जयपुर पैर से स्कूली पढ़ाई की राह पर कार्तिक पैकरा, 6 दिव्यांगों को मिला सहारा

जयपुर पैर से स्कूली पढ़ाई की राह पर कार्तिक पैकरा, 6 दिव्यांगों को मिला सहारा

रायपुर (अमर छत्तीसगढ़) 18 जून।

जन्म से एक पैर आधा रह गया और 6 वर्षीय कार्तिक स्कूल नही जा रहा था , लेकिन आज श्री विनय मित्र मण्डल के पचपेड़ी नाका स्थित वर्कशॉप में उसे जयपुर पैर लगाया गया है । पिता लाल जी व माता सोनू पैकरा ने बताया कि कार्तिक उनकी पहली संतान है, जन्म से ही उसका एक पैर अर्धविकसित रह गया है ।

जिसके कारण 6 वर्ष की आयु में भी उसने स्कूल में दाखिला नही लिया है । पिता लाला पैकरा ने बताया कि जयपुर पैर लगाकर इस वर्ष कार्तिक अपने ग्राम गंगापुर लटोरी जिला सूरजपुर की कक्षा पहली में दाखिला लेकर पढ़ाई प्रारंभ करेगा ।

श्री विनय मित्र मण्डल के संस्थापक महेन्द्र कोचर व पूर्व अध्यक्ष खेमराज बैद ने बताया कि स्व केशरी चंद जी कोठारी के आत्मश्रेयार्थ श्रीमती इचरज देवी कोठारी सुपुत्री श्रीमती शारदा चोपड़ा सुपुत्र कमलेश विमलेश कोठारी द्वारा 6 दिव्यांगों को जयपुर पैर प्रदान किये गए ।

श्री विनय मित्र मण्डल द्वारा विगत 39 वर्षों से पचपेड़ी नाका में जयपुर पैर के वर्कशॉप का संचालन किया जाता है । दिव्यांगों के ठहरने व भोजन की व्यवस्था तथा कृत्रिम पैर निःशुल्क दिए जाते हैं ।

स्व केशरी चंद कोठारी की स्मृति में परमेश्वर सिदार 17 वर्ष , शिवमाया यादव 46 वर्ष , जय सिंह 15 वर्ष , कार्तिक पैकरा 6 वर्ष , राजू सोनी 50 वर्ष , सुरेन्द्र सिंह 48 वर्ष को श्रीमती शारदा चोपड़ा, योगेश चोपड़ा की उपस्थिति में निःशुल्क जयपुर पैर प्रदान किया गया ।

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