाद-झगड़ा करना नहीं चाहते थे, लेकिन जिस ढंग से हमे धमकिया मिल रही है। कार्यालय व घरों में ताले लगाये जा रहे हैं। कार की चाबी भी ड्रायवर से छीन ली गई। अत: परेशान होकर हमने भी अपने बचाव के लिए पहल की है। उनके पापा व विभा सिंह के मध्य हुई चर्चा का ऑडियो भी जारी किया गया है। जिसमें बहुत कुछ स्पष्ट है। हम चाहते थे कि अच्छे से ठीक से साथ में रहे लेकिन जिस ढंग से हमें यातनाएं दी जाती है। प्रताडि़त की जा रही है, हमारी पढ़ाई भी प्रभावित हो रही है। उन्होंने कहा कि ऐसी स्थिति में जो भी दिक्कतें, चुनौतियां आएंगी निपटेंगे। वैसे भी हमारे साथ हमारी मां युवरानी पदमा सिंह हैं। उन्होंने स्पष्ट कहा कि उनके पापा देवव्रत सिंह ने छुईखदान थाने में शिकायत दर्ज कराई थी। ताकि कोई अप्रिय घटना न हो। हम लोग भी आज प्रेस के सामने आये हैं। अपनी बात रखने के लिए कल और परेशान करने के लिए विभा सिंह न जाने और क्या क्या कर दें।
आर्यर्वत एवं शताक्षी सिंह ने कहा कि खैरागढ़ क्षेत्र में वर्षों उनके पापा, दादा, दादी, राजनीति में सक्रिय रहे हैं। मां पदमावति सिंह भी सक्रिय रही है। क्षेत्रवासी इनके सम्मान में इनसे मिलते है। हमें भी प्रेम से बुलाते हैं। उनका प्रेम आशीर्वाद हमें प्राप्त होता है। आज हमें बड़े परेशानी में और न डाल दें, इसलिए हम अपनी फरियाद व पुकार लेकर प्रेस के सामने आये हैं। हमें न्याय मिले, सुरक्षा मिले, सभी का सहयोग मिले। यही अपेक्षाएं शासन, प्रशासन, पुलिस, पार्टीजनों, परिवारजनों से हमें मिलती रही।
पत्रकारवार्ता में आज खैरागढ़ राजपरिवार के अशोक सिंह, चिंताहरण सिंह, कांग्रेस नेता कमलजीत सिंह पिंटु, परिजन, संजय सिंह बबलू व बड़ी सख्या में अन्य लोगों के साथ ही सुरक्षा गार्ड, श्री चौहान भी उपस्थित थे। पत्रकार वार्ता में नाबालिग शताक्षी सिंह ने जहां अपनी दिल की बात सच्चाई के साथ पूरे मन से जवाब देती रही, वहीं उनके भाई आर्यर्वत भी प्रेस के पश्नों का जवाब दिया। अपने ऊपर आई परेशानी को लेकर अपनी बात रखी तथा स्पष्ट कहा कि हम सभी की जिंदगी बरर्बाद कर रही है। सरकार से भी सहयोग की मार्मिक अपील भाई, बहनों ने की।