दशलक्षण पर्व का सातवां दिन उत्तम तप का दिन…… आत्म शुद्धि के लिये इच्छाओं का रोकना ही तप – पंडित रवि जैन…… सांस्कृतिक कार्यक्रम के विजेता और उपविजेता को फिल्म स्टार अंकिता जैन लोखंडे ने किया सम्मानित

दशलक्षण पर्व का सातवां दिन उत्तम तप का दिन…… आत्म शुद्धि के लिये इच्छाओं का रोकना ही तप – पंडित रवि जैन…… सांस्कृतिक कार्यक्रम के विजेता और उपविजेता को फिल्म स्टार अंकिता जैन लोखंडे ने किया सम्मानित

बिलासपुर (अमर छत्तीसगढ़) दशलक्षण पर्व का सातवां दिन उत्तम तप का दिन रहता है। आत्म शुद्धि के लिये इच्छाओं का रोकना ही तप है। मानसिक इच्छायें साँसारिक बाहरी पदार्थों में चक्कर लगाया करती हैं अथवा शरीर के सुख साधनों में केन्द्रिय रहती हैं। अतः शरीर को प्रमादी न बनने देने के लिये बहिरंग तप किये जाते हैं और मन की वृत्ति आत्म-मुख करने के लिये अन्तरंग तपों का विधान किया गया है। दोनों प्रकार के तप आत्म शुद्धि के अमोध साधन हैं। यह बातें श्री श्रमण संस्कृति संस्थान से पधारे पंडित रवि जैन ने उत्तम तप धर्म सभा में कही। उन्होंने श्रावकों की जिज्ञासाओं का समाधान करते हुए बताया कि शरीर को प्रमादी न बनने देने के लिये बहिरंग तप किये जाते हैं और मन की वृत्ति आत्म-मुख करने के लिये अन्तरंग तपों का विधान किया गया है। दोनों प्रकार के तप आत्म शुद्धि के अमोध साधन हैं।

जैन दर्शन की किताबों से उदाहरण देते हुए उन्होंने कहा कि ‘इच्छानिरोधस्तपः’ अर्थात इच्छाओं का निरोध/अभाव/नाश करना, तप है। वह तप जब आत्मा के श्रद्धान (सम्यग्दर्शन) सहित होता है, तब ‘उत्तम तप धर्म’ कहलाता है। प्रत्येक दशा में तप को महत्त्वपूर्ण माना है। जिस प्रकार, स्वर्ण अग्नि में तपाए जाने पर अपने शुद्ध स्वरूप में प्रगट होता है; उसी प्रकार, आत्मा स्वयं को तप-रूपी अग्नि में तपाकर अपने शुद्ध स्वरूप में प्रगट होती है। मात्र देह की क्रिया का नाम तप नहीं है अपितु आत्मा में उत्तरोत्तर लीनता ही वास्तविक ‘निश्चय तप’ है। ये बाह्य तप तो उसके साथ होने से ‘व्यवहार तप’ नाम पा जाते हैं ।

दशलक्षण पर्व के अवसर पर आयोजित धार्मिक एवं सांस्कृतिक कार्यक्रम की श्रंखला में दिगंबर जैन सोशल ग्रुप द्वारा स्मार्ट जोड़ी का कार्यक्रम आयोजित किया, जिसका विशेष आकर्षण भारत की स्मार्ट जोड़ी विकी जैन और अंकिता जैन लोखंडे की उपस्थिति रही। कार्यक्रम में निर्णायक की भूमिका में डॉ रेशु जैन थीं। कार्यक्रम में 5 जोड़ियों ने हिस्सा लिया अंशुमन और ऋषिका की जोड़ी स्मार्ट जोड़ी बनी, अंशुल और मोना की जोड़ी ने द्वितीय स्थान प्राप्त किया।


अन्य जोड़ियों में गौरव-प्रिया, पुनीत-एकता और दीप- प्रतिमा की जोड़ी सम्मिलित हुई। इस प्रतियोगिता का पहला चरण इंट्रोडक्शन राउंड था, जिसमें पति और पत्नी द्वारा मजाकिया लहजे में एक दूसरे का परिचय दिया। दूसरे और तीसरे चरण में धार्मिक प्रश्न पूछे गए और सभी चरण बहुत ही मनोरंजक एवं रोचक रहे। आखिरी चरण में पत्नी द्वारा अपनी पसंद की बातें एक कागज में लिखी, जिसमें कई पति सही जवाब नहीं दे पाए। विजेता टीम को सम्मेद शिखर जी की यात्रा का पुरस्कार दिया गया और उपविजेता टीम को कुंडलपुर जी की यात्रा का पुरस्कार प्राप्त हुआ। कार्यक्रम का संचालन जैन सोशल ग्रुप के सचिव संदीप जैन ने किया। कार्यक्रम के अंत में फिल्म स्टार अंकिता जैन लोखंडे ने विजेता और उपविजेता को सम्मानित किया। दिगंबर जैन सोशल के अध्यक्ष डॉ अरिहंत जैन ने सभी का आभार व्यक्त किया। अंकिता लोखंडे की उपस्थिति ने कार्यक्रम में चार चांद लगा दिए। इस कार्यक्रम में दिगंबर जैन सोशल ग्रुप के अरिहंत -स्वाति, संदीप -अर्चना, संजय-रश्मि, गौरव-प्रिया, अंशुल-मोना, अंशुमन-ऋषिका, पुनीत-एकता, अंशुल-क्षिप्रा, सुनील-स्वाति, महेंद्र-निर्मला, भूपेंद्र-संगीता, अमित-स्नेहा, कमल जैन, सुप्रीत-श्रुति, नीरज-मनीषा की जोड़ी उपस्थित थे। बिलासपुर जैन सभा के संरक्षक विनोद जैन, सनत जैन, अध्यक्ष वीर कुमार जैन एवं समाज के सैकड़ों लोग उपस्थित रहे। कार्यक्रम के आयोजन में स्वर्णिम, समीर, श्रेयांश,अर्चना एवं अमित का सहयोग सराहनीय रहा।

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