राजनांदगांव। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का भेट मुलाकात कार्यक्रम प्रदेश के जिस जिले में जहां भी गये। हजारों लोगों से मिले। लोगों को लाभ भी हुआ। श्री बघेल का भेंट मुलाकात कार्यक्रम राजनांदगांव जिले में नहीं होने से ग्रामों व नगरीय क्षेत्र में उनकी प्रतीक्षा आज भी है। सर्वाधिक प्रतीक्षा नगर निगम क्षेत्र राजनांदगांव के मोतीपुर के स्कूल छात्र व उसके माता पिता को है। छात्र नयन वर्मा गंभीर रोग से ग्रस्ति है। उनके परिजनों ने मुख्यमंत्री से सहयोग की अपेक्षा के साथ उनके ईलाज के लिए भी भूपेश बघेल के उदारता की अपील की है। नयन वर्मा इस रोग से ग्रस्ति इसका लम्बा व बड़ा ईलाज बाहर होना है। परिवार को उनसे भेंट मुलाकात की फिर से प्रतीक्षा है।
मोतीपुर निवासी दुष्यंत वर्मा के बेटे नमन वर्मा जोकि एक दुर्लभ बीमारी के चंगुल में फंसा हुआ लेकिन राज्य सरकार, जनप्रतिनिधि व समाजसेवियों से लगातार सहयोग की अपील करते हुए थक गए लेकिन सहयोग नहीं के बराबर मिला। यहां पर हम आपको बताते हुए चलते हैं कि मोतीपुर वार्ड नम्बर 03 के निवासी दुष्यंत वर्मा का परिवार के एकलौते बचे बेटे नमन वर्मा जो की स्टेट हाई स्कूल में 10 वीं कक्षा का छात्र है। जिनको दुर्लभ बीमारी ने जकड़ा हुवा है। जिसे मेडिकल साइंस नॉर्मोस्टिक हाइपोक्लोराइट एनीमिया विद थ्रोमबॉसिस (एप्लास्टिक एनेमिया) कहती है।
इसमें होता यह है कि बच्चे के नाक – कान – मुंह से खून निकलता है। माता-पिता के ऊपर दुःख का पहाड़ टूट पड़ा है। वही बेटे के टेस्ट करा-करा कर सब चीज लुटा चुके है। परिवार इलाज कराने में विफल है। पिता ड्राइवर और माता सिलाई मशीन का काम करती है। बेटे नमन वर्मा का इलाज दक्षिण भारत के वेल्लोर शहर के CMC हॉस्पिटल मेडिकल संस्थान में चल रहा है जहाँ माँ – बेटे ने रुक कर तमाम टेस्ट करा चुके है, माँ से बोनमैरो लेकर बेटे नमन वर्मा में ट्रासप्लाट करना बाकी है इस टेस्ट में माँ का सेंपल लिया गया जो आश्चर्य पूर्वक 100 में 100 मिलान हुवा है। डॉक्टरों ने इसे अजूबा माना है वही डॉक्टरों ने इलाज का स्टिमेंट बनाया है 15 लाख रुपये का है।