राजनांदगांव (अमर छत्तीसगढ) 2 दिसम्बर। घोर तपस्वी महात्मा, आडा़ आसन त्यागी, सूर्य आतापनाधारी, वचन सिध्दि धारक, मौन साधक महास्थिवर, कठोर तप साधक, सामायिक स्वाध्याय के प्रणेता, आराध्य गुरूदेव प,पु, श्री शीतलराज जी म,सा, के पावन चरणों में वंदन है नमन है।
आपके आहार विहार की सुख साता पुछते है।प,पु,गुरूदेव आज प्रातः 6ः30 बजे बोरतलाव,से विहार कर दरेकसा होते हुऐ अभी सोनाटोला मे विराजित है। रात्रि विश्राम यहाँ रहेगा। आगे कल सालेकसा की ओर विहार है। विहार में जयपुर, इन्दौर, बालाघाट , दुर्ग,डोगंरगढ़, कान्तिलाल बागरेचा, प्रकाश कोठारी, कमलेश वैध, जितेन्द्र कुचेरिया परिवार सहित, राजकुमार जैन, विनोदकुमार जैन, उमेदमलजी सुराणा, सुरेश संघंवी, विजय संचेती, शशाँक नाहटा, भक्त गण अपनी सेवाऐं दे रहे है।
पैदल चलो विहार में आये अति आनंद। लाभ मिले भवजल कटे, आत्मा बने बुलंद। आपका 2025 का चार्तुमास बैतूल संभावित है। आप स्वस्थ रहे,सजग रहे,दीर्घायू हो ऐसी मंगलकामना वीर प्रभु से करते है।