रायपुर(अमर छत्तीसगढ) 4 मई। नक्सलवाद के खिलाफ चल रहे ऑपरेशन पर पूर्व मंत्री अमरजीत भगत ने कहा कि, नक्सल समस्या का समाधान हर कोई चाहता है। लेकिन आदिवासियों और बस्तर के बर्बादी के तर्ज पर नहीं। पहले भी कई बार कहा गया है कि, नक्सल समस्या 1 साल में खत्म हो जाएगा। हो सकता है अडानी के लिए बस्तर साफ किया जा रहा हो, या सच में नक्सलियों का खत्म चाह रहे हों। लेकिन यह तो स्पष्ट है ये जी जान से लगे हुए है. छत्तीसगढ़, झारखंड, तेलंगाना और ओडिशा की ओर लगे हुए है।
मंत्रिमंडल विस्तार में हो रही देरी को लेकर अमरजीत भगत ने तंज कसते हुए कहा कि, भाजपा के नेता इंतज़ार में दुबले होते जा रहे हैं। प्रदेश के सीनियर नेता जिन्हें मंत्री बनाना है वो दुबले हो रहे है। इसलिए जल्द निर्णय लेना चाहिए। RSS और बीजेपी के बीच कुछ अच्छा नहीं चल रहा है। नागपुर लॉबी और गुजरात लॉबी के बीच तलवार खींच गया है। जब तक समाधान नहीं होगा, बदलाव नहीं होगा।
उन्होंने आगे कहा कि, पहलगाम में हुए आतंकी हमले का बदला लेने इंतज़ार देश कर रहा है। कश्मीर में आतंकवाद की घटना में लगभग 28 लोगों की मौत हुई। सर्वदलीय बैठक में PM का उपस्थित नहीं होना निराशाजनक है। वो बिहार गए, लेकिन ऑल पार्टी मीटिंग में नहीं आए। सरकार के ओर से कोई कदम नहीं उठाया गया। उन्होंने कहा था 1 सर के बदले 10 सर काट के लायेंगे। लेकिन अभी तक कुछ हुआ नहीं। भारत की अस्मिता पर कोई हाथ डाले तो मुंह तोड़ जवाब देना चाहिए। आज आयरन लेडी इंदिरा गांधी को पूरा देश याद कर रहा है।