राजनंदगांव(अमर छत्तीसगढ) 8 मार्च। खाटूवाले श्याम प्रभु के महत्वपूर्ण उत्सवों में फागुन महोत्सव का विशेष स्थान है। फागुन शुक्ल एकादशी को अतुलित बलशाली तीन बाणधारी युवक बर्बरीक ने महाभारत के युद्ध के समय भगवान कृष्ण को अपने शीश का दान देकर उनसे श्याम नाम प्राप्त किया था , श्याम प्रभु कलयुग में ” हारे के सहारे ” के नाम से पूजे जाते है।

राजस्थान के खाटुधाम में फागुन शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि से प्रारम्भ होने वाले उत्सव का मुख्य आकर्षण फागुन शुक्ल एकादशी तक भजन – कीर्तन तथा द्वादशी को श्री श्याम ज्योति अखंड पाठ एवं भंडारा प्रसादी के साथ पूर्ण होता है।
इसी फागुन माह के शुक्ल पक्ष में देश के कोने – कोने में स्थापित श्याम मंदिरों एवम अन्य नगर – ग्रामों में निवासरत श्याम प्रेमी अपने शहर – नगर में भजन – सत्संग के माध्यम से फागुन महोत्सव का आयोजन करते है। संस्कारधानी नगरी में श्री श्याम परिवार मित्र मंडल द्वारा 29 वर्षो से श्री श्याम महोत्सव के अंतर्गत सुमधुर भजन – सत्संग के कार्यक्रम आयोजित किया जा रहा है ।

श्री श्याम परिवार मित्र मंडल द्वारा इस वर्ष खाटू वाले श्याम प्रभु का फागुन महोत्सव पर चार दिवसीय भव्य कार्यक्रम किए जाने की व्यापक तैयारिया की गई है। समिति के द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार इस वर्ष फागुन महोत्सव के अवसर पर 23 वीं निशान यात्रा 01 मार्च को 50 श्रद्धालु माता – बहने एवम बंधु निशान लेकर खाटु श्याम जी को समर्पित करके वापस लौट आए है ।
श्री श्याम परिवार मित्र मंडल के अध्यक्ष सौरभ अग्रवाल , समिति के सक्रिय सदस्य राहुल लोहिया , प्रतीक अग्रवाल , आशीष अग्रवाल श्याम महिला मंडल की आशा जयप्रकाश अग्रवाल , ऋचा सौरभ अग्रवाल एवं नीता अशोक लोहिया के अनुसार खाटूधाम ( उदयाचल प्रांगण ) में आयोजित फागुन महोत्सव के प्रथम दिवस 08 मार्च को सुबह 10 बजे श्री श्याम प्रभु का दुग्धाभिषेक हुआ ।
जिसमें सैकड़ों माता – बहनों एवं बंधुओ ने लगभग 101 किलो दूध से बाबा का अभिषेक किया तथा श्याम नाम की मेंहदी लगवाई । दोपहर 05: 30 बजे उदयाचल से भव्य निशान यात्रा निकाली गई । जो भजन सत्संग के साथ नगर भ्रमण करते हुए वापस खाटूधाम उदयाचल प्रांगण पहुंची । निशानयात्रा में नगर के भजन गायकों द्वारा सुमधुर भजनों की प्रस्तुति दी गई ।
आयोजन समिति द्वारा जारी प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार महोत्सव के दूसरे दिन फागुन शुक्ल दशमी 09 मार्च रविवार को रात्रि 07 :00 बजे से लखनऊ की श्याम दीवानी गुड़िया विभा मिश्रा एवं कोलकाता की श्याम सेविका श्वेता कौशिक अपनी सुमधुर वाणी से भजनों की अमृत गंगा प्रवाहित करेंगी । महोत्सव के दौरान श्याम प्रभु का अद्भुत अलौकिक श्रृंगार किया जायेगा ।
अखंड ज्योति प्रज्वलित की जाएगी , छप्पनभोग एवं पान भोग का प्रसाद लगाया जाएगा ,भजन के दौरान इत्र , केशर , गुलाब जल एवम फूलों की होली खेली जायेगी , प्रतिदिन रात्रि में जलपान प्रसादी की व्यवस्था रहेगी । प्रतिदिन के श्रृंगार , पान भोग , छप्पनभोग एवम प्रसादी के यजमान बनाए गए है ।
भजन प्रारंभ होने के पूर्व श्याम प्रभु के भव्य दरबार के समक्ष अखंड ज्योति प्रज्वलित की जाएगी , जिसमे प्रत्येक भक्त माता – बहने एवम बंधु आहुति दे सकेंगे । आयोजन समिति ने नगर के श्रद्धालु माता बहनों एवं बंधुओ से आग्रह किया है कि वे इस धार्मिक उत्सव में शामिल होकर पुण्य लाभ प्राप्त करें ।