रायपुर(अमर छत्तीसगढ़)। जीवन में आपको बहुत सारे खर्चों ने घेर लिया है। आप पैसे कमाते हो और उसे अपने सुख सुविधा में उपयोग करते हो। बिजली, पानी या आपके घर की गैस सिलेंडर की कीमतें बढ़ जाए तो उसके साथ आपकी चिंता भी बढ़ जाती है। अपितु यह जीवन भगवान का दिया हुआ एक अमूल्य तोहफा है। आपका कभी इसकी कीमत नहीं आंकते हो, इसका मूल्य आपने कभी नहीं समझा। यह बातें न्यू राजेंद्र नगर के मेघ-सीता भवन, महावीर स्वामी जिनालय परिसर में चल रहे चातुर्मासिक प्रवचन के दौरान मंगलवार को साध्वी श्री स्नेहयशाश्रीजी ने कही।
साध्वीजी कहती है कि भगवान के दिए हुए इस अमोल तोहफे की कद्र आपने नहीं की। जो मुफ्त का ऑक्सीजन आपको मिल रहा है, इसकी कीमत उसने जाकर पूछो जिसने कोरोना काल में इन सिलिंडरों को हजारों रुपये देकर खरीदा, फिर भी वे अपने परिजनों को बचा नहीं सके। जीवन माचिस की तीली की तरह है आप चाहो तो किसी की जिंदगी में उजाला ला सकते हो या आग भी लगा सकते हो। हमारे रिश्ते तांत से भी कमजोर होते हैं, किसी ने कुछ कह दिया तो हम झट से रिश्ता तोड़ देते हैं। आपको इससे बचना चाहिए। किसी की कहा-सुनी पर भरोसा कर आपको कोई फैसला नहीं लेना चाहिए। और आजकल तो बाप बेटे के बीच में भी यह शुरू हो चुका है। बाप कमाता है और बेटा खाता है और उल्टा बाप पर ही हुकुम चलाता है। जरा सोचिए जब वह बेटा मुंबई, पुणे और चेन्नई जैसे शहर से पढ़ कर आये और खुद कमाना शुरू कर दे तो वह अपने पिता को किस दृष्टि से देखेगा। पिता की उस घर में क्या मान रह जाएगा। अनुशासनहीन संतान होने से अच्छा है कि आप संतानहीन ही रह जाएं।
जीवन अनुशासन के साथ जिये
साध्वी जी कहती है कि आपको जीवन में अनुशासन बनाए रखना है। इसके लिए सबसे जरूरी है सुबह जल्दी उठना। जो व्यक्ति सुबह 5 बजे उठता है, तो उसका दिन हीरे की तरह जाएगा। जो 6 बजे उठता है, वह सोने की तरह दिन बिताएगा। वैसे ही 7 बजे वाला चांदी, 8 बजे वाला पीतल और 9 बजे के बाद उठने वाला व्यक्ति का दिन लोहे के समान रहेगा। अब फैसला आपके हाथ में है कि आपको कैसा दिन गुजरना है। आपने अगर ध्यान से चिड़ियों को देखा होगा तो वह दिन में कभी नहीं सोते हैं। दिन भर भोजन की तलाश कर अपने बच्चों का पेट भरते हैं और अगले दिन का टेंशन नहीं लेते है। वैसे ही आपको अपना भाग्य जगाना है तो खुद को सुबह जल्दी जगाएं।