प्रधानमंत्री ने उत्तर प्रदेश में प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना के लाभार्थियों के साथ बातचीत की

प्रधानमंत्री ने उत्तर प्रदेश में प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना के लाभार्थियों के साथ बातचीत की

नई दिल्ली : प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने उत्तर प्रदेश में प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना के लाभार्थियों से वीडियो कॉन्फ्रेन्सिंग के माध्यम से बातचीत की। इस अवसर पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री योगी आदित्यनाथ भी उपस्थित थे।

कार्यक्रम को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि 5 अगस्त, भारत के लिए बहुत महत्वपूर्ण तारीख बन गया है। 2 साल पहले 5 अगस्त को देश ने अनुच्छेद 370 को निरस्त कर एक भारत, श्रेष्ठ भारत की भावना को और मजबूत किया था, जिससे जम्मू-कश्मीर के प्रत्येक नागरिक को सभी अधिकार और सुविधाएँ उपलब्ध हो गई। प्रधानमंत्री ने यह भी उल्लेख किया की 5 अगस्त को, देशवासियों ने सैकड़ों वर्षों के बाद एक भव्य राम मंदिर के निर्माण की दिशा में पहला कदम उठाया। अयोध्या में आज राम मंदिर का निर्माण तेजी से हो रहा है।

इस तिथि के विशेष महत्व की चर्चा को जारी रखते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि आज 5 अगस्त की तारीख फिर एक बार हम सभी के लिए उत्साह और उमंग लेकर आई है। आज ही ओलंपिक के मैदान पर देश के युवाओं ने हॉकी के अपने गौरव को फिर स्थापित करने की तरफ बड़ी छलांग लगाई है।

प्रधानमंत्री ने इस बात पर अफसोस जताया कि जहां एक ओर हमारा देश, हमारे युवा भारत के लिए नई-नई सिद्धियां प्राप्त कर रहे हैं, जीत के लिए गोल कर रहे हैं, वहीं दूसरी ओर देश में कुछ लोग ऐसे भी हैं जो राजनीतिक स्वार्थ के लिए अपने ही पाले में गोल करने में जुटे हुए हैं। उन्होंने कहा कि देश क्या चाहता है, देश क्या हासिल कर रहा है, देश कैसे बदल रहा है इससे इनको कोई सरोकार नहीं है। प्रधानमंत्री ने यह भी कहा कि यह महान देश ऐसी स्वार्थ और देशहित विरोधी राजनीति का बंधक नहीं बन सकता। ये लोग देश को, देश के विकास को रोकने की कितनी भी कोशिश कर लें, ये देश इनसे रुकने वाला नहीं है। उन्होंने कहा कि हर कठिनाई को चुनौती देते हुए देश हर मोर्चे पर तेजी से आगे बढ़ रहा है।

इस नए जज्बे को दर्शाने के लिए प्रधानमंत्री ने भारतीयों द्वारा हाल ही में बनाए गए कई नए रिकॉर्ड और उपलब्धियां गिनाईं। ओलंपिक के अलावा श्री मोदी ने 50 करोड़ टीकाकरण की आगामी ऐतिहासिक उपलब्धि के साथ-साथ जुलाई माह में 1 लाख 16 हजार करोड़ रुपये के रिकॉर्ड जीएसटी संग्रह की भी चर्चा की जिससे अर्थव्यवस्था में विकास की गति तेज होने का संकेत मिलता है। उन्होंने ढाई लाख करोड़ से अधिक के अभूतपूर्व मासिक कृषि निर्यात के आंकड़े का भी उल्लेख किया। यह आजादी के बाद के भारत में सर्वोच्च आंकड़ा है, जिसने भारत को शीर्ष 10 कृषि-निर्यात देशों की श्रेणी में पहुंचा दिया है। प्रधानमंत्री ने ‘भारत में निर्मित’पहले विमानवाहक पोत ‘विक्रांत’के परीक्षण, लद्दाख में दुनिया की सबसे ऊंची मोटर वाहन योग्य सड़क का निर्माण पूरा होने और ई-रुपी को लॉन्च किए जाने की भी चर्चा की।

प्रधानमंत्री ने विपक्ष की आलोचना करते हुए कहा कि जो लोग सिर्फ अपने पद के लिए परेशान हैं, वो अब भारत को रोक नहीं सकते। नया भारत, पद नहीं पदक जीतकर दुनिया में छा रहा है। उन्होंने यह भी कहा कि नए भारत में आगे बढ़ने का मार्ग परिवार नहीं, बल्कि परिश्रम से तय होगा और इसलिए, आज भारत का युवा कह रहा है कि भारत चल पड़ा है, भारत का युवा चल पड़ा है।

महामारी के बारे में बात करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि अतीत में, जब देश पर इतना बड़ा संकट आया था, तब देश की तमाम व्यवस्थाएं बुरी तरह से हिल जाती थीं। लेकिन आज भारत, भारत का हर नागरिक इस महामारी से पूरी ताकत से मुकाबला कर रहा है। प्रधानमंत्री ने सदी में एक बार आए संकट से निपटने के प्रयासों पर विस्तार से चर्चा की। चिकित्सा ढांचे का विस्तार, दुनिया का सबसे बड़ा मुफ्त टीकाकरण कार्यक्रम, कमजोर वर्ग के बीच भुखमरी से लड़ने का अभियान, ऐसे कार्यक्रमों में लाखों करोड़ रुपये का निवेश प्राप्त हुआ और भारत सफलतापूर्वक आगे बढ़ रहा है। उन्होंने कहा कि महामारी के बीच बुनियादी ढांचा निर्माण के काम नहीं रुके और उत्तर प्रदेश में राजमार्ग, एक्सप्रेसवे परियोजनाएं, समर्पित माल गलियारे और रक्षा गलियारे इसके प्रमुख उदाहरण हैं।

प्रधानमंत्री ने कहा कि डबल इंजन की सरकार ने ये सुनिश्चित किया है कि गरीबों, दलितों, पिछड़ों, आदिवासियों के लिए बनी योजनाएं ज़मीन पर तेज़ी से लागू हों। उन्होंने इसका एक बड़ा उदाहरण पीएम स्वनिधि योजना का हवाला दिया। प्रधानमंत्री ने महामारी के दौरान स्थिति को नियंत्रित करने के लिए किए गए उपायों पर भी विस्तार से बातचीत की। उन्होंने कहा कि सरकार की नीतियों ने खाद्य कीमतों को नियंत्रण में रखा है, किसानों को बीज और उर्वरक की समय पर आपूर्ति सुनिश्चित की है, जिसके परिणामस्वरूप किसानों ने इस साल रिकॉर्ड उत्पादन किया है और सरकार न्यूनतम गारंटी के साथ रिकॉर्ड खाद्यान्न भी खरीद रही है। सरकार ने न्यूनतम समर्थन मूल्य-एमएसपी के तहत रिकॉर्ड स्तर पर खरीदारी भी की। उन्होंने उत्तर प्रदेश में एमएसपी पर रिकॉर्ड खद्यान्न की खरीद के लिए उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री की भी प्रशंसा की। उत्तर प्रदेश में पिछले एक साल में एमएसपी से लाभान्वित होने वाले किसानों की संख्या दोगुनी हो गई है। राज्य में 13 लाख किसान परिवारों के खाते में उनकी उपज के मूल्य के रूप में 24 हजार करोड़ रुपये से अधिक सीधे जमा किए गए। उत्तर प्रदेश में 17 लाख परिवारों को मकान आवंटित किए गए हैं, लाखों गरीब परिवारों को शौचालय, लाखों मुफ्त गैस और बिजली कनेक्शन दिए गए हैं। प्रधानमंत्री ने बताया कि राज्य में 27 लाख परिवारों को पाइप से पानी मिल रहा है।

प्रधानमंत्री ने कहा कि बीते दशकों में उत्तर प्रदेश को हमेशा राजनीति के चश्मे से देखा जाता रहा है। उत्तर प्रदेश देश के विकास में भी अग्रिम भूमिका निभा सकता है, इसकी चर्चा तक नहीं होने दी गई। प्रधानमंत्री ने कहा कि डबल इंजन की सरकार ने उत्तर प्रदेश के सामर्थ्य को एक संकुचित नज़रिए से देखने का तरीका बदल डाला है। उन्होंने कहा कि यूपी भारत के ग्रोथ इंजन का पावर हाउस बन सकता है, ये आत्मविश्वास बीते सालों में पैदा हुआ है।

प्रधानमंत्री ने अंत में कहा कि ये दशक एक तरह से उत्तर प्रदेश के पिछले 7 दशकों में जो कमी हुई उसकी भरपाई करने का दशक है। ये काम यूपी के सामान्य युवाओं, हमारी बेटियों, गरीब, दलित, वंचित, पिछड़ों की पर्याप्त भागीदारी और उनको बेहतर अवसर दिए बगैर नहीं हो सकता।

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