(ओम गोलछा की रिपोर्ट)
कुसुमकसा (अमर छत्तीसगढ) बालोद जिला के पशु विभाग के डिप्टी डायरेक्टर द्वारा दिये गए कृमि नाशक दवाई को भेड़ो को पिलाने के बाद ग्राम भर्रीटोला 43 के भेड़ बकरी पालक के 25 बडे भेड़ व 19 भेड़ के बच्चों की मौत हो जाने से भेड़ बकरी पालक श्यामलाल धनकर व उसका परिवार सदमे आ गए व पीड़ित परिवार बचे भेड़ो को बचाने हेतु इसकी जानकारी पशु पालन विभाग बालोद के डिप्टी डायरेक्टर डॉ डी के सिहारे को दी ।
जिस पर पशु चिकित्सा विभाग बालोद ने डॉ देवांगन पशु चिकित्सक को भर्रीटोला भेड़ो का परीक्षण करने भेजा । जहाँ पशु चिकिसक ने छह भेड़ो के बुखार की जांच की तो उन भेड़ो का 105 डिग्री बुखार पाया गया जिस पर पशु चिकित्सक ने उन्हें इंजेक्शन लगाया गया ,दूसरे दिन पशु चिकिसक कुसुमकसा से भेड़ो का इलाज करने पहुंचे थे किंतु नित्यदिन एक, दो भेड़ो की मौत हो रही है । भेड़ पालक श्यामलाल धनकर ने बाकी बचे समस्त भेड़ो के स्वास्थ्य परीक्षण करा उचित उपचार कराने व मृत भेड़ो का मुआवजा दिलाने की मांग शासन प्रशासन से की है ।
पशु पालक श्यामलाल धनकर ने रुंधे गले से बताया कि लगभग 15 दिन पूर्व पशु विभाग के डिप्टी डायरेक्टर डॉ डी के सिहारे ग्राम भर्रीटोला पहुंचकर भेड़ो को देखा व उन्हें कृमि नाशक दवाई पिलाने हेतु दवाई का दो बाटल दिया। जिसमे से प्रत्येक भेड़ को 5 से 6 एम एल दवाई देने की बात कही व दो बाटल कृमिनाशक दवाई में समस्त भेड़ो के लिए कम पड़ेगा एक बाटल दवाई बालोद आकर ले जाने की बात कही ,श्यामलाल धनकर ने बताया कि पशु चिकित्सक के कहे अनुसार दूसरे दिन मेरा पुत्र बालोद जाकर कृमिनाशक दवाई की एक बाटल लेकर आया। मेरे द्वारा प्रत्येक भेड़ो को 3 से 4 एम एल दवाई दिया गया था ।
कृमिनाशक दवाई पिलाने के बाद
नित्यदिन एक दो भेड़ो के मौत होने की जानकारी बालोद के चिकिसक को दी जिस पर पशु चिकिसक ने मृत भेड़ को बालोद पोस्टमार्टम करने मंगवाया तब
गुरुवार को मृत भेड़ को मोटरसाइकिल में लादकर पशु चिकित्सालय बालोद लेकर गया जहाँ मृत भेड़ का पोस्टमार्टम पशु चिकित्सक टी डी देवांगन ने किया ।
श्यामलाल धनकर ने बताया कि हमारे दादा परदादा के जमाने से हमारे परिवार में भेड़ बकरी पालन किया जा रहा है में भी बचपन से अपने भाइयों शत्रुघन व नरोत्तम के साथ भेड़, बकरी, गाय भैस पालन का कार्य कर रहे है व हमारे बच्चे भी उक्त कार्य मे सहयोग कर रहे है हमारे यहाँ 250 भेड़ व लगभग 100 बच्चे भेड़ थे हमारे भेड़ो में कोई बीमारी नही थी बालोद जिला पशु चिकित्सक के द्वारा भेड़ो को देखने के बाद उनके द्वारा दी गयी कृमिनाशक दवाई को भेड़ो को पिलाने के बाद भेड़ो की तबियत बिगड़ने लगी है व नित्यदिन एक दो भेड़ मृत हो रहे है गुरुवार 27 अक्टूबर को पांच भेड़ मृत हो गए भेड़ो के अचानक म्रत्यु होने से लगभग दो –ढाई लाख रुपये के नुकसान होने की जानकारी देते हुए बताया कि बाकी बचे भेड़ो का परीक्षण कर उचित उपचार नही किया गया तो नुकसानी बढ़ने की बात कही ।
टी डी देवांगन पशु चिकिसक बालोद ने बताया कि मृत भेड़ के पोस्टमार्टम में भेड़ के लम्स में इंफेक्शन पाया गया था ।गुरुवार शाम को भर्रीटोला पहुंचकर श्यामलाल धनकर के भेड़ो को देखा व छह भेड़ो का बुखार की जांच कर उनको दवाइयां दी गयी है ,शुक्रवार को पशु चिकित्सालय कुसुमकसा के चिकिसक ने अनेक भेड़ो का परीक्षण कर उपचार किये है ।
पशुपालन विभाग की सबसे विडम्बना देखने को मिली कि मृत भेड़ का पोस्टमार्टम करने डोंडी विकासखण्ड में एक भी पशु चिकिसक नही है जो भेड़ पालक को मृत भेड़ का शव बालोद लाने पर पोस्टमार्टम होने की बात कही गयी मरता किया नही करता भेड़ पालक बची भेड़ो की जान बचाने के लिए की पोस्टमार्टम में शायद खुलासा हो जाएगा कि कृमिनाशक दवाई के इंफेक्शन से भेड़ो की मौत हो रही है करके मृत भेड़ का शव मोटरसाइकिल में लादकर बालोद पोस्टमार्टम हेतु ले गया था किंतु पोस्टमार्टम किये पशु चिकिसक अनुसार मृत भेड़ के लम्स में इंफेक्शन तो पाया गया किंतु उक्त इंफेक्शन कृमिनाशक दवाई से होने की पुष्टि नही की जबकि ग्राम भर्रीटोला में अनेक भेड़ पालक भेड़ पालन का कार्य करते है किंतु उनके भेड़ स्वस्थ है उन भेड़ो में कोई इंफेक्शन नही है , भेड़ पालक मृत भेड़ का शव का पोस्टमार्टम कराने अंजोरा( दुर्ग ) ले जाने की बात कह रहे है जिससे भेड़ के मौत होने का कारण स्पष्ट हो सके ,पशु पालक श्यामलाल धनकर ने बताया कि डिप्टी डायरेक्टर पशु विभाग द्वारा दी गयी कृमिनाशक दवाई की बाटल में क्लोसेन्टल ओरल साल्यूशन 15%w/v के सेन्टल वेटनरी लिखा हुआ है ,डिप्टी डायरेक्टर डॉ डी के सिहारे से उक्त सम्बन्ध में जानकारी लेने हेतु मोबाइल लगाया गया किंतु बात नही हो पायी ।