अवैध रेत उत्खनन और परिवहन का विरोध : भाजपा- कांग्रेस कार्यकर्ता उतरे सड़क पर, प्रशासन के खिलाफ की जमकर नारेबाजी

अवैध रेत उत्खनन और परिवहन का विरोध : भाजपा- कांग्रेस कार्यकर्ता उतरे सड़क पर, प्रशासन के खिलाफ की जमकर नारेबाजी

नवापारा(अमर छत्तीसगढ) 10 मई। छत्तीसगढ़ के नवापारा में अवैध रेत उत्खनन को लेकर जनआक्रोश फूट पड़ा है। पहली बार ऐसा देखने को मिला जब राजनीतिक भेदभाव भूलकर भाजपा और कांग्रेस के कार्यकर्ता एकजुट होकर सड़क पर उतर आए। साथ ही समाजसेवियों और नगरवासियों ने भी मोर्चा संभाल लिया है। शहर की सड़कों पर दिनदहाड़े रेत से भरे वाहनों को रोककर विरोध किया जा रहा है।

नवापारा में अवैध रेत उत्खनन और परिवहन के खिलाफ अब जन आंदोलन खड़ा हो गया है। विभागीय कार्रवाई के बाद भी जब हालात नहीं सुधरे, तो शनिवार भरी दोपहर में भाजपा और कांग्रेस के कार्यकर्ता, स्थानीय समाजसेवी और नगरवासी सड़कों पर उतर आए। प्रदर्शनकारी रेत से भरी गाड़ियों को रोक रहे हैं और शासन-प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी कर रहे हैं।

शहर के मुख्य मार्गों पर ट्रैफिक बाधित हो गया है और जन आक्रोश साफ दिखाई दे रहा है। स्थिति को बिगड़ता देख तहसीलदार सृजन सोनकर मौके पर पहुंचे और प्रदर्शनकारियों से बातचीत करने की कोशिश की। लेकिन प्रदर्शनकारियों का कहना है कि, जब तक अवैध रेत परिवहन पर पूरी तरह रोक नहीं लगाई जाती, आंदोलन जारी रहेगा।

वहीं छत्तीसगढ़ के गोबरा नवापारा क्षेत्र में अवैध रेत खनन का गोरखधंधा थमने का नाम नहीं ले रहा। शासन-प्रशासन की तमाम कोशिशों और बार-बार की गई कार्रवाइयों के बावजूद रेत माफियाओं के हौसले बुलंद हैं। खुलेआम दिनदहाड़े रेत से लदी गाड़ियां गांवों की सड़कों से निकल रही हैं, जिससे न केवल सड़कें जर्जर हो रही हैं बल्कि दुर्घटनाएं भी आम हो गई हैं। इस अवैध गतिविधि से न सिर्फ शासन को राजस्व का भारी नुकसान हो रहा है, बल्कि महानदी जैसी जीवनदायिनी नदी भी संकट में पड़ चुकी है।

रायपुर कलेक्टर गौरव सिंह के निर्देश पर गोबरा नवापारा के तहसीलदार सृजन सोनकर के नेतृत्व में राजस्व, खनिज और पुलिस विभाग की संयुक्त टीम ने सख्त कार्रवाई करते हुए अवैध रेत खनन में प्रयुक्त मशीनों को जब्त किया है। कार्रवाई के तहत तर्री गांव से दो चैन माउंटेन और एक पोकलेन मशीन जबकि पारागांव से एक मशीन जब्त की गई है।

सुशासन तिहार के दौरान भी नागरिकों ने लगातार अवैध रेत खनन की शिकायतें की थीं। इसके बावजूद नवापारा-राजिम क्षेत्र में यह अवैध कारोबार रुकने का नाम नहीं ले रहा। रेत माफियाओं की मनमानी से ग्रामीणों को न केवल असुविधा हो रही है, बल्कि देर रात गुजरने वाली भारी वाहनों की आवाजाही से सड़कों की हालत भी बिगड़ती जा रही है। इतना ही नहीं, रायपुर जिले की सीमा से लगे धमतरी के अवैध घाटों से भी गाड़ियां नवापारा के गांवों से होकर बेखौफ गुजर रही हैं।

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