आजादी का अमृत महोत्सव आनंद संमवशरण में
11 सामाहिक की अराधना भी की
दुर्ग(अमर छत्तीसगढ़) आनंद संमवशरण बांधा तलाब दुर्ग में युवाचार्य भगवंत की एवं छत्तीसगढ़ प्रवर्तक श्री रतन मुनि महाराज की पावन निश्रा में आनंद मधुकर रतन पाठशाला के बच्चे तथा श्रमण संध स्वाध्याय मंडल एवं वर्धमान सेवा मंच के सदस्यों ने मिलकर भीक्षु दया करते हुए आज का दिन जैन साधु संतों के सानिध्य में साधु जीवन जीते हुए मनाया
साधु जीवन की चिरिया को अपने जीवन में उतारने की दिशा में यह एक प्रयास था समता में रहते हुए संयममय जीवन कैसे जिए इस विषय पर श्रीआदित्य मुनि एवं श्री हितेंद्र ऋषि ने प्रेरक धर्म अराधना करवाते हुए बहुत सी सारगर्भित जानकारी दी और उसे अपने अपने जीवन में उतारने हेतु मार्गदर्शन दिया जिस तरह जैन साधु संत अपनी दिनचर्या का पालन करते हैं उसी संस्कारों के साथ दैनिक दिनचर्या में भी धर्म का पालन करते हुए इस अमूल्य मानव जीवन को जिया जाना चाहिए ।
आजादी के अमृत महोत्सव पर कल युवाचार्य भगवंत श्री महेंद्र ऋषि जी महाराज का प्रवचन देश के शूरवीर स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों एवं देश भक्ति पर केंद्रित रहेगा देश की आजादी में अपना अमूल्य योगदान देने वाले देशभक्तों को श्रद्धा सुमन अर्पित करते हुए आजादी के अमृत महोत्सव पर आध्यात्मिक प्रवचन श्रृंखला के साथ साथ राष्ट्रभक्ति के वातावरण से आनंद समवशरण सरोबार रहेगा इस कार्य हेतु श्रमण संघ स्वाध्याय मंडल आनंद मधुकर पाठशाला के बच्चे एवं वर्धमान सेवा मंच के सदस्य देश के सुर वीरों की जीवन झांकी 15 अगस्त स्वतंत्रता दिवस पर प्रदर्शित करेंगे