जैन संत ने बच्चों को संस्कारवान बनाने पर जोर दिया
राजनांदगांव(अमर छत्तीसगढ़) 21 जुलाई। जैन संत हर्षित मुनि ने कहा कि आप अपने बच्चों को संस्कारवान बनाएं । उन्होंने कहा कि संस्कारवान बच्चों की यदि चाहत है तो आपको अपने बच्चों से जुड़ना होगा, उन्हें समय देना होगा। उन्होंने कहा कि पूरे परिवार यदि एक साथ सामूहिक प्रार्थना करता है तो बहुत अच्छा है क्योंकि यह 10 मिनट का समय आपके संसार को बदल देता है।
गौरव पथ स्थित नवनिर्मित समता भवन में आज अपने प्रवचन में जैन संत श्री हर्षित मुनि ने कहा कि आप मकान बनाते हैं किंतु यह रहने के लिए कम, दिखाने के लिए ज्यादा बनाते हैं।उन्होंने कहा कि रहना तो एक छोटे से मकान में भी हो जाता है फिर हम इतनी अट्टालिकाएं क्यों बनाते हैं? उन्होंने कहा कि हम दिखाने के लिए मकान में टाइल्स लगाते हैं, तरह-तरह के फर्नीचर से घर सजाते हैं किंतु क्या हम वास्तव में घर बना पाते हैं। उन्होंने कहा कि हम देखा देखी के लिए घर ना बनाएं। आने वाला प्रत्येक व्यक्ति अच्छे संस्कार लेकर जाए, ऐसा घर बनाए।
मुनि श्री ने कहा कि बच्चे माता-पिता से जुड़े रहे तो उनमें संस्कार अवश्य आएंगे। आपको अपने बच्चे को समय देने की फुर्सत ही नहीं है। आप अपने बच्चों को दूसरों के पास छोड़ देते हैं। उन्होंने कहा कि आप अपने जिम्मेदारियों का पालन करें। बच्चों से जुड़े, उन पर ध्यान दें। उन्होंने कहा कि आप व्यापार में जितना समय देते हैं, यह तो पता नहीं कि वह समय वापस आएगा कि नहीं, किंतु यह अवश्य है कि आपका अपने बच्चों को दिया गया समय अवश्य लौटकर आता है। उन्होंने कहा कि परिवार ऐसा होना चाहिए कि सब एक साथ एक जगह पर बैठकर सामूहिक प्रार्थना करें और एक दूसरे की मंगल कामना करें। घर में बड़े को बड़े जैसा होना चाहिए और छोटे को छोटे जैसा। उन्होंने कहा कि दोस्ती एवं मोबाइल प्रेम का लोभ त्यागो और बच्चों को समय दो तथा सामूहिक प्रार्थना करो।