कलेक्टर ने रेस्कयू में जाने वाले अधिकारियों कर्मचारियों को सम्बोधित किया और सबकी सहभागिता से इस महत्वपूर्ण अभियान को सफल बनाने की अपील की। उन्होंने राहुल को सकुशल बाहर निकालने के लिए हर कोशिश करने और किसी प्रकार की लापरवाही नहीं करने की अपील की।
अगले 6 घण्टे होंगे महत्वपूर्ण। इस दौरान किया जाएगा फाइनल ऑपरेशन
स्वास्थ्य का अमला पूरी तरह से मुस्तैद है…CMHO, सिविल सर्जन, बीएमओ सहित चिकित्सक और स्टाफ़नर्स आपातकालीन चिकित्सा व्यवस्था के लिए तैयार है।एम्बुलेंस की व्यवस्था है।एम्बुलेंस में स्टाफ़नर्स रेस्क्यू के साथ किसी भी स्थिति में उपचार की आवश्यकता पूरी करने के लिए अपनी तैयारी कर रही है हालांकि ये टीम घटना दिनांक से ही तैयारी के साथ आई है।
रेस्कयू स्थल में आवश्यक तैयारी के संबंध में कलेक्टर ने निर्देश दिया है।ऑक्सीजन, विद्युत व्यवस्था, लाइटिंग, कम्प्रेशर मशीन, एक्सपर्ट , मेडिकल स्टाफ के साथ सभी व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। रेस्क्यू के लिए जाने से पूर्व पेपर में भी प्लान किया गया।आसपास के 25 मीटर तक नो गो एरिया जोन बनाया जाएगा।ऑपरेशन के लिए केवल अधिकृत लोग ही आसपास रहेंगे।
ऑपरेशन राहुल
छत्तीसगढ़ में अब तक का सबसे बड़ा रेस्कयू ऑपरेशन किया जाएगा। आने वाले 6 घण्टे में पूरी जिम्मेदारी के साथ ऑपरेशन कर राहुल को सुरक्षित निकालने का प्रयास किया जाएगा।
कलेक्टर ने कहा कि हम हर चुनौती का सामना करने के लिए तैयार है। मुख्यमंत्री के निर्देशन में प्रशासन की टीम मुस्तैद होकर इस ऑपरेशन को अंजाम देगी।
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के दिशा निर्देशन में ग्राम पिहरीद, मालखरौदा जिला जांजगीर-चाम्पा में बोरवेल में 54 घण्टे से भी अधिक समय से फसे राहुल साहू को बाहर निकालने अंतिम दौर का रेस्क्यू शुरू हुआ। कलेक्टर जितेंद्र कुमार शुक्ला, पुलिस अधीक्षक विजय अग्रवाल सहित सेना के अफसर,एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, एसईसीएल सहित जिला प्रशासन के अधिकारियों के साथ पूरी टीम छत्तीसगढ़ के इस सबसे बड़े रेस्क्यू में जा रही है।
सभी प्रकार की तैयारियों और व्यवस्थाओं के साथ रेस्कयू दल 60 फीट नीचे गहराई में उतरने जा रहा है। इस ऑपरेशन का सिर्फ एक ही मकसद है कि बोरवेल में फंसे राहुल को किसी भी तरह से सुरक्षित निकालना।
लगभग 52 से 54 घण्टे से पोकलेन,जेसीबी,ड्रिल मशीन से भारी मशक्कत के बाद बोरवेल के समीप गहराई किया गया है। अब नीचे सुरंग बनाकर राहुल तक पहुचने का प्रयास किया जाएगा।
इस सबसे बड़े ऑपरेशन में हिस्सा बनने वालों को हर पल अलर्ट रहने कहा गया है। ऑपरेशन में किसी तरह की जल्दबाजी या लापरवाही नहीं करने के सख्त निर्देश है।