आंगनबाड़ी केन्द्रो के सामानों में गड़बड़ी : मंत्री लक्ष्मी रजवाड़े ने दिए जांच के आदेश, बोलीं- जांच के बाद करेंगे कार्रवाई

आंगनबाड़ी केन्द्रो के सामानों में गड़बड़ी : मंत्री लक्ष्मी रजवाड़े ने दिए जांच के आदेश, बोलीं- जांच के बाद करेंगे कार्रवाई

अम्बिकापुर(अमर छत्तीसगढ) 29 मई। छत्तीसगढ़ के आंगनबाड़ी केन्द्रो में अलग-अलग सामग्रियों की सप्लाई में बड़ा घोटाला सामने आया था। जिसमें निर्धारित मापदंड को ताक पर रखकर सामग्रियों की सप्लाई की गई थी।

आंगनबाड़ियों में जो सामान सप्लाई किया गया था वह बेहद खराब था और जिन उच्च गुणवत्ता का ख्याल रखा जाना था। वह भ्रष्टाचार और कमीशन खोरी की भेंट चढ़ गया था। इस मामले को संज्ञान में लेकर महिला बाल विकास मंत्री लक्ष्मी राजवाड़े ने जांच के आदेश दिए थे।

दअरसल, आंगनबाड़ी केन्द्रो में पढ़ने वाले छोटे-छोटे बच्चों के हक में डाका डाला जा रहा था। आंगनबाड़ी केन्द्रो में बच्चों के लिए रोटी बनाने के लिए जो बेलन और चौकी सप्लाई किया गया था। अनाज रखने के लिए जो अनाज पेटी यानी आनाज कोठियों की जो सप्लाई की गई थी।

यह सब इतने खराब थे कि, कुछ दिन बाद ही इनकी उपयोगिता नहीं रह जाती। सबसे बड़ी बात तो यह है कि इन सामग्रियों की सप्लाई के लिए जो मापदंड निर्धारित किया गया था। वह काफी उच्च कोटि का था और इसी आधार पर सप्लायरों को भुगतान किया गया था। लेकिन जो सामान सप्लाई किया गया था, उसकी हालत बेहद खराब थी।

महिला बाल विकास मंत्री लक्ष्मी राजवाड़े ने इस पूरे मामले में जांच के आदेश दिए थे और मंत्री के आदेश के बाद महिला बाल विकास विभाग सरगुजा में इसका असर भी देखने को मिल रहा है। सरगुजा जिले में सप्लाई किए गए पेटी यानी अनाज कोटियों को वापस जमा कराया जा रहा है।

जिससे पेटियों की गुणवत्ता की जांच की जा सके। मार्च 2024 -25 में अनाज कोठी, फर्नीचर, बर्तन, सैनिटरी मशीन, वजन मापने की मशीन खरीदी हुई थी। करीब 40 करोड़ रुपये के घटिया सामान की खरीदी की गई थी।

रायपुर स्थित संचालनालय से हुई आपूर्ति में खुलेआम नियमों की धज्जियां उड़ाई गईं थी। अनाज कोठी के लिए 8 गेज की स्टील शीट तय थी, लेकिन सप्लाई की गई कोठियां 4 गेज की थी। आलमारी का मानक वजन 75 किलो होना था। लेकिन चहेती फर्मों ने महज 45 किलो की आलमारियां सप्लाई की थी।

सामग्री सप्लाई के लिए आयुष मेटल अंबिकापुर और श्याम इंडस्ट्रीज बिलासपुर को आदेश मिला था। निविदा में 304 ग्रेड का बर्तन मांगा गया था, 202 ग्रेड का रद्दी माल सप्लाई किया गया था। रायपुर, दुर्ग, बिलासपुर, बस्तर, अंबिकापुर और जांजगीर सहित पूरे प्रदेश में सप्लाई किया गया था। अभी पूरे मामले में महिला बाल विकास सरगुजा ने मंत्री के आदेश के बाद सामानों को महिला बाल विकास ऑफिस में वापस जमा कर इसकी जांच करवाने की बात कह रही है।

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