रायपुर(अमर छत्तीसगढ) । केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान सोमवार की शाम राजधानी पहुंचे। मंगलवार को अंबिकापुर रवाना होने के पहले उन्होंने कहा कि, छत्तीसगढ़ आकर प्रसन्न हूं। छत्तीसगढ़ से मेरा इमोशनल अटैचमेंट रहा है। यहां साय सरकार बेहतर काम कर रही है।
छत्तीसगढ़ में मोर आवास मोर अधिकार आंदोलन चला था। पिछली सरकार ने पीएम आवास के लिए धन राशि आवंटित नहीं किया। जिससे लाखों हितग्राही आवास से वंचित हो गए। गरीब को घर न देना बड़ा पाप था। विपक्ष में रहते हुए हमने कहा था कि, सरकार बनते ही 18 लाख आवास देंगे। सरकार बनते ही आवास का वादा पूरा किया गया।
उन्होंने आगे कहा कि, सरकार बनते ही पहले 8 लाख 47 हजार आवास दिए। इसके बाद 3 लाख 30 हजार मकान दिए। 2018 की आवास पल्स की सूची में बचे हुए 3 लाख 767 पीएम आवास आज दिए जायेंगे। छत्तीसगढ़ में पीएम आवास को लेकर हमने जो कहा वह किया। छत्तीसगढ़ को लेकर पैसे की कोई कमी नहीं है. नक्सल पीड़ितों के लिए 15 हजार आवास दिए। जिनको आवास नहीं मिला है, उनके लिए फिर सर्वे शुरू हो गया है। आवास में छत्तीसगढ़ सरकार ने उत्तम काम किया है।
केंद्रीय मंत्री श्री चौहान ने आगे कहा कि, छत्तीसगढ़ के लेबर बजट को रिवाइज किया जाएगा। मिशन अमृत सरोवर के लिए 192 स्थलों का चयन किया गया। पीएम ग्रामीण सड़क योजना के तहत छग में 42671 km सड़क निर्माण हुआ है। नक्सल क्षेत्रों पुलों के निर्माण के बारे में जल्द निर्णय लेंगे। छत्तीसगढ़ में आजीविका मिशन में अच्छा काम हो रहा है। लखपति दीदी बनाने का लक्ष्य तेजी से पूरा हो रहा है। इस साल दो लाख लखपति दीदी बनाने का लक्ष्य था। अब तक 3 लाख 23 हजार लखपति दीदी बन चुकी है।
उन्होंने आगे कहा कि, कृषि के क्षेत्र में छत्तीसगढ़ में उल्लेखनीय काम हो रहा है। छत्तीसगढ़ में कृषि विस्तार के लिए 515 करोड़ स्वीकृत किए है। 29 मई से कृषि वैज्ञानिकों की टीम गांवों का भ्रमण करेगी। कृषि रिसर्च को जमीनी स्तर पर क्रियान्वित किया जाएगा। ग्रामीणों से संवाद कर कृषि कार्य के तकनीकी पहलुओं पर जागरूक करेंगे। खेती के साथ पशुपालन, बागवानी, उद्यानिकी पर जोर दिया जाएगा। मन में एक ही तड़प है कि, छत्तीसगढ़ का किसान समृद्ध बने।
कांग्रेस ने प्रेसवार्ता कर सीजफायर पर सवाल खड़े किया था। इस केंद्रीय मंत्री श्री चौहान ने कहा कि, सारा देश गौरवान्वित है। बहादुर सेना के पराक्रम को प्रणाम। कोई हिस्सा पाकिस्तान का ऐसा नहीं था जो हमारे निशाने से दूर हो। ऐसा न हो कि, विपक्ष मोदी का विरोध करते हुए देश का विरोध करने लग जाए। जो भी विषय थे, उसे प्रधानमंत्री ने कल स्पष्ट कर दिया है।