मौसम विभाग के सूचना से अनजान रहा प्रधानमंत्री के प्रमुख सुरक्षा अधिकारी, काफिले में सेंध नहीं, चुनावी सियासत दिखी – मुख्यमंत्री
रायपुर.(अमर छत्तीसगढ़) पीएम की सुरक्षा में पंजाब में हुई चूक पर मुख्य भूपेश बघेल ने आज स्थानीय राजीव भवन में पत्रकारों से चर्चा करते हुए कहा कि पूरे देश में चर्चा है कि पीएम की सुरक्षा में चूक हुई. पीएम की सुरक्षा में कोई चूक नहीं होना चाहिए. लगातार पीएम, राष्ट्रपति की सुरक्षा की समीक्षा होती रहती है. जिस प्रकार से घटनाक्रम घटा और बयानबाजी हो रही है. इसमें सबसे पहली बात ये है कि पीएमओ से कार्यक्रम बना तब मौसम को क्यों नहीं देखा गया.
जब दिल्ली से उड़े तब भी मौसम की जानकारी नहीं ली. पहले से मौसम के बारे में जानकारी थी तब अल्टरनेट व्यवस्था क्यों नहीं की. भटिंडा से फिरोजपुर चौपर में जाना था. राज्य सरकार को तीन जगहों पर सुरक्षा की जिमेदारी दी गई थी. तीनों ही जगह सरकार ने सुरक्षा पुख्ता के इंतजाम किए थे. तीनो जगह राज्य सरकार ने अपनी तैयारी की
एयरपोर्ट पर अचानक स?क मार्ग से जाने का फैसला लिया. आज तक कोई पीएम 100 किमी स?क मार्ग से नहीं गया. उस दौरान भी नहीं बताया स?क में सुरक्षा देनी है. पीएम की सुरक्षा एजेंसी को पता क्यों नहीं चला कि किसान स?कों पर हैं. ऐसी कौन सी आफत आन प?ी कि मौसम खराबी के बीच कार्यक्रम में जाना था. मुख्य बात ये है कि कार्यक्रम में भी? नहीं थी. ऐसी क्या घटना घटी कि पीएम को जान का खतरा बताना प?ा. विशुद्ध रूप से राजनीति करने के लिए पीएम ने इस तरह की बात कही.
पहले से कह देते सड़क मार्ग से जाना है तो पंजाब पुलिस पूरे स?क मार्ग में सुरक्षा व्यवस्था करती. सड़क जाम में पीएम पहले भी फंस चुके हैं. तब जान का खतरा पीएम ने नहीं कहा. पंजाब में चुनाव है. किसान आंदोलन से भाजपा का वहां कोई अस्तित्व नहीं बचा. लोगों की सहानुभूति के लिए पीएम ने ऐसा किया है. ये बेहद दुर्भाग्यजनक है. पीएम को ऐसा ड्रामा नहीं करना चाहिए था. इस तरह की राजनीति नहीं करनी चाहिए. भाजपा की नजरों में किसान कुछ नहीं है. इस तरह की राजनीति से पीएम की लोकप्रियता लगातार गिर रही है.
पीएम की राष्ट्रपति से मुलाकात पर सीएम बघेल ने कहा कि ये राजनीतिक खेल है. पंजाब की सरकार को बदनाम करने का षड्यंत्र रचा गया. पीएमओ की जितनी सुरक्षा एजेंसियां है वह विरोधियों को सताने के लिए है. एयरपोर्ट में उतरने के बाद कोई कहे कि 130 किमी सड़क मार्ग से जाना है तो किसी भी राज्य का अधिकारी तत्काल रोड क्लियरेंस नहीं कर सकता. पीएम की सुरक्षा में 20 आईपीएस और 10 ह?ार जवान तैनात थे. भाजपा ने पहले से स्क्रिप्ट तैयार करके रखी थी. राजनीतिक लाभ के लिए ये सब किया गया. केंद्र सरकार आईबी, मौसम विभाग, पीएम के प्रोग्राम का प्लान बनाने पर क्यों कार्रवाही नहीं कर रही? सीएम शिवराज के पीएम की सुरक्षा के लिए महामृत्युंजय जाप करने पर सीएम बघेल ने कहा कि जब झीरम की घटना घटी तब रमन सिंह से इस्तीफा क्यों नहीं मांगा गया. भीतर भी देखे….