धमतरी (अमर छत्तीसगढ़) शहर की बैद परिवार जैन समाज की बेटी एवं पूज्य जयमल जी समुदाय में दीक्षित विदुषी जैन साध्वी प्रवचन प्रभाविका डॉ.बिंदुप्रभा श्री जी एवं हेमप्रभा श्री जी म.सा.का चातुर्मास हेतु भव्य मंगल प्रवेश 9 जुलाई को धमतरी शहर में हुआ। साध्वी जी का भव्य नगर प्रवेश शांति कॉलोनी से नगर के मुख्य मार्गो को होते हुए नए स्थानक भवन में पूर्ण हुआ । प्रवेश के मंगल अवसर पर खरतरगच्छ समुदाय में दीक्षित, धमतरी शहर की बंगानी परिवार की बेटी साध्वी तरुणप्रभा श्रीजी, सुमित्रा श्रीजी, साध्वी प्रियमित्रा श्रीजी, मधुस्मिता श्रीजी साध्वी वृन्दों का विशेष सानिध्य प्राप्त हुआ ।
दो पंथ एवं समुदाय के मध्य इस भव्य मंगल प्रवेश में जिनशासन की अनोखी एवं निराली एकजुटता एवं स्नेह दिखने को मिली, ” महावीर का क्या संदेश-जियो और जीने दो ” एवं जैन समाज के अनेक गगनभेदी नारों के साथ छत्तीसगढ़ के विभिन्न शहरों से पधारे एवं नगर के स्थानीय सैकड़ों की संख्या में उपस्थित समाजजनों की गरिमामयी उपस्थिति में नगर प्रवेश हुआ।
नए स्थानक भवन में मंगल प्रवेश के पश्चात सकल जैन समाज के विभिन्न पदाधिकारी नेमीचंद छाजेड़, प्रेमचंद मिन्नी, कमलेश कोटड़िया, वंदना चौरड़िया तथा बाहर से आए समाजजनों ने अपने भावों को धर्म सभा में रखा। साध्वी डॉ.बिंदुप्रभा श्रीजी म.सा.ने जैन धर्म के सिद्धांतों पर सरलता से प्रकाश डालते हुए लोगों को चातुर्मास में धर्म प्रभावना के कार्यों से जुड़ने की प्रेरणा देते हुए लोगों को अधिक से अधिक सामायिक, स्वाध्याय, त्याग, तपस्या करने पर जोर दिया। साध्वी सुमित्रा श्रीजी ने कहा कि चातुर्मास का पावन पर्व विशेष रूप से धर्म एवं आराधना करने हेतु हम सभी के बीच उपस्थित हुआ है,अधिक से अधिक दया,दान एवं धर्म करके इस अवसर को सार्थक करें।
साध्वी मधुस्मिता श्रीजी म.सा.ने धमतरी के अपने सांसारिक जीवन को स्मरण करते हुए लोगों को आध्यात्मिक एवं धर्मयुक्त जीवन जीने हेतु प्रेरित किया।कार्यक्रम का संचालन कोमल बोहरा ने किया।