राजनांदगांव. पुखराज छाजेड (जैन ) स्थानीय देवानंद जैन स्कूल में 34 वर्षो तक शिक्षक रहते अध्यापन का कार्य करते हुए सेवा निवृत्त हुए । उनकी धर्मपत्नि के देहान्त के वक्त उनकी उम्र 36 वर्श थी, 3 बेटी और 3 बेटे की परवरिश की जिम्मेदारी का निर्वाह सभी के सहयोग से किया ,दूसरी शादी नही की। आज उनकी उम्र 95 वर्ष करीबन है, नि:शुल्क ट्यूूशन पढाते थे,वे हिन्दी विशारद की उपाधि व एम.कॉम एल.एल.बी.वर्धा व नागपुर से एल.एल.एम. की शिक्षा प्राप्त की ।
सात वर्ष पूर्व मरणोपरांत पश्चात अपने तीनों पुत्रो को लिखित सहमति पश्चात स्थानीय भारत रत्न स्व.अटल बिहारी बाजपेयी स्मृति महाविद्यालय , राजनांदगांव में देहदान का संकल्प फार्म भरा था, उनकी सोच थी, कायारूप में उपस्थिति न होते हुए भी उनकी देह राष्ट्र सेवा के लिए ज्ञान व शोध का उपक्रम बने । उनका प्रिय गाने का बोल था ‘‘एक दिन बिक जाएगा माटी के मोल ,जग में रह जाएगें, प्यारे तेरे बोल, कोई निशानी छोड़,फिर दुनियां से गोल’’ । उन्होने अपनी सभी सामाजिक -धार्मिक मान्यताओं को दर किनार करते हुए पुखराज छाजेड़ (शिक्षक) ने देहदान का संकल्प समाज के कल्याण के प्रति अपना कर्तव्य निभाए व जरूरत मंदो को अपना अंगदान, देहदान, नेत्रदान से जिंदगी बचाए, यही अपील की है ।
इसी प्रेरणा से उन्होने अपने पोते शुभम जैन, पिता विजय जैन को मेडिकल कॉलेज बिलासपुर में अध्ययन करने हेतु भेजे ।
उनके तीन पुत्र गौतमचंद जैन , विजय जैन, अजीत जैन (पूर्व महापौर ) के पिता थे।
संजय , सुशील , राजेन्द्र, राजकुमार छाजेड़ के बड़े पिता थे । वरिष्ठ पत्रकार डॉ सी एल जैन ने अपनी श्रद्धांजलि दी।
शोक संदेश
हमारे पूज्य पिताजी श्री पुखराज जी छाजेड का स्वर्गवास आज दिनांक 30.11.24 शनिवार को रात्रि 10.15 बजे संथारा पूर्वक समाधि मरण हुआ है । उनकी पूर्व इच्छा एवं परिवार की सहमति से श्री पुखराज छाजेड का देहदान किया । देहदान की प्रक्रिया प्रातः 10 बजे आरा मशीन रोड विजय कोटड़िया के निवास स्थान के पास की जावेगी ।
शोक संतप्त
गौतमचंद , विजय कुमार , अजित जैन ( पूर्व महापौर ) भतीजेः संजय , सुशील, राजकुमार, राजेन्द्र पौत्रः तुषार, शुभम, लक्ष्य, वीर छाजेड़ राजनांदगांव ।