चिकित्सा महाविद्यालय रायपुर को एमसीएच सर्जिकल आंकोलॉजी की 03 सीटें मिली

चिकित्सा महाविद्यालय रायपुर को एमसीएच सर्जिकल आंकोलॉजी की 03 सीटें मिली

रायपुर(अमर छत्तीसगढ). 4 फरवरी 2025. पं. जवाहर लाल नेहरू स्मृति चिकित्सा महाविद्यालय के पैथालॉजी विभाग के कैंसर विभाग (रेडियेशन आंकोलॉजी) में आज राष्ट्रीय कैंसर दिवस पर एक उल्लेखनीय उपलब्धि हासिल हुई है।

भारत शासन के स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग (चिकित्सा शिक्षा -1) से ई-मेल से पत्र प्राप्त हुआ है, जिसमें केन्द्र शासन ने निर्णय लिया है कि नेशनल मेडिकल कमीशन (एन.एम.सी.) को निर्देशित किया जाये कि चिकित्सा महाविद्यालय रायपुर के रेडियेशन आंकोलॉजी विभाग के अंतर्गत सर्जिकल आंकोलॉजी विषय में सुपर स्पेश्लाइजेशन पाठ्यक्रम एम. सी.एच. की 03 सीटों के लिये लेटर ऑफ परमिशन (एल.ओ.पी.) जारी करे।

इससे यह महत्वपूर्ण पाठ्यक्रम इसी शैक्षणिक सत्र से प्रारंभ किया जा सकेगा। उल्लेखनीय है कि कैंसर विभाग में स्नातकोत्तर पाठ्यक्रम एम.डी. (रेडियो थेरेपी) की 6 मान्यता प्राप्त सीटें पहले से संचालित की जा रही हैं।

महाविद्यालय के एन.एम.सी. सेल के चेयरमैन डॉ. अरविन्द नेरल ने बताया कि इस सुपर स्पेश्लाइजेशन पाठ्यक्रम के प्रारंभ के लिये गत वर्ष के प्रारंभ में ही आवेदन दिया गया था। कुछ कमियों का उल्लेख करते हुये एन.एम.सी. ने एल.ओ.पी. जारी नहीं किया था।

महाविद्यालय की ओर से कमियों का निराकरण करते हुये 2 बार पूर्ण विचार के लिये अपील की गई और पिछले हफ्ते एन.एम.सी. के निर्देशानुसार अपना पक्ष रखने के लिये सर्जिकल आंकोलॉजी के प्रोफेसर डॉ. आशुतोष गुप्ता को व्यक्तिगत रूप से एन.एम.सी. नई दिल्ली भेजा गया था। स्टाफ, अधोसंरचना, उपकरण, विभागीय सुविधायें एवं क्लिनिकल मटेरियल की जानकारी से संतुष्ट होने पर एम.सी.एच. पाठ्यक्रम के लिये अनुमति प्रदान की गई।

अधिष्ठाता डॉ. विवेक चौधरी ने इस विभाग को रिजनल कैंसर सेन्टर के रूप में विकसित किया है और उनके पहल, प्रेरणा और नेतृत्व कौशल के कारण इस पाठ्यक्रम को प्रारंभ करने में मदद मिली है। डॉ. आशुतोष गुप्ता ने बताया कि यह मध्य भारत की पहली शासकीय चिकित्सा संस्थान है जहां यह विशेष पाठ्यक्रम प्रारंभ किया जा रहा है।

इस पाठ्यक्रम के प्रारंभ होने से कैंसर के ऐसे मरीज जिनके लिये शल्यक्रिया आवश्यक है, उन्हें बेहतर सुविधायें मिलेंगी, प्रदेश को सर्जिकल आंकोलॉजी के सुपर-विशेषज्ञ मिलेंगे और चिकित्सा स्नातकोत्तर विद्यार्थियों को उच्च शिक्षा के नये अच्छे अवसर मिलेंगे।

डॉ. अरविन्द नेरल
चेयरमैन आयोजन समिति

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