बिलासपुर(अमर छत्तीसगढ) पुलिस अधीक्षक राजनांदगांव डी.श्रवण के निर्देशन में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (आईयूसीडब्ल्यू) राजनांदगांव श्रीमती सुरेशा चौबे के मार्गदर्शन में पद्मश्री गोविंदराम निर्मलकर, ऑडिटोरियम नगर पालिक निगम राजनांदगांव में उभय लिंगी व्यक्ति एवं वरिष्ठ नागरिकों के अधिकार, संरक्षण एवं सुरक्षा के लिए कार्यशाला का आयोजन किया गया जिसमें मुख्य अतिथि श्रीमती हिमानी खन्ना (भापुसे), उप पुलिस महानिरीक्षक (अअवि), अध्यक्षता श्री देवाशीष ठाकुर ( जिला विधिक सेवा प्राधिकरण (डीएएलएसए) राजनांदगांव, द्वारा अपने उद्बोधन में कहा कि ट्रांसजेंडर व्यक्तिं को सामाजिक बहिष्कार से लेकर भेदभाव, शिक्षा सुविधाओं की कमी, बेरोजागारी, चिकित्सा सुविधाओं की कमी, जैसे समस्याओं का सामना करना पड़ता है।
ट्रांसजेंडर व्यक्तिं के समाजिक, आर्थिक एवं शैक्षिक सशक्तीकरण के लिए कार्य प्रणाली उपलब्ध कराने का प्रवधान किया गया। जिससे समग्रता को बढ़ावा मिलेगा और ट्रांसजेंडर व्यक्ति समाज के उपयोगी सदस्य बन जायेंगे। ट्रांसजेंडर व्यक्ति (अधिकारों की सुरक्षा) के संबंध में चर्चा करते हुये विधेयक, 2019 एक प्रगतिशील विधेयक है क्योंकि यह ट्रांसजेंडर समुदाय को सामाजिक, आर्थिक और शैक्षिक रूप से सशक्त बनाने के संबंध में विस्तृत जानकारी दिया गया साथ ही साथ वरिष्ठ नागरिकों के अधिकार, कानूनी जानकारी एवं उनके हित में संचालित योजनाओं की जानकारी दी गई।
कार्यशाला में विशेष अतिथिगण श्रीमती मिलनाकुर्रे (भापुसे), श्रीमती विद्या राजपूत (राज्य प्रमुख तृतीय लिंग रायपुर), डॉ. श्रीलेखा वेरूलकर (डॉयरेक्टर एम.जे. कॉलेज भिलाई), डॉ. निमीषा मिश्रा (प्राचार्य मदर केयर्स स्कूल रायपुर), एवं उभय लिंगी व्यक्ति एवं वरिष्ठ नागरिक उपस्थित थे।