महापौर ऐजाज ढेबर ने अपने मॉस्को विजिट को ले कर की प्रेस कॉन्फ्रेंस , पीपीपी मॉडल के तहत लाइट मेट्रो रेल के लिए बनाया जायेगा प्रोजेक्ट.
रायपुर (अमर छत्तीसगढ़) 2 सितंबर।
इस अवसर पर महापौर ऐजाज ढेबर ने बताया मस्को इकॉनॉमिक एंड इंटरनेशनल रिलेशन्स तथा परिवहन विभाग सरकार की डिपार्टमेंट ऑफ एक्सटर्नल के तत्वाधान में इंन्टरनेशनल ट्रांन्सपोर्ट समिट 24 अगस्त 2023 से 27 अगस्त 2023 तक आयोजित किया गया जिसमें भारत एवं छत्तीसगढ़ सरकार की ओर से स्पीकर के रूप में मुझे आमंत्रित किया गया था। 25 अगस्त को सुबह 11 बजे मुझे बोलने का अवसर प्राप्त मिला जिसमें हमने अर्बन रेल ट्रान्सपोर्ट विषय पर विचार व्यक्त किये। इसी तरह अलग अलग देशों में आए प्रतिनिधियों ने कई महत्वपूर्ण विषयों जैसे ट्रान्सपोर्ट, सेफ स्ट्रीट्स, वाटर पार्किंग, अल्टर्नेटिव ट्रान्सपोर्ट जैसे महत्वपूर्ण विषय पर अपने विचार रखे। अर्बन रेल ट्रान्सपोर्ट का मतलब है शहरी रेल परिवहन यह एक ऐसा माध्यम है जो ना केवल यातायात प्रणाली को सुविधाजनक बनाता है बल्कि हमारे पर्यावरण को बचाता है।
मॉस्कों में सन 1935 में मेट्रों ट्रेन की शुरूवात हुई। मॉस्को की शहरी रेल्वे प्रणाली को में हर दृष्टिकोण से प्रशंसा करना चाहता हूँ, उनकी प्रौद्योगिकी और व्यवस्था ने उनके शहर को एक आदर्श बना दिया है। मॉस्को ने शहरी रेल्वे के क्षेत्र में उत्कृष्ठता की मिशाल प्रस्तुत की है। छत्तीसगढ़
महापौर ने बताया की शहर को सुगम और व्यवस्थित ट्रांसपोर्ट की जरूरत जिस से लोगो का समय भी बचे और पैसे भी कम लगें लाइट मेट्रो प्रोजेक्ट इस के लिए सबसे उपयुक्त.जिसके लिए 400-500 करोड़ की लागत आयेगी जिसे रूस जैसे देश इन्वेस्ट कर इस साकार करेंगे.
रायपुर, भारत की महानगरी के महापौर के रूप में मै यह महसूस करता हूँ कि हमें यह अवसर प्राप्त हुआ कि हम भारत और रूस के बीच टेक्नोलॉजी और विशेषज्ञता के मदद से अपनी शहरी रेल्वे प्रणाली को विकसित कर सकें। हमारा समर्थन पूरी तरह से रूसी कंपनियों के साथ है हम आशा करते है कि हम संयुक्त प्रयासों के माध्यम से रायपुर में एक मार्डन और अद्वितीय शहरी प्रणाली की स्थापना कर सकेंगे।