रायपुर (अमर छत्तीसगढ़) 15 जून। खरतरगच्छाधिपति आचार्य श्री जिनमणिप्रभ सूरीश्वर जी द्वारा प्रतिष्ठित श्री सीमंधर स्वामी जैन मंदिर व चमत्कारी श्री जिनकुशल सूरि जैन दादाबाड़ी , भैरव सोसायटी में आज प्रातः से ही बच्चों ने आगामी चातुर्मास में धर्म आराधना से जुड़ने का संकल्प लिया , पूर्वाभ्यास के रूप में जिनपुजन व गुरुवंदना का अभ्यास भी किया ।
श्री सीमंधर स्वामी जैन मंदिर व दादाबाड़ी ट्रस्ट के अध्यक्ष संतोष बैद व महासचिव महेन्द्र कोचर ने बताया कि आगामी 9 जुलाई से जैन धर्म का चातुर्मास आरम्भ होने जा रहा है । जैन धर्म में भगवान महावीर स्वामी ने चतुर्विध संघ के लिए वर्षावास के चार माह एक स्थान में रहकर धार्मिक क्रियाओं में जीवन जीने का मार्ग प्रशस्त किया है ।
जैन साधु साध्वियों के लिए चातुर्मास काल में निश्चित सीमा के बाहर विचरण प्रतिबंधित रहता है । एक नगर में रहकर स्वयं भी साधना करना है व जनसमुदाय को धार्मिक अनुष्ठान से जोड़ना होता है । राजधानी रायपुर में इस वर्ष जैन दादाबाड़ी एम जी रोड़ में जैन साध्वी श्री हँसकीर्ति श्री जी , ज्ञानवल्लभ उपाश्रय विवेकानंद नगर में उपाध्याय श्री महेन्द्र सागर जी , महावीर जिनालय न्यू राजेन्द्र नगर में उपाध्याय श्री मनीष सागर जी , हिरसूरी भवन भैरव सोसायटी में श्री प्रियदर्शी विजय जी गुरुभगवंतों का चातुर्मास होगा ।
चमत्कारी श्री जिनकुशल सूरि जैन दादाबाड़ी भैरव सोसायटी में आज बच्चों ने चातुर्मास में विराजमान साधु संतों के सानिध्य में धर्म आराधना करने का निश्चय दोहराया है ।
श्री सीमंधर स्वामी जैन मंदिर व चमत्कारी श्री जिनकुशल सूरि जैन दादाबाड़ी भैरव सोसायटी में चातुर्मास आरम्भ 9 जुलाई बुधवार गुरुपूर्णिमा 10 जुलाई गुरुवार 21 दिवसीय दादागुरुदेव इक्तिसा जाप सोमवार 28 जुलाई से 17 अगस्त रविवार तक, पर्युषण पर्व 20 अगस्त बुधवार से प्रारंभ 24 अगस्त रविवार महावीर जन्मवांचन , 27 अगस्त बुधवार संवत्सरी महापर्व मनाया जाएगा ।