राजनांदगाँव । (अमर छत्तीसगढ़) स्थानी पुलिस प्रशिक्षण विद्यालय का 77वां नवआरक्षक बुनियादी प्रशिक्षण सत्र अंचल के पुलिस महानिरीक्षक बदरीनारायण मीणा के मुख्य आतिथ्य में संपन्न हुआ। आरंभ में पीटीएस के पुलिस अधीक्षक इरफान उल रहिम खान ने संस्था का प्रतिवेदन पढ़ा। मुख्य अतिथि श्री मीणा के परेड सलामी उपरांत 396 प्रशिक्षार्थी नव आरक्षकों को कर्तव्यनिष्ठा की शपथ दिलाई। श्री खान ने अपने प्रतिवेदन में संस्था के 1960 के प्रथम बुनियादी प्रशिक्षण को लेकर आज तक की विस्तृत जानकारी दी। इस अवसर पर पुलिस अधीक्षक संतोष कुमार सिंह, डीआर आंचला पुलिस अधीक्षक मानपुर, एस आर सलामे सेनानी आठवीं वाहिनी व आईपीएस प्रशिक्षुक अधिकारी, गौरव राय, जावेद अली, सेकेंड इन कमांडेट, आईटीबीपी सहित उपस्थित अधिकारी , कर्मचारियों का इस अवसर पर सम्मान भी किया गया।
अपने उद्बोधन के अन्त में उन्होंने नव आरक्षक से आरक्षक बन चुके प्रशिक्षणार्थियों को अपनी शुभकामनायें देते हुए कहा कि आज में आपमें पूर्ण निर्भीक, साहसी दृढसंकल्पित एवं निष्ठावान पुलिस दिखाई दे रहा है। आपमें आज वह समस्त क्षमताएँ परिलक्षित हो रही हैं जो एक अपराधमुक्त, न्यायप्रिय एवं उन्नत समाज की स्थापना में अपना अतुलनीय योगदान देगी मैं इन आरक्षकों के सार्थक भविष्य की कामना करता हूँ।
मुख्य अतिथि पुलिस महानिरीक्षक के उद्बोधन से पूर्व प्रशिक्षण विद्यालय प्रमुख पुलिस अधीक्षक श्री इरफान-उल रहीम खान ने इस मुख्य अतिथि के परेड सलामी के उपरान्त प्रशिक्षणार्थीी नवआरक्षकों को कर्तव्यनिष्ठा की शपथ दिलायी एवं प्रशिक्षण संस्था का प्रतिवेदन वाचन किया। 57 प्रशिक्षणार्थी विवाहित एवं 339 अविवाहित हैं। बुनियादी प्रशिक्षण में अन्य विषयों के साथ प्रशिक्षणार्थियों को कम्प्युटर साइबर काईम व महिला
सशक्तिकरण के साथ ही दोरली एवं गोंड़ी बोली का विशेष रूप से प्रशिक्षण दिया गया है । कम्प्युनिटी पुलिसिंग, मानवाधिकार, बाल अधिकार संरक्षण एवं अन्य प्रासंगिक विषयों पर ऑन लाईन एवं प्रत्यक्ष अतिथि व्याख्यान का आयोजन एवं व्यवहारिक प्रशिक्षण प्रदान किया गया, जिससे निश्चित ही प्रशिक्षणार्थी लाभान्वित हुए हैं। प्रशिक्षण विद्यालय में समय समय प्रशिक्षणार्थियों का नियमित स्वास्थ्य परीक्षण कराया गया है। विश्वव्यापी कोरोना संक्रमण को ध्यान में रखते हुए प्रशिक्षक प्रशिक्षणार्थी एवं सम्पूर्ण स्टॉफ को इससे बचाव के लिये आवश्यक दिशा-निर्देश प्रसारित कर कड़ाई से पालन कराया गया। प्रशिक्षण विद्यालय परिसर के प्रवेश एवं निकासी पर सख्ती बरती गयी एवं अनेकों बार
क्लास रूम्स, एवं अन्य प्रशासनिक भवनों को सेनेटाईज़ किया जाता रहा है। प्रशिक्षणार्थियों एवं स्टॉफ का नियमित स्वास्थ्य परीक्षण कराया गया है जिससे विद्यालय परिसर इस संक्रमण से सुरक्षित रह पाया है।श्री इरफान-उल रहीम खान ने आगे बताया कि छ0ग0 राज्य पुलिस के नेतृत्व व मार्गदर्शन में संचालित पुलिस प्रशिक्षण विद्यालय, राजनांदगाँव, भारत के केन्द्रीय गृहमंत्री ट्राफी अंतर्प्रशिक्षण संस्थाओं की प्रतिस्पर्धा में तीन बार सहभागी बना और देश के सम्पूर्ण प्रशिक्षण संस्थाओं में प्रथम स्थान प्राप्त कर राज्य व राज्य पुलिस के प्रशिक्षण को गौरवान्वित किया था। इस प्रतिस्पर्धा पर संस्था को रू0 दो लाख का नगद पुरुस्कार भी प्राप्त होता है जो 03 बार प्राप्त हो चुका है, पुलिस प्रशिक्षण विद्यालय राजनांदगाँव को उत्कृष्ठ संस्था घोषित किया गया है। संस्था के मुख्य कवायद शिक्षक बृजेश कुमार भदौरिया, उपनिरीक्षक कमलेश सोनबाईर एवं उपनिरीक्षक जाकिर अली को भारत के केन्द्रीय गृहमंत्री मेडल प्रदान किया गया है तथा उप निरीक्षक कमलेश सोनबोईर एवं श्रीमती वर्षा शर्मा को पुलिस सराहनीय सेवाओं के लिये राष्ट्रपति पदक प्रदान किया गया है ।
इस विद्यालय परिसर में ही 2010 में काउण्टर इंसरजेंसी एण्ड एण्टी-टेरेरिस्ट स्कूल की स्थापना की गयी है। सी0आई0ए0टी0 स्कूल के 45 सत्र की सम्पन्नता के साथ 6298 प्रशिक्षणार्थियों को प्रशिक्षित कराया गया है।
दीक्षान्त परेड कार्यक्रम के अंत में संस्था में अमुल्य योगदान देने वाले अतिथियों का स्मृतिचिन्ह प्रदान कर सम्मान किया गया जिसमें,इस अवसर पर शहर के पत्रकार बन्धु , अनेक गणमान्य नागरिकों एवं प्रशिणार्थियों के परिजनों की उपस्थिति रही। कार्यक्रम के अंत में पुलिस महानिरीक्षक महोदय द्वारा श्री इरफान खान के संस्था नेतृत्व की सराहना की गयी। कार्यक्रम संचालन डीपीओ संध्या शुक्ता राजपूत एवं उप निरीक्षक जाकिर अली द्वारा किया गया, इस अवसर पर प्रशिक्षण विद्यालय परिसर की सुरक्षा व्यवस्था चाक चौबन्द देखने में आया परिसर स्थित भवनों के उपरी भागों में कड़ी सुरक्षा व्यवस्था देखने को मिला । इस अवसर पर संस्था के समस्त स्टॉफ एवं प्रशिक्षणार्थियों के अतिरिक्त इनके परिजन भी कार्यक्रम में उपस्थित रहे जिनके ठहरने एवं मध्यान्ह भोजन की व्यवस्था संस्था द्वारा किया गया। पुलिस बैण्ड के द्वारा सराहनीय परेड के अंत में बैण्ड प्ले ऑफ किया गया जिन्हें स्मृति चिन्ह दिया जाकर सम्मानित किया गया।