राजनांदगांव का किया गया चयन
राजनांदगांव (अमर छत्तीसगढ़,) 28 अप्रैल 2022। भारतीय स्वतंत्रता के 75वें वर्ष की स्मृति में स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों की यादों को संजोने एवं अक्षुण्य बनाये रखने के लिए केन्द्रीय मंत्री पंचायत एवं ग्रामीण विकास श्री गिरिराज सिंह ने विज्ञान भवन नई दिल्ली में ‘आजादी से अंत्योदय तक 90 दिवस के अभियानÓ का शुभारंभ किया। इस अवसर पर आजादी का अमृत महोत्सव एकेएएम समारोह में आज कलेक्टर श्री तारन प्रकाश सिन्हा एवं देश के स्वतंत्रता संग्राम सेनानी ठाकुरजी प्यारेलाल सिंह के परिजन वीडियो कांफ्रेसिंग के माध्यम से कार्यक्रम में शामिल हुए। जिसमें देशभर के 75 जिलों के स्वतंत्रता संग्राम सेनानी एवं उनके परिजन जुड़े रहे।
कलेक्टर श्री तारन प्रकाश सिन्हा ने कहा कि स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों के योगदान का उत्सव मनाने और उन महान विभूतियों के सपनों को साकार करने का अवसर है, जो उन्होंने राष्ट्र के लिए देखे हैं। उन्होंने बताया कि देश के 75 जिलों में इस अभियान के शुभारंभ के अंतर्गत स्वतंत्रता संग्राम सेनानी ठाकुर प्यारेलाल के जन्म स्थान जिला राजनांदगांव का चयन किया गया है। राजनांदगांव जिले में भारत सरकार के 9 मंत्रालयों एवं विभागों की 17 योजनाओं का लाभ 90 दिवस के भीतर शत प्रतिशत सभी लाभार्थियों को दिया जाएगा एवं सैचुरेशन मोड में योजनाओं का क्रियान्वयन किया जाएगा। राजनांदगांव जिले के स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों का सम्मान करने के उद्देश्य से नियमित रूप से महत्वपूर्ण दिवसों पर समारोह आयोजित किए जाएंगे तथा विभिन्न हितग्राहियों को भी इनमें शामिल किया जाएगा। इसके अंतर्गत युवा निकायों, शिक्षा विभाग के समन्वय से कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा तथा स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों के परिवारों का सम्मान किया जाएगा। इस अवसर पर स्वतंत्रता संग्राम सेनानी ठाकुर प्यारेलाल सिंह के परिजन सेवानिवृत्त आईपीएस श्री एनकेएस ठाकुर, साहित्यकार श्री आशीष ठाकुर, सहायक खाद्य अधिकारी श्री विश्वजीत सिंह, परिवार के अन्य सदस्य तथा संयुक्त कलेक्टर श्रीमती निष्ठा पाण्डेय उपस्थित थे। उल्लेखनीय है कि भारतीय स्वतंत्रता के 75वें वर्ष की स्मृति में 90 दिवसीय एकेएएस अंत्योदय योजना के तहत कार्य किया जाएगा। इसके अंतर्गत स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों की स्मृति में विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा। इसमें नुक्कड़ नाटक, प्रभात फेरी, स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों के परिवारों का सम्मान इत्यादि जैसे कार्यकलापों की योजना बनाई जाए।