बिलासपुर श्री दिगंबर जैन के पर्वाधिराज पर्यूषण पर्व दसलक्षण धर्म के तीसरे दिन उत्तम आर्जव धर्म के दिन है। पर्यूषण पर्व में जैन सभा की सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजन समिति के तत्तावधान में सरकण्डा पाठशाला के बच्चों द्वारा मनमोहक प्रस्तुति दी गई। सांध्यकालीन सांस्कृतिक कार्यक्रम की शुरुआत से पहले उत्तम मार्दव धर्म की कहानी दिखाकर बच्चों से उस कहानी से संबंधित पांच प्रश्न पूछे गए। सांस्कृतिक कार्यक्रम की शुरुआत पाठशाला के बच्चों द्वारा मंगलाचरण की प्रस्तुति के साथ की गई। जिसमें सृष्टि, अक्षांशी, श्रेयांशी, चारु और निवि ने मनमोहक नृत्य के की। सांस्कृतिक कार्यक्रम में क्षणभंगुर संसार नाटिका की जीवंत प्रस्तुति पूरे भाव भंगिमा के साथ की गई और इसका ऑनलाइन प्रसारण ज़ूम एप्प पर किया गया। इस नाटिका के माध्यम से बहुत ही सहजता और सरलता से क्षणभंगुर संसार के शाश्वत सत्य को प्रदर्शित किया। इसमें बताया गया कि संसार में कोई भी चीज स्थाई नहीं है और जब भी मृत्यु आए तो हमें सारे काम छोड़कर जाना ही पड़ता है, भले ही चाहे हम पेशे से वकील, डॉक्टर, पंडित, नेता, आधुनिक बच्चे हों या कोई भी। कार्यक्रम का संचालन श्रीमती अपर्णा जैन द्वारा किया गया। बच्चों को नृत्य का प्रशिक्षण एवं साज-सज्जा के साथ तैयार श्रीमती क्षिप्रा जैन ने किया।
इस वर्ष आयोजन समिति द्वारा कुछ नए प्रयास किए गए हैं। इसी कड़ी में पहला प्रयास है, जैन धर्म की कहानी बच्चों की जुबानी। इसके तहत प्रतिदिन एक बच्चे द्वारा उस दिन के धर्म से संबंधित एक छोटी सी कहानी का वीडियो बनाकर प्रतिदिन सुबह समाज के सभी ग्रुप्स में प्रसारित किया जाता है और बच्चों के मुख से जैन धर्म की कहानी सभी को बताई जाती है। इसी कड़ी में दूसरा प्रयास यह किया गया है कि प्रतिदिन सांध्यकालीन सांस्कृतिक कार्यक्रम के पूर्व उस दिन के धर्म से सम्बंधित कहानी का एक वीडियो ज़ूम एप्प के माध्यम से सभी को ऑनलाइन दिखाया जाता है और फिर उसी कहानी से संबंधित पांच सवाल बच्चों से ऑनलाइन ही पूछे जाते हैं और सही जवाब देने वाले पांच बच्चों को प्रतिदिन पुरस्कार दिया जाएगा।
प्रतिदिन दोपहर व्हाट्सएप ग्रुप में आओ ज्ञान बढ़ाए प्रतियोगिता आयोजित की जाती है। इस प्रतियोगिता के पहले दिन के विजेता गौरव जैन, श्रीमती नीलम जैन रही । समस्त कार्यक्रमों का ऑनलाईन प्रसारण ज़ूम एप्प के माध्यम से किया जा रहा है। सभी तकनीकी व्यवस्था एवं आयोजन के लिए सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजन समिति में श्रीमती अनुभूति जैन, श्रीमती ऋतु जैन, संदीप जैन, सुप्रीत जैन, दीपक जैन एवं अमित जैन शामिल हैं।