रायपुर(अमर छत्तीसगढ़) 20 मई। राजेंद्र नगर थाना क्षेत्र के चर्चित यश शर्मा अपहरण तथा हत्याकांड के आरोपी के खिलाफ एक गवाह ने संबंधित कोर्ट, एएसपी तथा थाने में धमकी दिए जाने की शिकायत दर्ज कराई है। मामले की गंभीरता को देखते हुए एसएसपी डॉ. लाल उम्मेद सिंह तथा जिस कोर्ट में मामला चल रहा है, उस कोर्ट ने मामले की जांच के आदेश दिए हैं। गवाह ने जेल में बंद आरोपी द्वारा भी उसे कॉल कर धमकी देने का आरोप लगाया है।
खुशाल तोलानी और कमलेश बुलवानी ने यश शर्मा के अपहरण तथा हत्या के आरोप में जेल में बंद तुषार पाहुजा, यश खेमानी, चिराग पंजवानी और तुषार पंजवानी के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई है। दोनों गवाहों ने लिखित शिकायत दर्ज कराते हुए कहा कि सोमवार को कोर्ट में मामले की सुनवाई थी।
सुनवाई के एक दिन पहले रविवार को उनके पास अज्ञात मोबाइल नंबर से कॉल आता है। कॉल करने वाला दोनों गवाहों को कोर्ट में अपने बयान बदलने की धमकी देते हुए उन्हें मिलने के लिए उद्योग भवन के पास बुलाता है। जाने से इनकार करने पर तीन बदमाश खुशाल के घर के पास पहुंचते हैं और उसे कॉल कर बुलाते हैं।
खुशाल अपने दादा के साथ कार वाले से मिलने जाता है। तब बदमाश खुशाल को अपने साथ से मिलने ले जाता है। तब बदमाश खुशाल को अपने साथ कार में चलने के लिए दबाव बनाता है। इनकार करने पर गाली-गलौज करते है। खुशाल ने अपनी शिकायत में उल्लेख किया है कि, कार सवार जो तीन लोग उसे धमकी देने के लिए आए थे, उन लोगों ने उसकी जेल में बंद तुषार पाहुजा से मोबाइल में बात कराते हैं। तुषार खुशाल को धमकी देते हुए कहता है कि अगर उसने कोर्ट में बयान नहीं बदला, तो उसे वह यश से बुरी मौत देगा।
प्रेम प्रसंग के विवाद पर तुषार तथा उसके अन्य साथी पिछले वर्ष 13 अक्टूबर को यश को मिलने के लिए बुलाते हैं। इसके बाद बदमाशों ने यश को अपनी कार में बैठाकर मंदिर हसौद ले गए और वहां जमकर मारपीट की। मारपीट करने के बाद उसे कार में अलग-अलग जगह ले जाकर घुमाते रहे।
बेसुध होने पर यश को बदमाश जोरा स्थित एक फार्म हाउस में बंधक बनाकर तीन दिन तक रखे रहे और दर्द भगाने के नाम पर जबरन शराब पिलाते रहे। हालत बिगड़ते देख यश को बदमाश उसके घर के पास छोड़ गए। यश की तीन माह बाद अस्पताल में उपचार के दौरान मौत हो गई। जिन गवाहों को धमकी दी गई है, वे यश के दोस्त हैं। उन लोगों ने यश को अपहरण कर ले जाते देखा था।