बलौदाबाजार(अमर छत्तीसगढ़) 16 जून। छत्तीसगढ़ के बलौदाबाजार जिले सहित प्रदेशभर में डीएपी व यूरिया खाद की आपूर्ति में कमी के कारण किसानों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। जहां सरकारी सोसाइटियों में खाद की रेक अब तक नहीं पहुंच पाई है। वहीं निजी कृषि केंद्रों व दवा दुकानों में डीएपी व यूरिया का पर्याप्त स्टॉक मौजूद है।
किसान मजबूरीवश 1350 रुपए की सरकारी दर के बजाय 1750 रुपए में निजी दुकानों से खाद खरीदने को विवश हैं। जैसे- जैसे वर्षा ऋतु नजदीक आ रही है। किसानों द्वारा खाद और बीज का स्टॉक करने की होड़ बढ़ रही है। जिसका सीधा लाभ निजी व्यापारियों को मिल रहा है।
इस गंभीर स्थिति को देखते हुए बलौदा बाजार कलेक्टर ने निर्देश दिए हैं कि जिन समितियों में खाद की अधिक मांग है, वहां प्राथमिकता के आधार पर डीएपी और बीज का भंडारण सुनिश्चित किया जाए तथा किसानों को समय पर वितरण किया जाए।
साथ ही डीएपी की कमी की स्थिति में एनपीके व अन्य विकल्पों के उपयोग को लेकर किसानों को जागरूक किया जाए। इसके लिए ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारियों को गांवों और समितियों में बैठक लेकर जानकारी देने के निर्देश दिए गए हैं।
कलेक्टर ने यह भी जानकारी दी कि, जिले में खरीफ सीजन 2025 के लिए सहकारी समितियों में रासायनिक उर्वरकों का लक्ष्य 58136 मेट्रिक टन है। जिसके विरूद्ध अब तक 32724 मेट्रिक टन रासायनिक उर्वरकों का भण्डारण किया गया है। अब तक सहकारी समितियों द्वारा 22690 मेट्रिक टन उर्वरक का वितरण किसानों को किया गया है।
जिले के लिए 300 मीट्रिक टन डीएपी खाद की रेक लगने वाली है। जिसे मांग के अनुसार समितियों में वितरित किया जाएगा। साथ ही प्रत्येक समिति के लिए उर्वरकों का लक्ष्य निर्धारण कर भंडारण व्यवस्था को मजबूत किया जाएगा।
इस विषय पर कसडोल विधायक संदीप साहू ने भी तीखी प्रतिक्रिया दी और कहा कि, सरकार नहीं चाहती कि किसानों का धान अधिक उपज हो। ताकि, उसे अधिक मात्रा में खरीदना न पड़े। उन्होंने डीएपी खाद की किल्लत को सरकार की नीति पर प्रश्नचिह्न बताते हुए कहा कि यह स्थिति किसानों के हितों के खिलाफ है।