निर्वाचन ड्यूटी में तैनात अधिकारी कर्मचारी डाक मतपत्र के माध्यम कर रहे मतदान
*निर्वाचन ड्यूटी मे तैनात 3395 अधिकारी कर्मचारी ने दिया था डाक मतपत्र के लिए आवेदन*
आज डाक मतपत्र से मतदान का आख़िरी दिन, डाकमत
*बेमेतरा(अमर छत्तीसगढ) 13 नवंबर 2023 :-* विधानसभा सामान्य निर्वाचन- 2023 की तैयारियों को जहां अंतिम रूप दिया जा रहा है, वहीं निर्वाचन ड्यूटी में लगे 3500 से अधिक अधिकारी-कर्मचारियों ने बीते 9 नवंबर से प्रशिक्षण केन्द्रो में बने सुविधा केंद्रों पर अपना वोट डालना शुरू कर दिए है। विधानसभा निर्वाचन के लिए मतदान दलों मे नियुक्त अधिकारी-कर्मचारी, सेक्टर अधिकारी, मतदान दल,बीएलओ, ड्रायवर, डाक मतपत्र से अपना मतदान कर सकेंगे। इसके लिए ज़िला स्तर पर प्रशिक्षण केन्द्रो के साथ साथ कलेक्ट्रेट के कक्ष क्रमांक 6 में भी मतदान सुविधा केंद्र बनाया गया हैं ।
पहले दिन 9 नवंबर को जिला स्तरीय सुविधा केंद्र में और प्रशिक्षण सुविधा केंद्र में 1034 कर्मियों ने डाक मत पत्र से मतदान किया । वही ज़िला स्तरीय सुविधा केंद्र मैं 767 कर्मियों ने अपने मताधिकार का डाक मत पत्र के माध्यम से प्रयोग किया । विधानसभा निर्वाचन ड्यूटी में लगे 3395 अधिकारी कर्मचारी ने निर्धारित प्रारूप में डाक मत पत्र के लिए आवेदन प्रस्तुत किया था। इनमें से 10 नवंबर तक 1801 मतदान मतदान किया है, 11 नवंबर को 702 अधिकारी-कर्मचारियों ने मतदान किया । आज 13 नवम्बर को 190 कर्मियों ने डाक मतपत्र से मतदान किया । इस तरह अब तक कुल 2693 निर्वाचन ड्यूटी में तैनात अधिकारी-कर्मचारियों ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया। शेष कल 14 नवंबर को मतदान करेंगे । अपर कलेक्टर श्री सी.एल मार्कण्डेय ने बताया कि मतदान सुबह 9:00 बजे से 5:00 बजे तक मतदान हो रहा है। कल 14 नवंबर को डाक मतपत्र से मतदान का आख़िरी दिन है। सुविधा केंद्र में चल रहे डाक मतपत्र मतदान के दौरान एसडीएम एवं रिटर्निग ऑफिसर नवागढ़ श्री भूपेन्द्र जोशी मौजूद थे।
डाक मतपत्र के पहले दिन अनुविभागीय अधिकारी राजस्व सह आरओ सुश्री सुरुचि सिंह और प्रशिक्षण नोडल उर्वशा ने सभी मतदाताओं को बुके (गुलदस्ता देकर स्वागत किया ततपश्चात डाक मतपत्र का कार्य प्रारम्भ हुआ |
ड्यूटी में तैनात कर्मी पहले की तरह डाकमत पत्र को अपने घर नहीं ले जा सकेंगे। दरअसल पूर्व में चुनावी ड्यूटी में तैनात कर्मचारी कई बार सुविधा केंद्र पर वोट नहीं करते थे, बल्कि वे डाक मत पौपत्र अपने घर ले जाते थे। कर्मचारियों के पास वोटों की गिनती से शुरू होने से पहले डाक मत पत्र जमा करने का समय होता था।