राजनांदगांव(अमर छत्तीसगढ) 19 अप्रैल। डोंगरगांव ब्लाक के ग्राम रूपाकाठी में ग्रामीण साहू समाज द्वारा कर्मा जयंती के अवसर पर साकेत साहित्य परिषद सुरगी के बैनर तले कवि गोष्ठी, परिचर्चा सह सम्मान समारोह का आयोजन किया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि वरिष्ठ साहित्यकार , साकेत साहित्य परिषद के संरक्षक कुबेर सिंह साहू थे एवं अध्यक्षता वरिष्ठ गीतकार एवं पुरवाही साहित्य समिति पाटेकोहरा, छुरिया के सलाहकार अरविंद कुमार लाल ने की।
विशिष्ट तिथि के रूप में महेंद्र कुमार बघेल मधु ,अध्यक्ष ,शिवनाथ साहित्य धारा डोंगरगांव, जयकांत पटेल, अध्यक्ष, प्रेरणा साहित्य समिति बालोद ,जितेंद्र कुमार पटेल सचिव, वनांचल साहित्य समिति मोहल्ला उपस्थित थे।

साहित्यकारों का स्वागत ग्रामीण साहू समाज के अध्यक्ष केदार साहू, पूर्व अध्यक्ष गणेश राम साहू, हरी राम साहू भीम राम साहू,,ईश्वर साहू, कलश यादव , डिगेश्वर यादव,भूषण लाल साहू ,एवन कुमार साहू, भाव सिंह साहू ,संतोष साहू , सुरेश हिरवानी, नेहरू राम साहू,राज कुमार साहू , टीकम लाल साहू,राम कुमार साहू, नेहरू राम साहू, हुमन लाल साहू, अशोक साहू, गौतम साहू, सालिक साहू, महेश साहू एवं अन्य सदस्यों ने किया l
प्रथम सत्र में सामाजिक क्रांति की प्रतीक के संत माता कर्मा और भारतीय संविधान के जनक डॉ भीमराव अंबेडकर की जीवनी पर परिचर्चा आयोजित किया गया।
मुख्य अतिथि कुबेर सिंह साहू ने कहा कि माता कर्मा ने भगवान कृष्ण की भक्ति और अपनी संगठन शक्ति के बल पर तेली समाज को एकता के सूत्र में पिरोकर रखा । कुबेर ने खिचड़ी (प्रसाद)की महत्ता पर प्रकाश डाला।शिवनाथ साहित्य धारा डोंगरगांव के अध्यक्ष महेन्द्र कुमार बघेल मधु ने कहा कि माता कर्मा और डा. भीमराव अम्बेडकर ने छुआछूत के खिलाफ लड़ाई लड़ी और मानव समाज में एक मिसाल बन गए।

अब हम सबको चाहिए कि समा।इस अवसर पर कन्हैया लाल मेश्राम ( किरगी) , प्रीतम साहू ( छुईखदान) आकाश साहू ( भिलाई) सहित ग्रामीण साहू समाज रूपाकाठी के पदाधिकारियों, सदस्यों एवं बड़ी संख्या में ग्रामीण जन उपस्थित थे।
परिचर्चा एवं कवि गोष्ठी का सफल संचालन ओमप्रकाश साहू अंकुर अध्यक्ष, साकेत साहित्य परिषद सुरगी एवं आभार व्यक्त आयोजन समिति के अध्यक्ष केदार साहू ने किया।