नवकार जाप ग्रुप द्वारा जैन समाज के विभिन्न घटकों के साथ संयुक्त रूप से नवकार जाप का 17 वां आयोजन आज सम्पन्न

नवकार जाप ग्रुप द्वारा जैन समाज के विभिन्न घटकों के साथ संयुक्त रूप से नवकार जाप का 17 वां आयोजन आज सम्पन्न

रायपुर (अमर छत्तीसगढ) 12 मई। सकल जैन समाज में समरुपता में सर्वमान्य नवकार महामंत्र का जाप प्रत्येक माह के द्वितीय रविवार को नवकार जाप ग्रुप द्वारा जैन समाज के विभिन्न घटकों के साथ संयुक्त रूप से किया जाता है। जिसका 17वां आयोजन आज देवेन्द्र नगर स्थित प्रकाश भवन में तेरापंथ युवक परिषद्, रायपुर के साथ संयुक्त रुप में किया गया।

नवकार जाप के साथ ही विशेष योग रहा आज तेरापंथ धर्मसंघ के ग्यारहवें आचार्य श्री महाश्रमण जी का 52 वां दीक्षा दिवस भी है। उपस्थित धर्मानुरागियों ने परम पूज्य श्री महेन्द्र सागर जी मनीष सागर जी महाराज के शिष्य रत्न मुनि वृंद श्री मैत्री वर्धन जी व श्री योग वर्धन जी मसा के सान्निध्य में नवकार जाप किया। मुनि श्री मैत्री वर्धन जी ने उपस्थित धर्मसभा को उद्बोधित करते हुए नवकार के प्रत्येक पद की महिमा का विश्लेषण करते हुए 5 पद 35 अक्षर का महत्व बताया।

मुनि श्री ने आगे कहा कि हमारे पास बहुत सी कार है परंतु फिर भी हम उस पर सवार होकर सुख व शांति का अनुभव नहीं कर पाते लेकिन जो नवकार रुपी कार में सवार होता है उसके वर्तमान के साथ पर भवन भी तरह जाते हैं। मुनि वृंद ने आचार्य श्री महाश्रमण जी के संयम जीवन अर्थात 52वें दीक्षा दिवस युवा दिवस उपलक्ष्य में उन्हें आध्यात्मिक मंगलकामना अर्पित करते हुए शुभकामना प्रेषित की।

तेरापंथ युवक परिषद्, रायपुर द्वारा शिवनाथ ब्लड बैंक के सहयोग से रक्तदान शिविर का आयोजन भी मानव सेवा को ध्यानार्थ करते हुए किया जिसमें 6 युवाओं ने रक्तदान किया। तेरापंथ युवक परिषद्, रायपुर द्वारा ही दीक्षा दिवस ‘युवा दिवस’ उपलक्ष्य की पूर्व संध्या के साथ ही भिक्षु तेरस को ध्यानार्थ करते हुए महाराजा अग्रसेन इंटरनेशनल कालेज के आडिटोरियम में महाश्रमण अभिवंदना (भक्ति संध्या) का आयोजन भी किया ।

जिसमें मुख्य आकर्षण रहे संगायक ऋषि दुगड़ रहें साथ ही मुख्य सहयोगी सुरेन्द्र रितु चौरड़िया रहे। अभिवंदना भक्ति में पार्षद महोदया श्रीमती अंजलि जितेन्द्र जी गोलछा विशेष रूप से उपस्थित थीं। आयोजनों पश्चात जैन धारणानुसार स्वल्पाहार की व्यवस्था रखी गई थी।

आयोजनों में विशेष सहयोग नवकार जाप ग्रुप से आशीष जैन, राजेन्द्र पारख, निकुंज साचला, अनिल बरडिया के साथ ही तेरापंथ युवक परिषद् से वीरेंद्र डागा, रिशव जैन, जयप्रकाश चोपड़ा, वीरेंद्र मरोटी, अंकित गोलछा का रहा।

Chhattisgarh