देने का सामर्थ्य रखने के बाद भी जो देता नहीं भिखारी के समान…. सवाल पापी पेट का नहीं पापी मन का जो कभी तृप्त नहीं होता-समकितमुनिजी
ग्रेटर हैदराबाद श्रीसंघ के तत्वावधान में चातुर्मासिक प्रवचन हैदराबाद(अमर छत्तीसगढ) , 27 अगस्त। मानव जीवन गुलाम बनने के लिए नहीं…