राज्य शासन द्वारा छुईखदान विकासखंड के शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय साल्हेवारा,डॉ. पदुमलाल पुन्नालाल बख्शी शासकीय कन्या उच्चतर माध्यमिक विद्यालय राजनांदगांव एवं डॉ. पदुमलाल पुन्नालाल बख्शी शासकीय बालक उच्चतर माध्यमिक विद्यालय खैरागढ़ के लिए पदों का सृजन करने की दी गई अनुमति
– विद्यालयों में हिन्दी तथा अंग्रेजी दोनों माध्यम से विद्यालय किए जाएंगे संचालित
राजनांदगांव(अमर छत्तीसगढ़) 25 जून 2022। राज्य शासन द्वारा छुईखदान विकासखंड के शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय साल्हेवारा,डॉ. पदुमलाल पुन्नालाल बख्शी शासकीय कन्या उच्चतर माध्यमिक विद्यालय राजनांदगांव एवं डॉ. पदुमलाल पुन्नालाल बख्शी शासकीय बालक उच्चतर माध्यमिक विद्यालय खैरागढ़ के लिए पदों का सृजन करने की अनुमति प्रदान की गई है। छुईखदान विकासखंड के शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय साल्हेवारा के संचालन लिए स्वामी आत्मानंद उत्कृष्ट अंग्रेजी माध्यम विद्यालय प्रबंधन समिति साल्हेवारा को, डॉ. पदुमलाल पुन्नालाल बख्शी शासकीय कन्या उच्चतर माध्यमिक विद्यालय राजनांदगांव के संचालन के लिए स्वामी आत्मानंद उत्कृष्ट अंग्रेजी माध्यम विद्यालय प्रबंधन समिति राजनांदगांव एवं डॉ. पदुमलाल पुन्नालाल बख्शी शासकीय बालक उच्चतर माध्यमिक विद्यालय खैरागढ़ के संचालन के लिए स्वामी आत्मानंद उत्कृष्ट अंग्रेजी माध्यम विद्यालय प्रबंधन समिति खैरागढ़ को दायित्व सौंपा गया है। प्रबंधन समिति को पदों का सृजन करने की अनुमति प्रदान की गई है।
प्रतिनियुक्ति तथा संविदा नियुक्ति से कुल 191 पद भरे जाएंगे। तीनों स्कूलों में व्याख्याता हिन्दी, व्याख्याता अंग्रेजी, व्याख्याता संस्कृत, व्याख्याता गणित, व्याख्याता सामाजिक विज्ञान, व्याख्याता जीव विज्ञान, व्याख्याता रसायन विज्ञान, व्याख्याता भौतिक विज्ञान, शिक्षक, कम्प्यूटर शिक्षक, सहायक शिक्षक तथा कलेक्टर दर पर अंशकालीन सफाईकर्मी पद पर भर्ती की जाएगी। इसके अलावा प्राचार्य, व्याख्याता, प्रधान पाठक माध्यमिक शाला, शिक्षक, व्यायाम शिक्षक, सहायक शिक्षक विज्ञान (प्रयोगशला), ग्रंथपाल, लेखापाल/सहायक ग्रेड-2, सहायक ग्रेड 3, भृत्य, चौकीदार, अंशकालीन सफाई कर्मी पद पर भर्ती की जाएगी। अंशकालीन सफाईकर्मी के पद को छोड़कर समस्त पदों पर केवल स्कूल शिक्षा विभाग से प्रतिनियुक्ति पर ही पदस्थापना की जाएगी। इन पदों पर समिति द्वारा सीधी भर्ती अथवा संविदा नियुक्ति नहीं की जाएगी। इन विद्यालयों में हिन्दी तथा अंग्रेजी दोनों माध्यम से विद्यालय संचालित किए जाएंगे। आवश्यकता पडऩे पर दो पालियों में विद्यालयों का संचालन किया जा सकेगा। हिन्दी माध्यम से छात्रों के प्रवेश संख्या में कोई बंधन नहीं रहेगा। आवश्यकता अनुसार छात्रों को प्रवेश दिया जा सकेगा।