रायपुर (अमर छत्तीसगढ़) जैन संवेदना ट्रस्ट ने सीनियर सिटीजन को कोरोना महामारी से पहले मिलने वाले रेल्वे कन्सेशन को पुनः चालू करने की मांग से संबंधित पत्र आज प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी व रेल्वे मंत्री अश्विनी वैष्णव लिखा । जैन संवेदना ट्रस्ट के महेन्द्र कोचर व विजय चोपड़ा ने कहा कि कोरोना महामारी के दौरान केन्द्र सरकार ने आमजनों के लिए कोविड गाईड लाइन के अनुसार यात्री ट्रैनों का संचालन बन्द कर दिया था और इसकी आड़ में सीनियर सिटीजन को मिलने वाले कन्सेशन को भी बन्द कर दिया गया ।
कोरोना का प्रभाव जैसे जैसे कम होता गया तो यात्री ट्रेनों का संचालन आरम्भ किया गया और रेल्वे को कोरोना के दौरान नुकसान हुआ बताकर सभी ट्रेनों को स्पेशल घोषित कर 25 से 30 प्रतिशत अतिरिक्त वसूली की गई व कम दूरी की टिकिटों में 250 रुपये की पेनाल्टी वसूली गई ।
केन्द्र सरकार का असंवेदनशील कृत्य है ।और रेल्वे ने इस माध्यम से हजारों करोड़ रुपये की वसूली की है । रेल्वे ने यात्री सुविधाओं को घटाकर ट्रेनों का संचालन किया और किराया बढ़ा कर जनता की जेब में डाका डाला है ।
जैन संवेदना ट्रस्ट के महेन्द्र कोचर व विजय चोपड़ा ने कहा कि सभी सुविधाओं को आरम्भ करने के बाद भी केन्द्र सरकार सीनियर सिटीजन के प्रति असंवेदनशील बनी हुई है । ट्रेनों के पुनः संचालन को आरम्भ करने के बाद रेल्वे ने सीनियर सिटीजन के कन्सेशन के 1500 करोड़ से ज्यादा की राशि डकार ली है । जैन संवेदना ट्रस्ट ने प्रधानमंत्री व रेल्वे मन्त्री को पत्र लिखकर सीनियर सिटीजन के हक का कन्सेशन शीघ्र आरम्भ करने की मांग की है ।
सीनियर सिटीजन कई माह से कन्सेशन का इंतज़ार कर रहे हैं कइयों को जीवन के अंतिम पड़ाव में तीर्थयात्रा करने का इंतज़ार है । ज्ञात हो कि सीनियर सिटीजन की महिलाओं को 50 प्रतिशत व पुरुषों को 40 प्रतिशत कन्सेशन दिया जाता है जोकि लम्बी दूरी की ट्रेन टिकट में गरीबों के लिए बड़ी राशि है । जैन संवेदना ट्रस्ट के मांग पत्र में महेन्द्र कोचर , विजय चोपड़ा , कमल भन्साली , चन्द्रेश शाह , महावीर मालू , गुलाब दस्सानी , हरीश डागा , महावीर कोचर , अरुण कोठारी ने हस्ताक्षर किए ।