सामायिक प्रतिक्रमण के साथ 84 लाख जीव योनि संपूर्ण जीव जगत  से अंतःकरण से क्षमा याचना की

सामायिक प्रतिक्रमण के साथ 84 लाख जीव योनि संपूर्ण जीव जगत से अंतःकरण से क्षमा याचना की

श्री जैन श्वेतांबर तेरापंथी सभा
 दुर्ग (अमर छत्तीसगढ़) 20 सितंबर।  जैन धर्म में पर्वों का राजा, पूरे लोक के प्राणी जगत पर करुणा की वर्षा करता "भगवती संवत्सरी पर्व" के पावन अवसर पर अनेकों श्रावक श्राविकाओं ने पौषध { साधु चर्या } व प्रायः ने सामायिक प्रतिक्रमण के साथ 84 लाख जीव योनि { संपूर्ण जीव जगत } से अंतःकरण से क्षमा याचना की।
     संध्या कालीन भगवती संवत्सरी पर्व के कार्यक्रम में वरिष्ठ उपासिका डा. वीरबाला छाजेड़ ने सविधि प्रतिक्रमण की प्रेरणा देते हुए कहा कि हृदय की गहराइयों से सभी को क्षमा करें व सरल मन से शुद्ध भावों से 84 लाख जीव योनि से क्षमा याचना करने की प्रेरणा दी। उपासिका श्रीमती साधना कोठारी ने भगवती संवत्सरी पर्व के प्रेरक गीतों के माध्यम से धर्मप्रेमियों के भावों को उच्चता प्रदान करने में सहयोग किया।
 प्रतिक्रमण पश्चात श्रद्धा पूर्ण गीतों का सामूहिक संगान हुआ। प्राणी जगत से क्षमा याचना पश्चात परमपूज्य शांति दूत आचार्य श्री महाश्रमण जी एवं सभी चरित्रात्माओ से विनय पूर्वक क्षमा याचना की गई। उपासिका द्वय से क्षमा याचना करते हुए गुरुदेव की असीम कृपा से प्राप्त इस अवसर के लिए कृतज्ञता ज्ञापित की गई। सभी श्रावक श्राविकाओं ने परस्पर क्षमा याचना करते हुए मनोंमालिन्य को दूर कर आत्मा को स्वच्छ किया। आध्यात्मिकता से सराबोर वातावरण में बड़ी संख्या में उपस्थित धर्मानुरागियों की उपस्थिति से मनोरम दृश्य बन गया। श्रीमती चन्द्रा बरमेचा, विनीता बरडिया, कु. लब्धि, कु. प्रिशा बरमेचा ने  साविधि स्पष्टता व तन्मयता पूर्वक प्रतिक्रमण का पाठ संपन्न कराया। इस अवसर पर दिलीप बरमेचा, मंत्री संजय चौपड़ा, महिला मंडल अध्यक्षा श्रीमती विनीता बरडिया, युवक परिषद मंत्री ऋषभ बरमेचा, श्रीमती रक्षा बरमेचा ने अपनी अभिव्यक्ति दी। मंत्री संजय चौपड़ा ने गुरुदेव व उपासिका द्वय के प्रति कृतज्ञता व्यक्त करते हुए समाजजनों का आभार प्रकट किया।

Chhattisgarh